छत्तीसगढ़ में सांय-सांय आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासियों को बेची जा रही है-तुलेश्वर सिंह मरकाम
कलेक्टर की बिना अनुमति के ही आदिवासी की जमीन गैर आदिवासी को बिक गई
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा कार्यवाही को लेकर किया जा धरना प्रदर्शन
सक्ति/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।
छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासियों की जमीन बिना कलेक्टर की अनुमति के ही रजिस्ट्री गैर आदिवासी को किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के सक्ति जिले में आदिवासी की जमीन बिना अनुमति के ही बिकने का मामला सामने आया है। वहीं इस मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन भी प्रारंभ कर दिया गया है।
वहीं बीते 26 नवंबर 2024 को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम व गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिह मरकाम भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। जहां पर सरकार, शासन, प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि 10 दिनों के अंदर यदि प्रशासन से आदिवासी की जमीन को बिना अनुमति के ही गैर आदिवासी को रजिस्ट्री करने के मामले में कार्यवाही नहीं की गई। वहीं रजिस्ट्री को शून्य नहीं कराया गया तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कलेक्टर कार्यालय घेराव करेगी।
गोंगपा पदाधिकारियों ने लिखा था पत्र
गोड़वाना गणतंत्र पार्टी सक्ति जिला ईकाई, जिला अध्यक्ष, जिला सचिव, संभागीय महामंत्री एवं अन्य सदस्यो के द्वारा 15 अक्टूबर 2024 एवं 11 नवंबर 2024 के माध्यम से ग्राम कनचनपुर तहसील सक्ती जिला सक्ती छत्तीसगढ़ की निवासी जानकी बाई पति स्व. गणेश गोड़ एवं अन्य के स्वामित्व के भूमि खसरा नम्बर 14/3 रकबा 0.12 एकड़ को जगदीश बंसंल पिता रामफल निवासी सक्ती के द्वारा कलेक्टर की अनुमति के बैगैर खरीदा गया था।
26 नवंबर को शामिल हुये गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधायक
जिस पर क्रेता एवं तात्कालिन उप पंजीयक अधिकारी के द्वारा आदिवासी जमीन को गैर आदिवासी व्यक्ति के नाम रजिस्ट्ररी कर दिये जाने के विरोध में उचित जॉच करते हुऐ एफ. आई. आर. दर्ज करने की मांग कि गई थी। जिस पर आज पर्यन्त कनचनपुर स्थित भुमि खसरा नम्बर 14/3 रकबा 0.12 एकड के संबंध में कोई जाँच अथवा कार्यवाही नहीं हुई है।
वहीं इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से 19 नवंबर 2024 से उचित एवं आवश्यक कार्यवाही होते तक गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला ईकाई सक्ती कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे हुये है। इसके बाद दिनांक 26 नवंबर 2024 को गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम, व गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव धरना स्थल पर पहुंचे।
छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर अन्याय, अत्याचार निरंतर बढ़ रहे है
इस दौरान गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम ने कहा कि मूल मालिकों के नाम की जमीनों पर बड़ी गड़बड़ी हो रही है। आदिवासियों के साथ अन्याय, अत्याचार हो रहा है। आदिवासियों की जमीनों को कंपनियां के द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से खरीदी जा रही है। वहीं अन्य प्रांतों के आदिवासियों के नाम पर छत्तीसगढ़ के आदिवासियों की जमीनों की रजिस्ट्री की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में सांय-सांय आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासियों को बेची जा रही है। आदिवासियों के नाम पर बजट भी अन्य मदों व अन्य वर्गों में खर्च किया जा रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ में सिर्फ आदिवासी चेहरा ही मुख्यमंत्री है लेकिन सरकार आदिवासियों के विरोध में कार्य कर रही है। आदिवासियों के विरोध में फैसला लिया जा रहा है। आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर अन्याय, अत्याचार निरंतर बढ़ रहे है।
कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जायेगा
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने कहा कि आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासियों को बिना कलेक्टर की अनुमति के ही रजिस्ट्री की जा रही है। इसके लिये जिम्मेदार रजिस्ट्रार पंजीयक पर एफआईआर की जावे। वहीं रजिस्ट्री को शून्य की जावे। इस मामले को गोंगपा के पदाधिकारी 19 नवंबर 2024 से धरना प्रदर्शन कर रहे है। वहीं शासन प्रशासन द्वारा गंभीरता से कार्यवाही नहीं की जा रही है। यदि 10 दिनों के अंदर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जायेगा।