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दागियों पर कार्यवाही के बजाय किया जा रहा है पुरस्कृत-उमंग सिंघार

दागियों पर कार्यवाही के बजाय किया जा रहा है पुरस्कृत-उमंग सिंघार 

नर्सिंग काउंसिल में लाखो छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, 

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र


भोपाल। गोंडवाना समय।  

जहां एक ओर मध्यप्रदेश में हुए नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता घोटाले के मामले में हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई जाँच चल रही है और सरकार के द्वारा पिछले तीन सालों में खोले गए 700 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों में से आधे से ज्यादा नर्सिंग कॉलेज मापदंडों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। 

अपात्र कॉलेज को मान्यता दिलाने कूटरचित रिपोर्ट पेश की थी 


इसी बीच फिर से मध्यप्रदेश की नर्सिंग काउंसिल में दागियों को बिठाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। मध्यप्रदेश शासन ने काउंसिल में पिछले दिनों रजिस्ट्रार के रूप में श्रीमती अनिता चाँद की नियुक्ति की है। ये वही अनीता चाँद है जिन्होंने सत्र 2021-22 की मान्यता प्रक्रिया के समय नर्सिंग काउंसिल की निरीक्षण टीम में शामिल रहकर अपात्र कॉलेज को मान्यता दिलाने कूटरचित रिपोर्ट पेश की थी। 

अनिता चांद को नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार के पद से नवाजा गया है

जिसके आधार पर नर्सिंग कॉलेज को मान्यता मिली थी, जब कोर्ट के आदेश पर दोबारा उस कॉलेज की दोबारा जाँच हुई तो सच्चाई सामने आई और अपात्र कॉलेज की मान्यता समाप्त की गई लेकिन उस फजीर्वाड़े को अंजाम देने वाली निरीक्षण अधिकारी को कोई कार्यवाही करने के स्थान पर पुरुस्कार के रूप में नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार के पद से नवाजा गया है और श्रीमती अनीता चाँद द्वारा रजिस्ट्रार बनते ही कई दागियों को काउंसिल में बुलाकर स्क्रूटनी कमेटी का सदस्य बनाया गया है। 

रजिस्ट्रार अनीता चाँद को हटाया नहीं जा रहा है 

क्योंकि नर्सिंग काउंसिल के द्वारा अभी नये सत्र 2024-25 की मान्यता प्रक्रिया की जा रही है। जिसके अंतर्गत अगले एक सप्ताह में सभी कॉलेजों के मान्यता आवेदनों पर निर्णय किए जाने हैं। ऐसे समय में सरकार के संज्ञान में लाये जाने और याचिकाकर्ता के द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी सरकार के द्वारा रजिस्ट्रार अनीता चाँद को हटाया नहीं जा रहा है। जिससे स्पष्ट है कि सरकार के संरक्षण में ही दागियों को जिम्मेदारी वाले पद सौंपे जा रहे हैं।

रजिस्ट्रार अनिता चांद को तत्काल हटाया जाये 

माननीय उच्च न्यायालय में चल रहे प्रकरण और सीबीआई जाँच के चलते फजीर्वाड़े के आरोपियों को मलाईदार पद सौंपा जाना बिल्ली को दूध की रखवाली सौंपे जाने जैसा है। अत: मुख्यमंत्री से हम माँग करते हैं कि रजिस्ट्रार श्रीमती अनिता चाँद को तत्काल पद से हटाया जाये। जिससे की प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य फिर से खिलवाड़ ना हो सके।

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