आर्थिक गंड व्यवस्था के संस्थापक डॉ. नारवेन कासव टेकाम के जन्मदिन पर कंपनी के शेयर खरीद कर गिफ्ट किये
व्यवसाय करना कितना आसान है और व्यवसाय कैसे किया जाता है इसकी दी गई जानकारी
आर्थिक गंड व्यवस्था के संस्थापक डॉ. नारवेन कासव टेकाम के जन्मदिन पर शानदार रहा दूसरे दिन की कार्यशाला
भोपाल। गोंडवाना समय।
18 जनवरी 2025 को गोंड राजा भूपाल शाह सल्लाम की नगरी गढ़ भोपाल जो कि मध्य प्रदेश की राजधानी व झीलों की नगरी है। आर्थिक गंड व्यवस्था के तहत नर्मदीय भवन, सेकंड स्टॉप, भोपाल में प्रथम प्रांतीय अधिवेशन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।
अनुच्छेद 38 को संक्षिप्त में समझाये
इस तीन दिवसीय आवासीय बेसिक कार्यशाला के दूसरे दिन का पहला सत्र सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुआ कार्यशाला में सबसे पहले प्रकृति शक्ति फड़ापेन का प्रतीक चिन्ह रखकर गोंगो पूजन कर संजू वाडीवा व जयकुमार वरकड़े के संगीत के साथ प्रकृति शक्ति फड़ापेन की सामूहिक रूप से सुमरनी किया गया। तत्पश्चात कोयतुर हीरालाल पेंद्रो ने संविधान की प्रस्तावना एवं संविधान के अनुच्छेद 38 का वाचन कराये। इसके साथ ही संविधान के प्रस्तावना को एवं संविधान के अनुच्छेद 38 को संक्षिप्त में समझाये।
संजू वाडिवा द्वारा गोंडी में बधाई गीत की
आर्थिक गंड व्यवस्था के संस्थापक डॉ. नारवेन कासव टेकाम को जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाएं मंच पर सम्मान किया गया। जन्म दिन के अवसर पर संजू वाडिवा द्वारा गोंडी में बधाई गीत की प्रस्तुति जिसमें सभी ने खुशी से नृत्य किये। बहुत सारे सगा पाड़ियों ने उनके जन्म दिवस पर उनके नाम पर कंपनी के शेयर खरीद कर गिफ्ट किये।
कृषि वनोपज एवं लघु गृह उद्योग के बारे में विस्तार से बताये
उसके पश्चात छत्तीसगढ़ से पधारे भूपसाय मरकाम ने बताया कि व्यवसाय करना कितना आसान है और व्यवसाय कैसे किया जाता है, उसके संबंध में विस्तार से बताये। डॉक्टर नारवेन कासव टेकाम के द्वारा आर्थिक गंड व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही बताये कि हमारा समाज आर्थिक रूप से मजबूत कैसे बन सकता है। जबलपुर से पधारे कोयतुर के.एस. नेताम जी के द्वारा कृषि वनोपज एवं लघु गृह उद्योग के बारे में विस्तार से बताये ।
समाज को संगठित करने अपने संघर्ष व सुखद परिणाम बताये
समाज की वरिष्ठ मातृशक्ति तिरूमाय सरिता पद्माकर ने समाज को संगठित करने अपने जीवन के संघर्ष बताये एवं उसके सुखद परिणाम भी बताये। सगा सग्गुन संस्था से अजीत टेकाम, गोंड समाज महासभा से रतिपाल इड़पाचे, विजय वट्टी, दीपशिखा ध्रुव एवं जे एस धुर्वे द्वारा इस आयोजन के लिए के लिए आयोजक समिति को बधाई दी और आने वाले समय में इसको बड़े रूप में आयोजित करने के लिए समिति से आग्रह किया। जिसमें आश्वासन दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा सहयोग और समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने का इसमें प्रयास करेंगे।
आर्थिक गंड व्यवस्था का प्लान बुक का विमोचन किया गया
कार्यशाला के बीच में कोयतुर पारसी (गोंडी) लयकी किताब का जो कि नीचे से ऊपर और दाएं से बाएं गोंडी लिपि तैयार किया गया है। इसका और आर्थिक गंड व्यवस्था का प्लान बुक का विमोचन किया गया। इसके साथ में छिंदवाड़ा के कुपाड़ रोहित सरियाम द्वारा डिजिटल पत्रकारिता का भी शुभारंभ किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र आदि प्रदेशों के सभी ट्राईबल के खबरों को डिजिटल रूप में स्थान दिया जाएगा। द्वितीय दिवस की यह कार्यशाला रात्रि 9:00 बजे तक चला उसके बाद सभी ने रात्रि भोजन किया ।