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सुरेश बोपचे सचिव पर आदिवासी महिला के साथ बलात्कार करने पर बरघाट पुलिस ने दर्ज किया प्रकरण

सुरेश बोपचे सचिव पर आदिवासी महिला के साथ बलात्कार करने पर बरघाट पुलिस ने दर्ज किया प्रकरण  

मजदूरी का भुगतान करने के बदले में सचिव ने आदिवासी महिला के साथ जबरन किया बलात्कार

ग्राम पंचायत भवन में आदिवासी महिला के साथ बलात्कार करने वाला सचिव सुरेश बोपचे हुआ निलंबित 

पुलिस प्रशासन ने आपत्तिजनक वीडियो वायरल नहीं करने की जनता से की अपील 


बरघाट। गोंडवाना समय। 

बरघाट पुलिस थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव द्वारा शासकीय पंचायत भवन में बीते दिनों आदिवासी महिला के साथ की गई घिनौनी हरकत एवं शारीरिक शोषण पर बरघाट पुलिस थाना द्वारा आदिवासी समाज की सामुहिक मांग व पीड़ित महिला के द्वारा की गई शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेकर कानूनी कार्यवाही दिनांक 5 अक्टूबर को की गई है।
            


वहीं जिला पंचायत सीईओ द्वारा ग्राम पंचायत में आदिवासी महिला के साथ की गई हरकत पर कार्यवाही करते हुये निलंबित कर दिया है। वहीं ग्राम पंचायत भवन में सचिव द्वारा आदिवासी महिला के साथ किये गये बलात्कार के मामले में जनता से अपील भी किया है कि आपत्तिजनक वीडियों को सोशल मीडिया में वायरल न किया जावे। 

सुरेश बोपचे पर प्रकरण दर्ज विवेचना में लिया गया 


प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला की शिकायत के अनुसार ग्राम पंचायत के सचिव सुरेश बोपचे के द्वारा मनरेगा की मजदूरी के भुगतान करने हेतु लालच देकर उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार करने के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज  करने की शिकायत दी।
        

जिस पर आरोपी पर बीएनएस 2023-64 (1) के साथ अनुसूचित जाति एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत 3 (1) (डब्ल्यू)(आई), 3 (2) (व्हीए) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। वहीं आरोपी सुरेश बोपचे के विरुद्ध अपराध कायम कर बरघाट पुलिस थाना द्वारा विवेचना में लिया गया है।

बरघाट पुलिस ने दर्ज किया प्रकरण 


आदिवासी महिला पीड़िता की शिकायत पर बरघाट पुलिस थाना द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुये बीएनएस 2023-64 (1) के साथ अनुसूचित जाति एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत 3 (1) (डब्ल्यू)(आई), 3 (2) (व्हीए) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। 

महिला व उसका पति मजदूरी कर परिवार का करते है पालन पोषण 

जनपद पंचायत बरघाट व बरघाट पुलिस थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे के द्वारा मनरेगा की मजदूरी के भुगतान करने हेतु लालच देकर आदिवासी महिला के साथ जबरदस्ती बलात्कार करने का घिनौना कृत्य किया गया है।
            जिस पर पीड़िता के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है। ज्ञात होवे कि आदिवासी महिला का पति बाहर रहकर मजदूरी करता है तथा पीड़ित आदिवासी महिला भी गांव में ही मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करती है। पीड़ित महिला के दो बच्चे है जिनके भरण पोषण के लिये पीड़ित महिला और उसके पति दोनों मिलकर काम करते है।

आज तुम्हारी मजदूरी का पैसा दे दूंगा, तुम ग्राम पंचायत में दोपहर में आना 

पीड़ित आदिवासी महिला ने ग्राम पंचायत चिरचिरा में मनरेगा के तहत मजदूरी की थी जिसकी मजदूरी का पैसा उसे नहीं मिला था। मजदूरी के भुगतान के लिये ग्राम पंचायत के सचिव सुरेश बोपचे से पैसो के लिये पीड़ित आदिवासी महिला ने कई बार बोला था तो सचिव टाल मटोल कर देता था।
                वहीं दिनांक 17 सितंबर 2024 को ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे ने पीड़ित आदिवासी महिला से कहा कि आज तुम्हारी मजदूरी का पैसा दे दूंगा, तुम ग्राम पंचायत में दोपहर में आना तो मजदूरी की राशि के संबंध में आदिवासी महिला 17 सितंबर 2024 को दिन में करीबन 4 से 5 बजे के बीच ग्राम पंचायत भवन पहुंची, उस समय वहाँ पर सचिव सुरेश बोपचे ग्राम पंचायत में अंदर अकेला बैठा हुआ था। 

