सियान मांदी जाति पंचायत का हुआ आयोजन
राय भगत आदिवासी परधान समाज जिला डिंडौरी (म.प्र.) के तहत हुये निर्णय
डिंडौरी। गोंडवाना समय।
मुख्यालय ग्राम बच्छरगांव जिला डिंडौरी के बैनर तले सगा मांदी जाति पंचायत का आयोजन किया गया। रायभगत आदिवासी परधान समाज जिला शाखा उमरिया के जिला अध्यक्ष ने अपने इंटरब्यू में बताया कि सियान मांदी जाति पंचायत ग्राम बल्लारपुर जिला, डिंडौरी म प्र, संपन्न हुआ।
राय भगत आदिवासी परधान समाज जिला डिंडौरी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय परधान जनजाति उत्थान संगठन नई दिल्ली भारत के मध्य प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग के प्रदेश अध्यक्ष तिरु. सुनील कुमार परस्ते की अध्यक्षता में भारत के संविधान की धारा 13/3(क) में दिए गए आदिवासियों, जनजातियों (ट्राइब्स) के हक एवं अधिकार के अनुसार आयोजित रूढ़ि प्रथा जनित सगा सियान मांदी के निर्णयों को जगजाहिर किया जाता है।
प्रमुख मुशेर्नाल एवं पंच (पांच)सगा सियान में इन्हें किया गया शामिल
समाज के प्रमुख मुशेर्नाल तिरु. सुनील कुमार परस्ते एवं निर्णय हेतु पंच (पांच)सगा सियान में तिरु. मथुराप्रसाद धुर्वे (संस्थापक व संरक्षक), तिरु. धन्नीलाल मरावी (रिटा.टी.आई.), तिरु. विषय सिंह धुर्वे संरक्षक, तिरु. असम परस्ते पंच बल्लारपुर, तिरु.सहदेव उरेती (जिला उपाध्यक्ष राय भगत आदिवासी परधान समाज जिला उमरिया) सभी सगा सियानों को सम्मान पूर्वक पंच आसनों पर निष्पक्ष निर्णय हेतु विराजमान किया गया। तत्पश्चात पंच एवं सगाजनों ने मिलकर फड़ापेन (बड़ादेव) का सेवा-गोंगों (पूजन) राष्ट्रीय मुठवाल तिरु. तीरथ सिंह सैयाम एवं राष्ट्रीय मुठवाल शिव प्रसाद मरावी के द्वारा कराया गया।
समस्यात्मक आवेदनों की सुनवाई व निराकरण
तिरु टेकेश्वर सिंह (वादी) उपस्थित होकर अपनी समस्या सुनाए मेरी पत्नी मेरे साथ नहीं रह रही है, मेरे माता जी पेनवासी हो चुकी हैं और मैं फौज में सेवा दे रहा हूं, मुझे छट्टी भी कम ही मिल पाती है जिस कारण पिता के साथ नहीं रह पा रहा हूं। वृद्ध पिता की सेवा, खाना-पानी की सेवा की जरूरत है। पत्नी मुझे झूठे केशों में फंसाकर परेशान कर रही है, मैं सब तरह से परेशान हूं। पंचों से उचित निर्णय देने हेतु निवेदन किया। (परिवादी) तिरुमाय नरबदिया बाई लगातार दो बैठकों में अनुपस्थित रही।
पंचों ने अवसर देते हुए निर्णय की आगामी तारीख बढ़ाई
तिरु. धीरज पावले (वादी) उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा। (परिवादी) तिरुमाय मीनाक्षी पावले भी उपस्थित होकर अपना पक्ष रखी। दोनों की बातें सुनीं गई। पंचों ने दोनों से बारी बारी प्रश्न किया कि आप क्या चाहते हैं ? तिरु. धीरज पावले-मेरी पत्नी आत्म हत्या करने की कोशिश कर चुकी है जेल भेजने की धमकी दे रही है। मैं डर गया हूं, मैं साथ साथ नहीं रह पाऊंगा।
तिरुमाय मीनाक्षी पावले मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वो झूठे हैं परिस्थितियों को ठीक करने का मैने हर संभव कोशिश की हूं। हमारे बीच में एक पुत्री है। मुझे उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है। पंचों ने अवसर देते हुए निर्णय की आगामी तारीख बढ़ाई है।
अंतिम अवसर देते हुए निर्णय हेतु आगामी तारीख बढ़ाई
