नसीपुर में रेत माफिया पोकलैंड मशीन से कर रहे अवैध उत्खनन
क्षेत्रिय नेताओं की सांठगाँठ से जारी है रेत खनन का अवैधानिक खेला
सिवनी। गोंडवाना समय।
केवलारी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कुछ छुट भैया नेता जो कि रेत के काले कारोबार में रेत माफियाओं के साथ मिलकर धन उगाही कर रहे है। पहले कांग्रेस विधायक सहित छुटभैया नेताआें ने खूब चिल्ला चोट किया था लेकिन अब रेत माफिया के साथ मिलकर रेत का व्यापार कर रहे है।
कांग्रेस के साथ साथ भाजपा के भी विधायक की पार्टनरशिप की चर्चा है। सत्ता और विपक्ष दोनों खनिज रेत माफिया के साथ अवैध कारोबार में लिप्त हो गये है।
पहले पंचायतों को जब रेत खदान लीज पर दी गई थी तब पंचायत के जिम्मेदारों ने लाखों की रायल्टी का गोलमाल किया था जिसकी वसूली खनिज विभाग अब तक नहीं कर पाया है।
खून खराबा के इंतजार में है प्रशासन
नसीपुर क्षेत्र में रेत माफिया अवैध रूप से उत्खनन पोकलैंड मशीनों व जेसीबी मशीनों से बिना अनुमति के ही रेत निकाल रहे है। पहले से ही उत्खनन करके डंप करके रखे हुये है। रेत का काला कारोबार सत्ता और विपक्ष के नेताओं के गठजोड़ से मजबूत हो गया है। |
खनिज विभाग अपनी क्षमता अनुसार कार्यवाही कर रहा है लेकिन नसीपुर में अवैध उत्खनन कोे रोकने की कोशिश नहीं कर पा रहे है। प्रतिबंधित मशीनों से अवैध रूप से रेत का उत्खनन करने वालों पर आखिर ईमानदार व सुशासन का राग अलापने वाली भाजपा की सरकार में कार्यवाही क्यों नहीं हो पा रही है।
वहीं क्षेत्रिय ग्रामीणजनों के द्वारा जब प्रतिबंधित मशीनों को नदी में रेत उत्खनन से रोका जा रहा है तो रेत माफिया गुण्डागर्दी करने से नहीं चूक रहे है। शासन प्रशासन का हस्तक्षेप नहीं हुआ तो नसीपुर में अवैध उत्खनन करने वाले रेत माफिया खून खराबा भी कर सकते है जिसका जिम्मेदार कौन होगा। रेत माफियाओं को मिल रहा सरंक्षण से ऐसा लग रहा है कि खून खराबा करने के लिये प्रशासन भी बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
क्या विधायक और इनके समर्थक नेतागण बन गये पार्टनर
आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी में रेत का कारोबार करने वाले रेत माफिया के खिलाफ पहले कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने विधानसभा सदन से लेकर कलेक्टर कार्यालय के साथ साथ रेत खदान में आॅन द स्पाट जाकर विरोध जताया था। यहां तक कि रोड में ओवर लोड डंफरों को रूकवाया गया, पकड़वाया गया, रायल्टी चोरी का मुद्दा उठाया गया।
जिसे समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक मीडिया में सुर्खियां भी बहुत मिली वहीं जनता को भी लगा कि वास्तविकता में सिवनी जिले के कांग्रेस व भाजपा के विधायक और इनके नेतागण रेत माफिया के खिलाफ है। वहीं नेतागण अब रेत माफिया के साथ गठबंधन करके खुद ही इस खनन खेला में शामिल हो गये है। िखलाफत करते करते ऐसा क्या हुआ कि रेत माफिया के साथ ही कांग्रेस और भाजपा के विधायक और इनके समर्थक नेतागण पार्टनर बन गये है।