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मृतक हीरन बैगा की मजिस्ट्रियल जांच में मुझे आपत्ति, सी.बी.आई. जांच चाहती हूं,

मृतक हीरन बैगा की मजिस्ट्रियल जांच में मुझे आपत्ति, सी.बी.आई. जांच चाहती हूं, 

बैगा आदिवासी की पत्नि ने न्यायिक जांच कमेटी के समक्ष 37 बिंदुओं दर्ज कराई आपत्ति 

नक्सली मुठभेड़ मामले में मृतक की पत्नि ने लगाये गंभीर आरोप 


मण्डला। गोंडवाना समय।

आदिवासी बाहुल्य जिला मण्डला के कान्हा नेशनल पार्क अंतर्गत बीते 9 मार्च को नक्सल मुठभेड़ में पुलिस गोली से हुई मृत्यू को लेकर सवाल खड़े हुये मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने न्यायिक जांच कमेटी के समक्ष 37 बिंदुओं पर आधारित आपत्ति दर्ज कराई है।
          


 इसके साथ ही उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है। पत्नि का कहना है कि मेरा पति हीरन बैगा का पुलिस नक्सल मुठभेड़ में मारा गया। दिनांक 09 मार्च 2025 को चिमट फॉरेस्ट के बीच कान्हा के जंगल में मेरा पति नक्सली नहीं था। मैं सी.बी.आई. जांच चाहती हूं। मुझे मुठभेड़ मजिस्ट्रियल जांच में आपत्ति है। इसलिये मैं 1 से लेकर 37 बिंदुओं के आधार पर सी.बी.आई. जांच चाहती हूं। 

घटना के पहले हीरन बैगा को नक्सल संदेह में चेतावनी दी हैं 

1. क्या हीरन बैगा लसरे टोला खटिया नारंगी निवासी है ?, 2. क्या हीरन बैगा को खटिया नांरगी ग्राम पंचायत जानता है ?, 3. क्या हीरन बैगा अपने परिवार के लिए कामकाजी व्यक्ति था ?, 4. क्या हीरन बैगा चुनाव में वोट डालता था ?, 5. क्या हीरन बैगा का आधार कार्ड बना है ?, 6. क्या हीरन बैगा का समग्र आईडी में नाम है ?, 7. क्या हीरन बैगा का राशन कार्ड में नाम है ?, 8. क्या हीरन बैगा को आवास एवं अन्य योजना का लाभ मिला ?, 9. क्या हीरन बैगा का घर पुलिस थाना खटिया नारंगी लसरे टोला में है? 10. क्या पुलिस को घटना के पहले हीरन बैगा को नक्सल संदेह में चेतावनी दी हैं ?

गांव से निकलते समय हाथ में कुल्हाड़ी, पानी था 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 11. क्या कभी हीरन बैगा को घटना के पूर्व उसके घर पर तलाशी कर नक्सल हथियार घर पर देखा या पाया गया।, 12. क्या गांव से निकलते समय हाथ में कुल्हाड़ी, पानी था ? जंगल के लिए जा रहा था। 13. तब क्या उसके हाथ में घर से जाते समय बंदूक पाया गया था ? 14. हीरन बैगा को बंदूक की गोली लगी की क्या ?

क्या हीरन बैगा के शरीर में अन्य चोट और घाव था 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 15. क्या हीरन बैगा के शरीर में अन्य चोट और घाव था ? 16. क्या हीरन बैगा, बोरी में चावल या अन्य सामग्री जंगल ले जाते एवं गांव वाले देखे क्या पंचनामा गांव का लिया जाए। 18. क्या हीरन बैगा की गुम होने की पुलिस सूचना के बाद परिजनों को मृतक का पता पहचान हुआ ? 17. हीरन बैगा का पोस्टमार्टम परिजन की उपस्थिति में हुआ क्या ?

कितने पेड़/वृक्ष और पत्थर में चिन्हित गोली निशान पाया गया ? 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 19. हीरन बैगा मृतक की पहचान केसे हुई कि वह नक्सल है ? 20 . क्या चिमटा पर्यटन मुठभेड़ से पहले बंद था या बाद से बंद हो गया ? 21. पुलिस नक्सल फायरिंग में दोनों ओर से कितनी गोली चली ? 22. कितने पेड़/वृक्ष और पत्थर में चिन्हित गोली निशान पाया गया ?23. क्या अशोक और संतोष भी नक्सल क्या थे ? 24. अशोक और संतोष को क्यों जेल भेजा गया ? 25. हीरन बैगा को गोली मारी गई पुलिस नक्सल मुठभेड़ में तो हीरन बैगा आम आदमी था क्या ?

