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मौन व्रत पर बैठे विधायक कमलेश्वर डोडियार, आखिर गालीबाज डॉक्टर पर कार्यवाही क्यों नहीं ?

मौन व्रत पर बैठे विधायक कमलेश्वर डोडियार, आखिर गालीबाज डॉक्टर पर कार्यवाही क्यों नहीं ?

कमलेश्वर डोडियार आदिवासी विधायक की आवाज विधानसभा सदन में माईक बंद कर दबाई जा रही 


भोपाल। गोंडवाना समय। 

आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार को रतलाम जिले के सैलाना में सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर सी पी एस ठाकुर के द्वारा अपमानजनक तरीके से अभद्रता पूर्वक गंदी गंदी गाली बककर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया था।
             


इसके बाद विधायक की शिकायत और मशक्कत व थाना परिसर में धरना में बैठने के बाद गालीबाज डॉक्टर सी पी एस ठाकुर पर एफआईआर दर्ज की गई थी। वहीं डॉक्टर की शिकायत पर भी आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार पर भी एफआईआर दर्ज किया गया था।
            वहीं आदिवासी विधायक के साथ अपमानजनक कृत्य को लेकर आदिवासी समाज के द्वारा गालीबाज डॉक्टर पर विभागीय कार्यवाही व कानूनी कार्यवाही के लिये 11 दिसंबर 2024 कोे रतलाम में शांतिपूर्ण आंदोलन करने का ऐलान किया गया था।
            

आदिवासी समाज के आहवान पर रतलाम में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से आदिवासी समाज के सगाजन रतलाम पहुंचे थे। वहीं 11 दिसंबर को आंदोलन प्रारंभ होने के पूर्व ही सैलाना के आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार व उनके अन्य साथियों को गिरफतार करके जेल भेज दिया गया था।                         इसके बाद लगभग 3 दिनों तक जेल में रखने के बाद ही आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार व उनके अन्य साथियों को जमानत दी गई थी। वहीं गालीबाज डॉक्टर को न तो गिरफतार किया गया है और न हीं विभागीय कार्यवाही की जा रही है। 

कमलेश्वर डोडियार के बोलने के दौरान कर दिया माईक बंद


आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार ने जेल से जमानत मिलने के दूसरे ही दिन वे भोपाल पहुंच गये थे क्योंकि 16 दिसंबर 2024 से विधानसभा थी।

विधानसभा सदन में आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार ने अपने साथ डॉक्टर द्वारा दी गई गाली व अपमानजनक कृत्य को लेकर विधानसभा सदन में बोलने का प्रयास किया लेकिन उनकी आवाज को दबाने के लिये विधानसभा सदन का माईक ही बंद कर दिया गया। 

नरेन्द्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष से विधायक ने पूछा क्या डॉक्टर आपका रिश्तेदार है 


इससे आहत होकर उन्होंने अपनी बात मीडिया के समक्ष रखते हुये कहा कि मेरी आवाज को विधानसभा सदन में दबाने का प्रयास किया जा गया, डॉक्टर के संंबंध में बात रखने के पहले ही सदन में माईक बंद कर दिया गया। आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार ने यह भी कहा कि मैंने इस संंबंध में विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर को भी पत्र लिखा है कि यदि वे आपका रिश्तेदार है तो यह सभी के सामने स्पष्ट कर दीजिए। जिस तरह से डॉक्टर से आदिवासी विधायक के साथ गाली बकते हुये बर्ताव किया है उस पर कड़ी कानूनी कार्यवाही के साथ साथ विभागीय कार्यवाही भी की जाना चाहिये। 

आदिवासियों की आवाज को विधानसभा सदन में भी दबाया जा रहा है 

वहीं दूसरे दिन सदन में जब आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार पुन: विधानसभा सदन में स्थगन प्रस्ताव लाकर डॉक्टर के मामले में बात रखने का प्रयास किया। इस बार भी आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार को बोलने का मौका नहीं दिया गया और उनका माईक पुन: बंद कर दिया गया।
                


इसके बाद आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार ने कहा कि पहले आदिवासी विधायक का डॉक्टर ने गाली बककर अपमान किया। इसके बाद विधानसभा सदन में आदिवासी विधायक की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में आदिवासियों की आवाज को दबाने का प्रयास मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा किया जा रहा है। 

नेता प्रतिपक्ष उमंघ सिंघार ने भी किया समर्थन 

वहीं आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार को जब विधानसभा के सदन में दो दिनों तक बोलने का मौका नहीं दिया गया, बोलने के दौरान माईक बंद कर दिया गया। इससे आहत होकर विधायक कमलेश्वर डोडियार ने मध्यप्रदेश विधानसभा सदन के सामने मौन व्रत रखकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान उनके समर्थन में नेता प्रितपक्ष उमंग सिंघार सहित कांग्रेस के अन्य विधायकगण भी पहुंचे।

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