कुकर्मी, अय्याश सचिव सुरेश बोपचे को बरघाट पुलिस ने किया गिरफ्तार
सरपंच कैलाश उईके ने 18 सितंबर को ही बरघाट जनपद सीईओ को कार्यवाही कराने लिखा था पत्र
पवार समाज का सिवनी में हुआ शक्ति प्रदर्शन परंतु सचिव सुरेश बोपचे के शक्ति प्रदर्शन पर क्यों है चुपचाप ?
कुकर्मी सचिव सुरेश बोपचे पूर्व में माफी मांगकर, पंचायत की महिलाओं को मां-बहन मानूंगा कह चुका है
12 घंटे के अंदर ही बरघाट पुलिस का मेहमान बना निलंबित सचिव सुरेश बोपचे
बरघाट/सिवनी। गोंडवाना समय।
सरकारी ग्राम पंचायत भवन में दिन दहाड़े घिनौना कृत्य करने के लिये शक्ति प्रदर्शन करने वाला कुकर्मी सचिव सुरेश बोपचे बरघाट पुलिस के शिंकजे और पंजे में फंस चुका है। हालांकि सूत्र बताते है कि आदिवासी महिला के साथ दिन दहाड़े पंचायत भवन में ही बलात्कार करते हुये शारीरिक शोषण करने वाला कुकर्मी सचिव सुरेश बोपचे को बचाने के लिये महिला जनप्रतिनिधियों ने भी बहुत जोर लगाया था।
वहीं बरघाट सहित सिवनी जिला का प्रतिनिधित्व करने वाले सत्ताधारी कई नेताओं ने भी सचिव सुरेश बोपचे के कुकृत्य को दबाने व बचाने के लिये अथक परिश्रम किया था। सिवनी जिला पुलिस प्रशासन और बरघाट पुलिस थाना प्रभारी द्वारा पंचायत के सचिव को आदिवासी महिला के साथ कुकृत्य करने के मामले में कानून की जंजीरों में जकड़ लिया है।
वहीं कानून के पंजे 12 घंटे के अंदर ही दबोचकर पुलिस का मेहमान भी बना लिया है। घिनौरा कृत्य की जानकारी बरघाट क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी है लेकिन कुछेक को छोड़कर अधिकांश ने अपना मुंह बंद करना ही उचित समझा।
सरपंच के लिखित आवेदन के बाद भी सीईओ ने कार्यवाही में लगा दिये 17 दिन
जनपद पंचायत बरघाट के अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरचिरा का शक्तिमान सचिव सुरेश बोपचे का शक्ति प्रदर्शन सुशासन की सरकार में किसी कलंक से कम नहीं है लेकिन इसी कलंक को कई सत्ताधारी अपने माथे पर लगाने के लिये बेताब थे और कुकर्मी को बचाने के लिये बेशर्मों की तरह राजनैतिक दावपेंच लगा रहे थे।
पुलिस के आगे अपनी दाल नहीं गलते देख उच्च राजनैतिक आकाओं को भी भिड़ाया इसमें महिला जनप्रतिनिधि ने भी भरसक कोशिश किया लेकिन कानून के शिंकजे में कसने से आदिवासी महिला के साथ कुकर्म करने वाले सचिव सुरेश बोपचे को नहीं बचा पाये।
वहीं ग्राम पंचायत चिरचिरा के सरपंच कैलाश उईके ने 17 सितंबर को घटना के बाद दूसरे ही दिन 18 सितंबर 2024 को ही जनपद पंचायत बरघाट के सीईओ को सचिव की दास्तान लिखित में आवेदन के साथ कानूनी कार्यवाही कराने व विभागीय कार्यवाही कराने के लिये प्रेषित कर दिया था।
कुकर्मी का सचिव का साथ देने के लिये बरघाट जनपद पंचायत के सीईओ ने भी अपनी भूमिका निभाया है। वहीं प्रमाणित कुकृत्य के बाद लगभग 17 दिनों के बाद मात्र निलंबन की कार्यवाही ही करा पाये।
माफीनामा में सचिव ने कहा था गांव की महिलाओं को मां-बहन की नजर से देखकर व्यवहार करूंगा
सचिव सुरेश बोपचे पूर्व से ही महिलाओं के प्रति बुरी नियत रखने का आदि रहा है। पूर्व में भी ओछी हरकतों के कारण सचिव सुरेश बोपचे कोे माफीमाना में यह लिखकर देना पड़ा था कि ग्राम की महिलाओं को मां और बहन की नजर से व्यवहार करूंगा।
यहां तक कि भविष्य में शिकायत का मौका नहीं दुंगा। हम आपकोे बता दे कि कुकर्मी सचिव सुरेश बोपचे को अय्याशी का पुराना शौक है। अपनी अय्याशी के लिये ग्राम पंचायत की मजबूर महिलाओं को शिकार बनाता है। पूर्व में सचिव सुरेश बोपचे ने महिलाआें के साथ घिनौनी हरकत करने के मामले में माफीनामा भी लिखकर दिया था।
