विश्व स्तरीय ज्ञान की सुविधा के साथ भारतीय संस्कार से परिपूर्ण होगा माउंट लिटेरा जी स्कूल
गुरूकुल पैटर्न पर जहां बच्चों को बेस्ट एजूकेशन मिले लेकिन भारतीय संस्कृति का भी समावेश रहे
ईकोफ्रेण्डली, प्राकृतिक व आत्मिक वातावरण में बच्चों का होगा संपूर्ण विकास
सिवनी शहर के प्राईम लोकेशन में सर्वसुविधायुक्त शैक्षणिक संस्थान का शुभारंभ
श्री प्रमोद चंद जी मालू शिक्षा एवं सेवा संस्थान का प्रयास से बच्चों का भविष्य होगा उज्जवल
सिवनी। गोंडवाना समय।
विश्व स्तरीय शिक्षा प्रणाली के साथ ईकोफ्रेण्डली, प्राकृतिक व मनभावक आत्मिक वातावरण में गुरूकुल की परिकल्पना को लेकर श्री प्रमोद चंद जी मालू शिक्षा एवं सेवा संस्थान द्वारा सिवनी शहर के प्राईम लोकेशन में सर्वसुविधायुक्त शैक्षणिक संस्थान माउंट लिटेरा जी स्कूल का संचालन का शुभारंभ करने जा रहे है। जहां पर बच्चों का संपूर्ण विकास होगा।
4 एकड़ में स्कूल भवन व प्रांगण सर्वसुविधायुक्त होगा
उक्त जानकारी पत्रकारवार्ता में देते हुये संचालक श्री अंकित मालू ने बताया कि सिवनी के लिये यह गौरव का पल है। लगभग 155 शहरों में माउंट लिटेरा जी स्कूल संचालित है। सिवनी में अब शुभारंभ होने जा रहा है सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि स्कूल भवन व प्रांगण प्राकृतिक व आत्मिक रूप से प्रसन्नतापूर्ण वातावरण से परिपूर्ण है। विश्व स्तरीय सुविधा है, ईको फ्रेण्डली आडिटोरियम है, स्कूल, लगभग 4 एकड़ में स्कूल में बना हुआ है।
बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व की अनुभूति होगी
आगे संचालक अंकित मालू ने बताया कि माउंट लिटेरा जी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व की अनुभूति होगी। वहीं बच्चों का संपूर्ण विकास होगा। विश्व स्तरीय शिक्षा सुविधा प्रदान करने के लिये एकेडमी हैड, भूषण सर, मैनेजमेंट हैड के साथ प्रिंसिपल कविता कौर अपने अनुभव के आधार पर मार्गदर्शन देने के साथ साथ अपना कर्तव्य निभायेंगे।
कम से कम फीस में वर्ल्ड क्लास सुविधा मिले
आगे अंकित मालू ने बताया कि श्री प्रमोद चंद जी मालू शिक्षा एवं सेवा संस्थान के माध्यम से हमारा लक्ष्य है कि माउंट लिटेरा जी स्कूल गुरूकुल पैटर्न पर संचालित हो जहां पर बच्चों को बेस्ट एजूकेशन मिले लेकिन भारतीय संस्कृति का भी समावेश रहे। वहीं बच्चों में अच्छे संस्कार आये, कम से कम फीस में वर्ल्ड क्लास सुविधा मिले। श्री प्रमोद चंद जी मालू शिक्षा एवं सेवा संस्थान का यही उद्देश्य व लक्ष्य है कि बच्चों का अच्छा भविष्य हो, अच्छे जीवन की कामना के साथ उन्हें ईकोफ्रेण्डली स्कूल की सुविधा मिले।
बिना दबाव के बच्चा सीख सकें और स्कूल आना उसे अच्छा लगे यही प्रयास है
वहीं एकेडमी हैड ने जानकारी देते हुये बताया कि बच्चों के पाठ्यक्रम में उनके ज्ञान, संस्कृति, प्रतियोगी के रूप में तैयारी की जाती है। सेवा भावना क्या होती है, बिना दबाव के बच्चा सीख सकें और स्कूल आना उसे अच्छा लगे यही प्रयास है। लगभग 15 साल का जो समय शैक्षणिक स्तर का रहता है, बचपन से तैयारी करते है, बच्चों की उसकी योग्यता अनुसार तैयार कराया जाता है। भौतिक, मानसिक रूप से संपूर्ण विकास के लिये प्रयास किया जाता है। स्कूल आने में उन्हें आंनद लगता है। हमारी संस्थान में बच्चों का रिपोर्ट कार्ड नहीं प्रोगेस कार्ड तैयार किया जाता है।