स्व अर्जुन सिंह डेहरिया ने मेहरा समाज के सामाजिक उत्थान के लिये कर दिया था जीवन समर्पित
छिंदवाड़ा जिले के ग्राम जमुनिया (नेर) में जन्मे सेवानिवृत्त शिक्षक स्व अर्जुन सिंह डेहरिया का दुखद निधन
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
गांव से संघर्षमय जीवन की शुरूआत करते हुये शहर तक शिक्षा प्राप्त करने का साहस दिखाने के लिये अपने समाज के साथ साथ अन्य समाज वर्ग के लिये भी प्रेरणादायक जीवनकाल स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया जी का रहा है।
शासकीय सेवा में 44 वर्ष तक कर्तव्य निभाने के दौरान गांव में जन्म लेने वाले स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया जी, शैक्षणिक संस्थान व शिक्षा विभाग से जुड़े हुये कर्मचारियों व अधिकारियों के बीच में और शिक्षा जगत के साथ साथ सामाजिक दिशा में पहचान को मोहताज नहीं रहे है। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिये स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया ने अपने परिवार के साथ-साथ नाते-रिश्तेदार, समाज व अन्य वर्ग के बच्चों को पढ़ने के लिये विशेष प्रयास करते रहे है।
सामाजिक गतिविधियों में तो अंतिम समय तक उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया था। स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया को सामाजिक मीटिंग के दौरान ही उन्हें शारीरिक तकलीफ हुई और दो दिनों के उपचार के बाद उनका दुखद निधन 20 नवंबर 2024 को छिंदवाड़ा में हो गया।
स्वर्गीय श्री अर्जुन सिंग डेहरिया जी सेवानिवृत्त शिक्षक जो कि श्री सुनील डेहरिया, श्री संजय डेहरिया के पिता जी थे। वहीं श्री दुर्गाप्रसाद डेहरिया पूर्व प्राचार्य के ससुर एवं श्री नेतराम डेहरिया सेवानिवृत्त शिक्षक पेटदेवरी वालो के साले थे। इनका विवाह नरसिंहपुर जिले के करेली तहसील के अंतर्गत ग्राम बारहा छोटा में स्व श्रीमति सुशीला डेहरिया के साथ हुआ था।
किसान परिवार में जन्मे स्व अर्जुन सिंह डेहरिया जी का शैक्षणिक सफर संघर्षमय रहा
हम आपको बता दे कि किसान परिवार मां स्वर्गीय श्रीमती सुभद्रा डेहरिया व पिता स्व श्री घासीराम डेहरिया के यहां जन्म लेने वाले स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया का जन्म 9 सितंबर 1942 को छिंदवाड़ा जिले के ग्राम जमुनिया (नेर) में हुआ था। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करना उस जमाने में बहुत ही कठिन था, या हम यह कह सकते है उनका शैक्षणिक सफर संघर्षमय ही रहा है। स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया जी ने शैक्षणिक योग्यता एम ए समाजशास्त्र से किया था।
44 वर्ष शिक्षा का उजियारा फैलाने निभाया शासकीय कर्तव्य
किसान परिवार के जन्म लेने वाले स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया ने खेती किसानी का कार्य करने के साथ साथ गांव से लेकर शहर तक पहुंचकर संघर्ष करते हुये शिक्षा प्राप्त किया। इसके पश्चात उन्होंने शासकीय शिक्षक के रूप में वर्ष 1960 से वर्ष 2004 तक निम्न श्रेणी शिक्षक से उच्च श्रेणी शिक्षक तक के पद में रहते हुये कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी जवाबदारी का जिम्मेदारी के साथ शैक्षणिक संस्थान में शिक्षा का उजियारा फैलाने में अपना शासकीय कार्यकाल पूर्ण किया था।
मेहरा डेहरिया समाज के सामाजिक उत्थान की दिशा में जीवन पर्यंत करते रहे कार्य
शासकीय कर्तव्य निभाने के साथ साथ सबसे महत्वपूर्ण भूमिका स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया ने डेहरिया मेहरा समाज के प्रत्येक क्षेत्र में सामाजिक उत्थान, प्रगति, उन्नति की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिता निभाते हुये अपना पूरा जीवन समाज के लिये समर्पित कर दिया था।
स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया डेहरिया मेहरा समाज के सामाजिक कार्य के तहत सामाजिक उत्थान के लिये सामाजिक संगठन के विभिन्न पदों पर रहते हुये सतत प्रयत्नशील रहे है। इसका प्रमाण यह है कि सामाजिक मीटिंग के दौरान ही उन्हें शारीरिक तकलीफ हुई और दो दिनों के उपचार के बाद उनका निधन दिनांक 20 नवंबर 2024 की रात्रि में 82 वर्ष की आयु पूर्ण करते हुये हो गया है।
प्रेरणादायक है सामाजिक उत्थान की दिशा में किये गये उल्लेखनीय योगदान
स्व अर्जुन सिंह डेहरिया के निधन के पश्चात उनकी अंतिम संस्कार यात्रा उनके गृह निवास शिक्षक कॉलोनी खजरी छिंदवाड़ा से पातालेश्वर धाम 20 नवंबर 2024 को दोपहर में लगभग 1 बजे सैकड़ों की संख्या में मौजूद नागरिकों, रिश्तेदारों, सामाजिक पदाधिकारियों व सदस्यगणों व पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह की उपस्थिति में किया गया।
इस दौरान अंतिम संस्कार के बाद दो मिनिट का मौन रखते हुये श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। वहीं इस दौरान डेहरिया मेहरा समाज के प्रांतीय पदाधिकारी श्री ब्रजेश वट के द्वारा स्व श्री अर्जुन सिंह डेहरिया के द्वारा सामाजिक उत्थान की दिशा में किये गये उल्लेखनीय योगदान को प्रेरणादायक बताया।