हम आपको बता दे कि दिनांक 24 दिसंबर 2022 को सुरेश बोपचे ने माफीनामा में यह लिखकर दिया था कि मैं सुरेश कुमार बोपचे सचिव ग्राम पंचायत चिरचिरा सरपंच कैलाश उईके समक्ष माफी मांगता हूं और मेरे द्वारा पूर्व में जाने अनजाने में मजाक के तौर पर की गई या की गई गलती के लिये माफी मांगता हूं और भविष्य में मैं ग्राम की महिलाओं को मां और बहन की नजर से व्यवहार करूंगा।
भविष्य में ऐसी मजाक या शिकायत का मौका नहीं दुंगा। साथ ही किसी से पैसे की मांग नहीं करूंगा। कभी अनजाने में भूलवश मेरे द्वारा गलती होती है तो मैं स्वयं जिम्मेदार रहूंगा।
आरोपी को पुलिस ने 12 घंटे के अंदर किया गिरफतार-गंगाराम मरावी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सिवनी के जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी ने बताया कि ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे के द्वारा आदिवासी महिला के साथ की गई घिनौनी हरकत को लेकर कड़ी कार्यवाही व आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग किया था।
वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं सामाजिक संगठनो की सामुहिक मांग पर पुलिस अधीक्षक श्रीमान सुनील मेहता के निर्देश पर एसडीओपी बरघाट श्री ललित गठरे एवं बरघाट थाना प्रभारी श्री मोहनीश बैस द्वारा आदिवासी महिला पीड़िता की शिकायत पर बरघाट पुलिस थाना द्वारा आरोपी सचिव सुरेश बोपचे पर बीएनएस 2023-64 (1) के साथ अनुसूचित जाति एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत 3 (1) (डब्ल्यू)(आई), 3 (2) (व्हीए) के तहत प्रकरण दर्ज दिनांक 5 अक्टूबर 2024 को दर्ज किया गया है।
गंगाराम मरावी ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा हमें जानकारी दी गई है लगभग 12 घंटे के अंदर बरघाट पुलिस द्वारा सचिव को गिरफतार भी कर लिया है। हालांकि पुलिस द्वारा इस संबंध में अधिकृत जानकारी प्रसारित अभी नहीं की गई है।
गोंगपा सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी ने बताया कि पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के आई टी सेल के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश गोंड एवं सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी, लखनादौन विधानसभा प्रभारी सुक्कू वरकड़े, देवी सिंह अरवे सिवनी ने सामाजिक संगठनों के साथ पुलिस अधीक्षक से भेंट कर कार्यवाही की मांग किया था। जिस पर सिवनी पुलिस कप्तान श्री सुनील मेहता ने कार्यवाही के निर्देश दिये थे।
वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं सामाजिक संगठनो की सामुहिक मांग पर पुलिस अधीक्षक श्रीमान सुनील मेहता के निर्देश पर एसडीओपी बरघाट श्री ललित गठरे एवं बरघाट थाना प्रभारी श्री मोहनीश बैस द्वारा आदिवासी महिला पीड़िता की शिकायत पर बरघाट पुलिस थाना द्वारा आरोपी सचिव सुरेश बोपचे पर बीएनएस 2023-64 (1) के साथ अनुसूचित जाति एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत 3 (1) (डब्ल्यू)(आई), 3 (2) (व्हीए) के तहत प्रकरण दर्ज दिनांक 5 अक्टूबर 2024 को दर्ज किया गया है।
गंगाराम मरावी ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा हमें जानकारी दी गई है लगभग 12 घंटे के अंदर बरघाट पुलिस द्वारा सचिव को गिरफतार भी कर लिया है। हालांकि पुलिस द्वारा इस संबंध में अधिकृत जानकारी प्रसारित अभी नहीं की गई है।
गोंगपा सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी ने बताया कि पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के आई टी सेल के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश गोंड एवं सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी, लखनादौन विधानसभा प्रभारी सुक्कू वरकड़े, देवी सिंह अरवे सिवनी ने सामाजिक संगठनों के साथ पुलिस अधीक्षक से भेंट कर कार्यवाही की मांग किया था। जिस पर सिवनी पुलिस कप्तान श्री सुनील मेहता ने कार्यवाही के निर्देश दिये थे।