अगर तुम मेरा ध्यान रखोगी तो मैं भी तुम्हारे फायदे के बारे में सोच सकता हूं 

पीड़ित आदिवासी महिला ने ग्राम पंचायत के सचिव से पूछा कि यहाँ पर कोई नहीं है, आपने मुझे अकेले में क्यों बुलाया है तो सचिव सुरेश बोपचे ने आदिवासी महिला से बोला कि तुम्हारी मजदूरी का भुगतान करने में मेरा क्या फायदा होगा, अगर तुम मेरा ध्यान रखोगी तो मैं भी तुम्हारे फायदे के बारे में सोच सकता हूँ।
            तब पीड़ित आदिवासी महिला ने सचिव सुरेश बोपचे से से बोली कि मैं बहुत गरीब हूँ, मेरी मजदूरी का भुगतान आप अभी करवा दो, तो सचिव सुरेश बोपचे ने पीड़ित आदिवासी महिला से बोला कि उसके लिये तुम्हें मुझे खुश करना पड़ेगा। 

मेरे साथ अगर तुम संबंध बनाओगी तो तुम्हें कई फायदे करवा दूँगा 

इसके बाद पीड़ित आदिवासी महिला ने ग्राम पंचायत के सचिव सुरेश बोपचे से कहा कि आप कैसी गंदी बाते कर रहे हो तो सचिव ने आदिवासी महिला से बोला कि तू मुझे पहले से पसंद है, मेरे साथ अगर तुम संबंध बनाओगी तो तुम्हें कई फायदे करवा दूँगा।
                इस दौरान पीड़ित आदिवासी महिला ने ग्राम पंचायत सचिव सुरेश बोपचे को टोकते हुये कहा कि आप मुझ पर गलत नियत क्यों रखे हो, तो सचिव बोला अगर मजदूरी का भुगतान चाहिये तो जैसा में कह रहा हूँ, वैसा तुझे करना पड़ेगा। 

मर्जी के विरुद्ध उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने लगा 

पीड़ित आदिवासी महिला ने ग्राम पंचायत के सचिव सुरेश बोपचे के इरादे को देखकर वहाँ से निकलने की कोशिश की तो सचिव सुरेश बोपचे ने आदिवासी महिला को पकड़ लिया और उसकी मर्जी के विरुद्ध उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने लगा।
                    पीड़ित आदिवासी महिला कमजोर होने के चलते सचिव सुरेश बोपचे की हरकत का विरोध तुरन्त नहीं कर पाई तो बचने के लिये चीखना चिल्लाना शुरू किया तब आवाज सुनकर ग्राम पंचायत चिरचिरा का चपरासी दिनेश उईके और सहायक सचिव महेश ठाकरे ग्राम पंचायत भवन के अंदर आये और सचिव को चिल्लाये तो सचिव ने तुरन्त पीड़ित आदिवासी महिला को छोड़ दिया। 

तुरन्त वहाँ से दौड़कर भाग गया सचिव

ग्राम पंचायत के चपरासी दिनेश उईके और सहायक सचिव महेश ठाकरे ने सचिव सुरेश बोपचे को कहा कि अभी हम सब गाँव वालो को बुलाकर लाते है तो सचिव उन दोनो से बात करने का ढोंग करते हुये तुरन्त वहाँ से दौड़कर भाग गया। इसके बाद घटना की जानकारी सरपंच कैलाश उड़के को दी और पति को भी फोन के माध्यम से बताई। 

