पंचायत राज खत्म हो रहा और भ्रष्टाचार चरम पर है
जिला पंचायत सदस्या ललिता रावेन शाह उईके ने अनदेखी का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री से जिला पंचायत प्रशासन सिवनी की स्थिति सुधारे और सुशासन प्रदान कराये जाने की मांग
छपारा। गोंडवाना समय।
श्रीमति ललिता रावेनशाह उइके द्वारा बताया गया है कि जिला प्रशासन सिवनी के संरक्षण में लगातार पंचायत जनप्रतिनिधियों की अनदेखी हो रही है, उनकी क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। जिला पंचायत प्रशासन को लगातार पत्राचार किए जाते हैं लेकिन जनप्रतिनिधियों के पत्रों पर कार्यवाही नहीं होती है उनकी मांगे नहीं सुनी जा रही है।
जिला पंचायत सीईओ पर लगाया मनमानी का आरोप
जिला पंचायत सिवनी के अंतर्गत 19 जिला पंचायत सदस्य है उनका कहना है कि किसी की भी जिला पंचायत कार्यालय द्वारा कार्यवाही समय पर नहीं हो रही है। सीईओ जिला पंचायत मनमानी ढंग से जिला पंचायत चला रहे हैं, उन्हें जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए पत्रों पर जानकारी नहीं होती है, उनके बाबू कर्मचारी भी जबाव नहीं देते हैं। मीटिंग आयोजन भी सीईओ की मर्जी से होती है, सामान्य सभा में विस्तृत चर्चा से अधिकारी बचते हैं। मीटिंग के एजेंडा 7 दिन पहले नहीं मिलते हैं, टाल मटोल किया जाता है। जिला पंचायत व जनपद पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष की भी नहीं सुनी जा रही है। इससे प्रतीत हो रहा है कि जिला पंचायत सीईओ मनमानी कर रहे हैं।
पंचायतों में ठेकेदारी प्रथा को रोका जावे
पंचायतों में ठेकेदारी प्रथा मौजूद है, कई बार मुद्दा उठा गया है कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ठेकेदारी प्रथा रोका जावे। इसके लिए पंचायत के सभी नियमों का पालन किया जावे लेकिन सीईओ के संरक्षण में भ्रष्टाचार चरम पर है और उसे जिला प्रशासन द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिला कलेक्टर कोे भी कराया गया अवगत
जिला पंचायत सदस्यों द्वारा जिला प्रशासन सिवनी के मुखिया कलेक्टर को भी अवगत कराया गया है कि जिला पंचायत सदस्यों की बात नहीं सुनी जा रही है, उनके पत्रों पर जानकारी नहीं दी जा रही है। मीटिंग समय-समय पर आयोजित नहीं हो रही है, विभागों की बैठकों भी नही हो रही है। इससे जिला पंचायत सदस्यों के क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग है कि जिला पंचायत प्रशासन सिवनी की स्थिति सुधारे और सुशासन प्रदान करें।