संजुला गुप्ता मकान हड़पने के लिये एससी, एसटी एक्ट का करवा रही दुरूपयोग
आपराधिक प्रकरण के आधार पर संजुला गुप्ता के जिला बदर की मांग
बरघाट/सिवनी। गोंडवाना समय।
संजुला गुप्ता आपसी रंजीश के तहत अपने ही परिवार का मकान हड़पने के लिये षड़यंत्र रचते हुये अनुसूचित जाति परिवार के सदस्य का उपयोग कर एससी, एसटी एक्ट का दुरूपयोग करते हुये झूठा प्रकरण दर्ज करवाने का कार्य कर रही है। वहीं संजुला गुप्ता पर बरघाट पुलिस थाना में ही दर्जनों आपराधिक प्रकरण भी दर्ज है जिसके तहत संजुला गुप्ता का जिला बदर करने की मांग वंदना गुप्ता व उनके परिवारजनों ने किया है।
एससी, एसटी एक्ट का भी दुरूपयोग हो रहा है
वंदना गुप्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि पारिवारिक संपत्ति को संजुला गुप्ता हड़पना चाहती है जबकि इस संबंध में पुलिस थाना बरघाट में ही वर्ष 2007 में निर्णय हुआ था जिसमें स्वयं नवीन गुप्ता व संजुला गुप्ता के भी हस्ताक्षर है इसके बाद भी वह बिना किसी अधिकार के ही हमारे हिस्से में आये मकान को बेचना चाहती है।
इसके लिये संजुला गुप्ता ने अनुसूचित जाति परिवार के सदस्य का उपयोग करते हुये हमें झूठा फंसाने का षड़यंत्र भी रचा है। जिससे एससी, एसटी एक्ट का भी दुरूपयोग हो रहा है एवं अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य का भी अनावश्यक रूप से संजुला गुप्ता के द्वारा उपयोग किया जा रहे है।
संजुला गुप्ता ने आपसी रंजीश के तहत झूठा प्रकरण दर्ज करवाई
वंदना गुप्ता ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि नवीन गुप्ता और संजुला गुप्ता जो कि आदतन आपराधिक प्रकरणों में लिप्त रहते है। वहीं अनावेदक संजूला गुप्ता जो कि जमीन जायजाद के मामले में हमारा उनसे आपसी विवाद भी माननीय न्यायालय में चल रहे थे। इसको लेकर वह आपसी रंजीश रखती है। हमेशा वह बदले की भावना से कानूनी कार्यवाही कराकर झूठा षड़यंत्र रचकर फंसाने की साजिश रचती रहती है।
मकान हड़पने के उद्देश्य से अनुसूचित जाति वर्ग को किराये पर दिया मकान
वंदना गुप्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि मेरे पति अमित गुप्ता के दादा जी ने वसियत के आधार पर अमित गुप्ता व उनके भाई नवीन गुप्ता को मकान बराबर बराबर दिया था जो कि नगर परिषद बरघाट के राजस्व रिकार्ड में दोनो के नाम पर दर्ज है। जिसमें एक हिस्से को नवीन गुप्ता व संजुला गुप्ता ने किराये से दिया है इसके साथ में मेरे पति अमित गुप्ता के हिस्से का मकान भी बिना किसी कानूनी अधिकार के ही किराये से दिया गया था।
अनुसूचित जाति वर्ग सामाजिक संगठनों से सच का साथ देने का किया आग्रह
वंदना गुप्ता ने बताया कि संजुला गुप्ता ने मकान हड़पने के नियत से अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य आरती मेश्राम पति नरेन्द्र मेश्राम को संजुला गुप्ता द्वारा जानबूझकर किराये पर दिया गया था। जबकि अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य श्रीमती आरती मेश्राम पति नरेन्द्र मेश्राम से पूर्व में कभी कोई वाद-विवाद नहीं हुआ है।
संजुला गुप्ता के द्वारा जमीन हड़पने के लिये अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्यगणों व सामाजिक संगठनों को भी झूठी जानकारी देकर सामाजिक विवाद कराने का षड़यंत्र रचने का प्रयास कर रही है जिससे सामाजिक वैमनस्यता बढ़ने की संभावना है। अनुसूचित जाति वर्ग के सामाजिक संगठनों से भी वंदना गुप्ता व उनके परिवारजनों ने निवेदन किया गया है कि इस मामले की निष्पक्षता के साथ जांच करते हुये साथ दिया जावे।
दर्ज प्रकरण की पुर्नविवेचना कर कार्यवाही की मांग
वंदना गुप्ता व उनके परिवारजनों ने मांग किया है कि बरघाट पुलिस थाना अंतर्गत दर्ज प्रकरण 0519/2024 की पुर्नविवेचना कर अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य को बीच में लाकर गलत उपयोग करने के संबंध में जांच करते हुये कानूनी कार्यवाही की जावे। वहीं संजुला गुप्ता पर दर्ज आपराधिक प्रकरणों के आधार पर जिला बदर की कार्यवाही कराये की मांग किया है।