परिजन को एनकाउंटर की एफआईआर तुरंत क्यों नहीं दिए ? 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 26. यदि ये सच में नक्सल मुठभेड़ है तो डीआईजीसाहब/थाना खटिया ने मृतक हीरनसिंह के परिजन को एनकाउंटर की एफआईआर तुरंत क्यों नहीं दिए ? 27. जब हीरन सिंह को आप नक्सल बता रहे हैं तो हीरन सिंह का नक्सल कमांडर कौन था ? कब से गिरोह मे शामिल था ? 28. कान्हा क्षेत्र में जगह-जगह कैमरे लगे हैं यदि नक्सल का मूवमेंट रहा है तो वीडियो फुटेज उपलब्ध कराएं।

कौन से दस्तावेज मिले हैं जिससे हिरन को पुलिस नक्सल कह रही है? 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 29. पुलिस कहानी अनुसार घटना स्थल में लगभग 200 राउंड गोली चली है तो वहां पर भौतिक साक्ष्य होंगे पेड़ों में गोली लगी होगी, उसका क्या एविडेंस है ? 30. एनकाउंटर के साक्षी कौन है? 31. हीरन यदि नक्सल था तो किसी नक्सल दलम के रिकॉर्ड में कौन से दस्तावेज मिले हैं जिससे हिरन को पुलिस नक्सल कह रही है? 32. हीरन तो हर दिन घर पर ही। रहता था घटना दिनाँक को भी वह घर से जंगल के लिए निकला फिर पुलिस कैसे उसे नक्सल बनाकर हत्या कर दी।

एफआईआर होनी चाहिए 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 33 . एनकाउंटर में शामिल पुलिस दल और एसपी मंडला, हॉकफोर्स कॉमण्डेड और डीआईजी बालाघाट एवं वन विभाग के अधिकारियो के विरुद्ध हत्या तथा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर होनी चाहिए ।

सरकार नक्सल सफाया अभियान चला रही है या आदिवासी सफाया अभियान 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 34. अति पिछड़ी जनजाति के अंतर्गत बैगा जाति है जो पूर्णत: वन और वन उत्पादों से अपना जीवकोपार्जन करते हैं, बैगा है, तो जंगल है, जंगल है, तो बैगा है, दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं, बैगा जनजाति संरक्षित जाति में है और उसी जाति के लोगों को सरकार पुलिस के द्वारा हत्या करवा रही है। 35 . सरकार नक्सल सफाया अभियान चला रही है या आदिवासी सफाया अभियान।

बैगा को पुलिस ने हत्या किया है जिसे कोई भी सभ्य समाज बर्दाश्त नहीं करेगा 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 36. आदिवासी समाज और पूरा क्षेत्र चाहता है कि यदि कोई समाज विरोधी या देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है, उसको कड़ी से कड़ी सजा मिले, पुलिस ने पहले भी नक्सलियों का एनकाउंटर किया पर समाज ने इसलिए विरोध नहीं किया क्योंकि जिनको पुलिस ने मारा वो नक्सली ही थे, परन्तु इस बार एक भोले-भाले सीधे-सादे बैगा को पुलिस ने हत्या किया है जिसे कोई भी सभ्य समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।

संतोष धुर्वे और अशोक वल्के ने हीरन सिंह की हत्या करते हुये देख लिया था 

इसके साथ ही आगे मृतक हीरन बैगा की पत्नि ने बिंदु क्रमांक 37. संतोष धुर्वे और अशोक वल्के ने हीरन सिंह की हत्या करते हुये पुलिस को देख लिया था, पुलिस को डर था कि उनका राज खुल जाएगा इसलिए दोनों को पुलिस ने नक्सालियों का सहयोग का आरोप लगाकर बंद कर दिया है, हालांकि पुलिस इन दोनों को भी मार देती पर दोनों की वन विभाग में प्रतिदिन हाजरी लगती थी जिससे उनको नक्सल साबित करना असम्भव था इसलिए दूसरा रास्ता अपनाते हुवे फारेस्ट के अधिकारीयों के साथ सांठ गाँठ कर जेल भेज दिया गया। मृतक हीरन बैगा की पत्नि व परिवारजनों ने मांग किया है कि उक्त प्रकरण की बिन्दु क्रमांक 1 से लेकर 37 तक सी.बी.आई. जांच कराकर मुझे न्याय दिलाया जावे। 


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