टीआरसी सुपर बाजार खोलने लगभग 20 लोगों ने एक दिन में 16 लाख रुपए एकत्रित किया
हम बड़ा व्यवसाय करते हैं तो और भी लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान करते हैं
भोपाल। गोंडवाना समय।
आर्थिक गंड व्यवस्था का तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन दिवस बड़ा ही शानदार रहा। टीआरसी सुपर बाजार खोलने के लिए लगभग 20 लोगों के सहयोग से 16 लाख रुपए एकत्रित किया गया।
हम आपको बता दे कि 19 जनवरी 2025 को गोंड राजा भूपाल शाह सल्लाम की नगरी गढ़ भोपाल जो कि मध्य प्रदेश की राजधानी व झीलों की नगरी है। आर्थिक गंड व्यवस्था के तहत नर्मदीय भवन, सेकंड स्टॉप, भोपाल में प्रथम प्रांतीय अधिवेशन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रकृति शक्ति फड़ापेन की सामूहिक रूप से सुमरनी किया गया
इस तीन दिवसीय आवासीय बेसिक कार्यशाला के तीसरे दिन का पहला सत्र सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुआ। कार्यशाला में सबसे पहले प्रकृति शक्ति फड़ापेन का प्रतीक चिन्ह रखकर गोंगो पूजन कर गीतकार गायक व संगीतकार संजू वाडीवा व जयकुमार वरकड़े के संगीत के साथ प्रकृति शक्ति फड़ापेन की सामूहिक रूप से सुमरनी किया गया।
हमारे समाज के लोगों को बड़े व्यवसाय व्यापार की ओर बढ़ना चाहिए
तत्पश्चात कोयतूर हीरालाल पेंद्रो द्वारा समापन दिवस के कार्यशाला में क्या-क्या होगा उसको क्रमबद्ध तरीके से सभी प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया गया। भूपसाय मरकाम द्वारा बताया गया कि हम बड़ा व्यवसाय करते हैं तो और भी लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान करते हैं और कहा कि हमारे समाज के लोगों को बड़े व्यवसाय व्यापार की ओर बढ़ना चाहिए।
शिक्षा ग्रहण करना चाहिए ताकि हम किसी से पीछे ना रहें
छत्तीसगढ़ से पधारे मुकेश राज द्वारा युवाओं के लिए विशेष जानकारी दिया गया। जिसमें कहा कि हम जैसे युवाओं को इस आर्थिक गंड व्यवस्था में किस तरह से साथ देकर अपने साथ समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सभी तरह की शिक्षा ग्रहण करना चाहिए ताकि हम किसी से पीछे ना रहें ।
कोया पूनेम (गोंडी धर्म) के बारे में जानकारी दिया
आर्थिक गंड व्यवस्था के संस्थापक डॉ. नारवेन कासव टेकाम कार्यशाला में उपस्थित सांगजनों के साथ प्रश्नो उत्तर के माध्यम से इस आर्थिक दंड व्यवस्था से संबंधित शंकाओं को दूर करने का प्रयास किये। इसके साथ ही मानव जीवन की उत्पत्ति एवं प्राकृतिक धर्म कोया पूनेम (गोंडी धर्म) के बारे में बड़े ही विस्तार से जानकारी दिये और बताया कि अन्य धर्म और हमारे कोया पुनेम में क्या अंतर है ?
आर्थिक संकटों को हम सब मिलकर दूर कर सकें
जबलपुर से पधारे के एस नेताम और भोपाल से घनश्याम मर्सकोले कार्यशाला में उपस्थित सभी सगजनों से आग्रह किया कि जो भी तीन दिन में वह सीख कर जा रहे हैं। वह अपने क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने का प्रयास करेंगे ताकि हमारा समाज आर्थिक रूप से मजबूत बने आने वाले आर्थिक संकटों को हम सब मिलकर दूर कर सकें। इस सफल कार्यक्रम के लिए भोपाल की टीम और छत्तीसगढ़ टीम को बहुत-बहुत बधाई एवं ढेर सारी शुभकामनाएं दिए ।
जल्द ही भोपाल में एक सुपर बाजार खोलने की योजना है
भोपाल में टीआरसी सुपर बाजार खुले उसके लिए लगभग 20 लोगों ने अपनी सहयोग राशि टास्क होल्डर के रूप में सहयोग दिया। जिसमें लगभग 16 लाख रुपए एकत्रित किया गया। बहुत जल्द ही भोपाल में एक सुपर बाजार खोलने की योजना है, जो समाज के लोगों के लिए प्रेरणा और इस आर्थिक गंड व्यवस्था को आगे बढ़ाने और समाज की आर्थिक स्थिति को सुधारने में सहायक होगी।
अपने गांव क्षेत्र में इसको बताने और प्रचार-प्रसार करने का आश्वासन दिया
फीडबैक सेशन में जितने भी सागा जन अलग-अलग जिलों से इस कार्यशाला में शामिल हुए थे। सभी का एक-एक कर फीडबैक लिया गया, सभी ने आश्वासन दिया कि जो भी सीख कर जा रहे हैं। अपने गांव क्षेत्र में इसको बताने और प्रचार-प्रसार करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम आयोजक समिति की ओर से सभी को इस कार्यशाला में शामिल होने का प्रमाण पत्र, आर्थिक गंड व्यवस्था का प्लान बुक एवं इससे संबंधित पंपलेट दिया गया।
सफल कार्यक्रम के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दिये
तीन दिवसीय इस कार्यशाला के समापन की बेला में संजू वाडीवा द्वारा गोंडी गीत और भूपसाय मरकाम द्वारा छत्तीसगढ़ी गीत एवं रिकॉर्डिंग गीत के माध्यम से सभी ने सामूहिक गोंडी, छत्तीसगढ़ी, कर्मा नृत्य किया एवं एक दूसरे को सफल कार्यक्रम के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दिये।
कार्यक्रम के अंत में गोंड समाज महासभा के रतिपाल इड़पाचे जी एवं हीरालाल पेंद्रो जी द्वारा इस तीन दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने के लिए सभी का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया गया । यह समापन दिवस सुबह 10:00 बजे से लेकर रात्रि 9:00 तक चला बाद में सभी ने मिलकर भोजन किया ।