तिरुमाय अभिलाषा मरकाम (वादी) उपस्थित होकर अपना पक्ष रखी तिरु. विवेक मरकाम किसी दूसरे लड़की के साथ रह रहे हैं। मैं ऐसे स्थिति में विवेक मरकाम के साथ नहीं रहूंगी। मैं अपने बच्चे के साथ जीवनयापन करना चाहूंगी। (परिवादी) तिरु. विवेक मरकाम पिता तिरु. मन्नूलाल मरकाम लगातार दो बैठकों में अनुपस्थित रहे। पंचों ने एक अंतिम अवसर देते हुए निर्णय हेतु आगामी तारीख बढ़ा दी है।
दो बैठकों में अनुपस्थित रहीं
तिरु.सुनील कुमार धुर्वे (वादी) पिता तिरु.भानसिंह धुर्वे उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा मेरी पत्नी विवाह के बाद 5 दिन रही है उसके बाद नहीं रह रही है। ऐसे स्थिति में मुझे छूर-छुट्टी चाहिए मैं परेशान हूं। वहीं (परिवादी) तिरुमाय आराधना मरावी पिता तिरु. राधेश्याम मरावी लगातार दो बैठकों में अनुपस्थित रहीं।
जन्म के बाद बच्चे को छोड़कर चली गई
तिरु नवीन परस्ते (वादी) पिता चंद्रहास परस्ते उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा। मेरी पत्नी लगभग डेढ़ वर्ष तक रही बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को छोड़कर चली गई है तब से बच्चा मेरे साथ है। अभी तक पत्नी नहीं आई है। तिरुमाय अनुभा धुर्वे (परिवादी) पिता तिरु महेश धुर्वे लगातार दो बैठकों में अनुपस्थित रहीं।
मैं नहीं रहना चाहती
तिरु. प्रद्दुमन सैयाम (वादी) पिता हरिश्चंद सैयाम उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा। मैं अपनी पत्नी को रखना चाहता हूं। तिरुमाय प्राची मरावी (परिवादी) उपस्थित होकर अपनी पक्ष रखी, मैं नहीं रहना चाहती, उपस्थित माता पिता को पंचों द्वारा पूछा गया तो वो भी बेटी को समझा चुके हैं लेकिन वह नहीं जाना चाहती इसलिए अलग हो जाने पर ही सहमत हुए।
टुंडा, मुंडा, कुंडा (जन्म विवाह मृत्यु) खर्च बनाने पर हुई चर्चा
तत्पश्चात जाति पंचायत के दौरान पूर्व मांदियों के निर्णयों को जगजाहिर किया गया कि टुंडा, मुंडा, कुंडा (जन्म विवाह मृत्यु) के कार्यक्रम में समाज को पूजा पाठ कि खर्चा से बचने-बचाने के लिए सोडस संस्कार बंद कर नात, जात, भांजा, मुठवाल, बैगा, दोसी आदि नेंग नगरिया के जानकार से पूजा-पाठ धार्मिक कार्य करने-कराने पर एवं विवाह में चीकट प्रथा को पूर्ण रूप से बंद करने जैसे सामजिक प्रथा को कर्तल ध्वनि से सम्मान कर समर्थन पास किया गया।
सगा मांदी जाति पंचायत में शामिल हुए
जाति पंचायत सियान मांदी बैठक में प्रमुखरूप रूप से शामिल हुए तिरु. सुनील परस्ते रा. भ. आदिवासी परधान समाज प्रदेशाध्यक्ष पूर्वी खण्ड म प्र, तिरु. धनेश परस्ते(उपाध्यक्ष), तिरु. शिव प्रसाद मरावी(सचिव),तिरु. छविलाल टेकाम,तिरु. दयाराम मरावी(मीडिया प्रभारी), तिरु. अरुण मरावी(प्रवक्ता), तिरु. अनुपम परस्ते(युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष),तिरु. भागीरथ उरैती(खंड स्तरीय उपाध्यक्ष),तिरु. अभिषेक प्रधान मरावी(सक्रिय सदस्य एवं सलाहकार), तिरु. सौरभ धुर्वे(संगठन मंत्री युवा प्रकोष्ठ),तिरु. आलोक परस्ते(राष्ट्रीय सचिव), तिरु. तीरथ शाह सैयाम(राष्ट्रीय मुठवाल),तिरु. टेकेश्वर सिंह परस्ते जिला अध्यक्ष उमरिया,तिरु, सहदेव सिंह उरेती उपाध्यक्ष उमरिया, तिरु. संजय मरावी कोषाध्यक्ष उमरिया, एवं म प्र. /छत्तीसगढ़ से 5-6 जिलों के सैकड़ो सगा समाज इस सगा मांदी जाति पंचायत में शामिल हुए।