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भ्रष्टाचार का सबूत, तीन लाख की रिश्वत लेते सहायक आबकारी अधिकारी पवन झारिया रंगेहाथों पकड़ाया

भ्रष्टाचार का सबूत, तीन लाख की रिश्वत लेते सहायक आबकारी अधिकारी पवन झारिया रंगेहाथों पकड़ाया 

सिवनी आबकारी अधिकारी शैलेष जैन के कहने पर मांग रहा था रिश्वत 

शराब दुकानों का ठेका संचालित रखने के एवज में मांगी थी रिश्वत,

जबलपुर लोकायुक्त टीम ने की कार्यवाही


सिवनी। गोंडवाना समय। 

भ्रष्टाचार किस कदर सुशासन की सरकार में शिष्टाचार बनी हुई है, इसका सबूत सरकार की योजनाओं व सरकारी सिस्टम को चलाने वाले शासन-प्रशासन की क्रियान्वयन मिशनरी के कुछेक विभागीय अधिकारियों व कुछेक कर्मचारियों के द्वारा लाखों रूपये की रिश्वत लेने का सबूत लोकायुक्त की कार्यवाही में रंगेहाथों पकड़े जाने पर मिल रहे है।
                


सिवनी जिले में भी शायद ही ऐसा कोई महिना खाली जाता होगा जब कोई न कोई सरकारी विभाग का अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम से रंगेहाथों न पकड़ाता हो, यह मध्यप्रदेश की सुशासन वाली सरकार के लिये उचित नहीं है।
                

भ्रष्टाचार व रिश्वत के ऐसे मामले उजागर होने से सरकार की छवी दागदार होती है। कई बार अधिकारी यह कहते सुने जाते है कि भोपाल में रूपये देकर विभाग प्रमुख की कुर्सी खरीदते है अब इसमें कितनी सत्यता है यह तो खरीदने और बेचने वाले ही जानते है।
                 सिवनी जिला मुख्यालय में आबकारी विभाग के सहायक आबकारी अधिकारी को लोकायुक्त की टीम ने साढेÞ तीन लाख रूपये की रिश्वत लेते हुये रंगेहाथों पकड़ा है, सबसे अहम व विशेष बात यह है सहायक आबकारी अधिकारी पवन झारिया यह रिश्वत जिला आबकारी अधिकारी शैलेष जैन के कहने पर ले रहा था। 

5 लाख रूपये मंथली रिश्वत के रूप में मांग रहे थे आबकारी अधिकारी शैलेष जैन 


सिवनी जिले के सहायक जिला आबकारी अधिकारी विदेशी मद्य भंडारगृह के प्रभारी पवन कुमार झारिया को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने साढ़े तीन लाख रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। वहीं सहायक आबकारी अधिकारी पवन झारिया का कहना है कि वह जिला आबकारी अधिकारी शैलेश कुमार जैन के कहने पर रिश्वत ली है।
                लोकायुक्त टीम के उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े ने बताया की राकेश कुमार साहू पिता स्वर्गीय बसंत लाल साहू उम्र 57 वर्ष निवासी खैरा पलारी तिगड्डा जिला सिवनी ने लोकायुक्त टीम को जानकारी दी थी कि सिवनी के तीन सिंडिकेट ग्रुप के नौ शराब दुकानों का ठेका संचालन करता है। जिसको सुचारू रूप से चलाने के लिये अवैध रूप से मासिक रिश्वत 5 लाख रुपए की मांग शैलेश कुमार जैन, सहायक आयुक्त आबकारी जिला सिवनी द्वारा की गई थी। 

आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई 

जिसकी शिकायत सत्यापन किया गया, जिसमें  3,50,000 रुपये रिश्वत की माँग कर पवन कुमार झारिया, सहायक जिला आबकारी अधिकारी को देने को कहा था। जिसके बाद दिनांक 12 नवंबर 2024 को शाम के समय पवन कुमार झारिया, सहायक जिला आबकारी अधिकारी को विदेशी मद्य भण्डारगृह सिवनी में  3,50,000 रिश्वत रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त जबलपुर टीम के उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवडे, इंस्पेक्टर मंजू किरण तिर्की, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा एवं 5 अन्य सदस्यों ने पकड़ा है। वहीं लोकायुक्त टीम द्वारा आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। 

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