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पहांदी पारी कुपार लिंगों जी का सिध्दांत स्वयं प्रकाश वान बनिए, और दूसरों को प्रकाश वान बनायें-रावेन शाह उइके

पहांदी पारी कुपार लिंगों जी का सिध्दांत स्वयं प्रकाश वान बनिए, और दूसरों को प्रकाश वान बनायें-रावेन शाह उइके

UTGA बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, इसे अपने अपने क्षेत्रों में लागू करें

अजय सिंह पोर्ते, संवाददाता।
सरगुजा व बिलासपुर संभाग।
सूरजपुर/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।

छत्तीसगढ़ राज्य में आयोजित 10 वॉं कोया पुनेम राष्ट्रीय आदिवासी प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिवस के कार्यशाला प्रशिक्षण के पश्चात फीडबैक में मुख्य वक्ता बतौर ितरूमाल रावेन शाह उईके ने अपने उद्बोधन में आदिवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा पहांदी पारी कुपार लिंगों जी का सिध्दांत है, स्वयं प्रकाश वान बनिए, और दूसरों को प्रकाश वान बनायें।
            


यह सिध्दांत ही UTGA यूनाइटेड ट्राइब गोण्डवाना एसोसिएशन के माध्यम से संचालित KWRL एवं  KWTL द्वारा हम भारत देश के विभिन्न प्रांतों के सभी आदिवासी बाहुल्य आदिवासी क्षेत्रों/विकास खंडों में स्थापित करना है।

समाज का सर्वांगीण विकास के लिए हम सभी संकल्पित हैं 


आर्थिक गण्ड व्यवस्था आंदोलन के संरक्षक डॉ.नारवेन कासव टेकाम सहित सभी आयोजक टीम के सदस्यों का धन्यवाद एवं सेवा जोहार समर्पित करते हुए गोंडवाना आंदोलन के समर्पित कार्यकर्ता एवं जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि रावेन शाह उईके सिवनी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा समाज का सर्वांगीण विकास के लिए हम सभी संकल्पित हैं। हमारे घर, परिवार, समाज,देश - विदेश के सर्वांगीण विकास के लिए व्यापार व धन की आवश्यकता होती है, इसलिए व्यापार करते हुए  आर्थिक आजादी हासिल करना है।

LAND (भूमि) आधारित व्यापार, व्यवसाय करना है 


छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश से पधारे दादा धन्नु सिंह ध्रुवे ने सम्बोधित करते हुए अंग्रेजी के LAW के अनुसार प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देते हुए बताया WATER, AIR पर आधारित करेंसी का व्यापार हो रहा है। हम आदिवासियों को LAND (भूमि) आधारित व्यापार, व्यवसाय करना है और अपने जीवन को प्राकृतिक एवं वैज्ञानिक आधारित सामुदायिक विकास के लिए समर्पित करना चाहिए।

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