कड़ी से कड़ी कार्यवाही करते हुये न्याय दिलाने की मांग 

ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे द्वारा यह अच्छी तरह जानते हुये कि पीड़ित अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला है उसके उपरान्त भी उसने आदिवासी महिला की मजबूरी का फायदा उठाते हुये मजदूरी के शेष भुगतान देने की बात कहकर उसके साथ आदिवासी महिला की मर्जी के विरुद्ध बलात्कार किया है।
                वहीं घटना के बाद जब पति घर वापस आये तो आदिवासी महिला को हिम्मत आई इसके बाद उसने दिनांक 5 अक्टूबर 2024 को बरघाट पुलिस थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं आदिवासी महिला ने शासकीय पंचायत भवन में उसके साथ बलात्कार करने वाले ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे के विरुद्ध अपराध दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करते हुये न्याय दिलाने की मांग किया है।

आदिवासी समाज की एकता से पीड़ित महिला को मिलेगा न्याय-गंगाराम मरावी 


वहीं आदिवासी महिला के साथ ग्राम पंचायत चिरचिरा के सचिव सुरेश बोपचे के द्वारा मजदूरी के भुगतान के बदले में शासकीय पंचायत भवन में की गई घिनौनी हरकत और आदिवासी महिला के साथ शारीरिक शोषण का मामला संज्ञान में आने के बाद सिवनी जिले के समस्त आदिवासी समाज के संगठनों ने सामुहिक रूप से इसकी निंदा किया।
                

वहीं सिवनी पुलिस प्रशासन से इस संबंध में कानूनी कार्यवाही की मांग किया। जिस पर पुलिस अधीक्षक सिवनी, बरघाट एसडीओपी, बरघाट पुलिस थाना प्रभारी के द्वारा आदिवासी महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
            वहीं इस मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी से चर्चा किया गया तो उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत भवन में मजदूरी का भुगतान देने के बदले में आदिवासी महिला की अस्मत मांगना चिंता का विषय है। इसके साथ यह शर्मशार करने वाली घटना है।
                आदिवासी महिला को न्याय दिलाने के लिये आदिवासी समाज ने सामुहिक एकता का परिचय देते हुये कानूनी कार्यवाही कराने के लिये प्रयास किया जिससे आदिवासी समाज की महिला को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। वहीं गोंगपा सिवनी जिला अध्यक्ष गंगाराम मरावी ने बताया कि इस संबंध में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व आदिवासी समाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सिवनी पुलिस अधीक्षक से घटना के संबंध मुलाकात किया था जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये थे।
                इसके साथ ही मैं स्वयं एवं गोंगपा के पदाधिकारी व आदिवासी समाज के सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने बरघाट पुलिस थाना पहुंचकर आदिवासी महिला को न्याय दिलाने में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय दिया है। वहीं बरघाट पुलिस थाना प्रभारी द्वारा भी कानूनी प्रकरण दर्ज करते हुये कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।  

आदिवासी समाज की सामुहिक मांग पर बरघाट पुलिस ने की त्वरित कार्यवाही-विजय उईके 


वहीं बरघाट पुलिस थाना में पीड़ित आदिवासी महिला को न्याय दिलाने के लिये साथ में पहुंचे आदिवासी समाजसेवक विजय उईके से इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि शासकीय पंचायत भवन में मजदूरी के बदले आदिवासी महिला के साथ शारीरिक शोषण की घटना निंदनीय है
            

इस मामले में आदिवासी समाज की ओर सामुहिक रूप से एकता के साथ सिवनी पुलिस प्रशासन व बरघाट पुलिस थाना प्रभारी से कानूनी कार्यवाही की मांग की गई तो पुलिस प्रशासन व बरघाट पुलिस थाना प्रभारी द्वारा त्वरित रूप से ग्राम पंचायत के सचिव सुरेश बोपचे पर कानूनी कार्यवाही करते हुये प्रकरण दर्ज किया गया है।
            हम बरघाट पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट है। आरोपी की शीघ्र गिरफतारी की मांग करते है। इसके साथ ही जिला पंचायत सीईओ से इस मामले में जिम्मेदार अन्य व्यक्तियों पर भी विभागीय कार्यवाही की मांग करते है। 

आरोपी को जल्द से जल्द गिरफतार किया जावे-वीरेन्द्र शेंडे


वहीं बरघाट पुलिस थाना में भीम आर्मी के वीरेन्द्र शेंडे ने कहा इस तरह की घटना सामाजिक चिंता का विषय है। बरघाट पुलिस थाना द्वारा आरोपी पर प्रकरण दर्ज किया गया है।

वहीं आरोपी को जल्द से जल्द से गिरफतार किया जावे। 

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