21 दिन तक पलारी पुलिस चौकी से केवलारी पुलिस का चक्कर लगाती रही आदिवासी युवती
सतीष राय नामक युवक से पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा समझौता कराने बनाते रहे दबाव
मैं भी हूं अभिमन्यू सिवनी जिले में मंच, भाषण, सोशल मीडिया में सक्रिय
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी में अभिमन्यू गांधी छाप के साथ साथ पुलिस के चक्रव्यू में ऐसे फंसा रहा कि वह बड़ी मुश्किल से 21 दिन बाद निकल पाया।
सिवनी जिले में कुछ पुलिस चौकी व पुलिस थाना में गांधी छाप के आगे अभिमन्यू चक्रव्यू से मुक्त ही नहीं हो पा रहा है। हां लेकिन मैं भी अभिमन्यू अभियान मंच, भाषण, स्कूल, सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रानिक मीडिया में जमकर वाहवाही लूट रहा है।
सतीष राय ने आदिवासी युवती की अश्लील फोटोज किया वायरल
हम आपको बता दे कि पलारी पुलिस चौकी अंतर्गत के एक ग्राम में सतीष राय नामक युवक के द्वारा आदिवासी युवती की फोटो को एडिटिंग करते हुये अश्लीलता के साथ सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया। इतना ही नहीं आदिवासी युवती के परिवारजनों के पर्सनल मोबाईल में, सोशल मीडिया ग्रुपों में, ग्रामीण क्षेत्र में भेजा गया।
इतना ही नहीं आदिवासी युवती को सतीष राय नामक युवक के द्वारा बीते कई महिने पूर्व से ही मोबाईल फोन के माध्यम से जाने मारने की धमकी भी दी गई। यहां तक उसे शारीरिक शोषण के लिये भी मजबूर किया गया।
18 सितंबर से शिकायत के बाद 10 अक्टूबर को दर्ज हुई एफआईआर
इन सबकी शिकायत आदिवासी युवती ने अन्याय, अत्याचार, शोषण की हद पार होने के बाद हिम्मत जुटाकर 18 सितंबर 2024 से पलारी पुलिस चौकी में सर्वप्रथम प्रयास किया तो वहां से उसे केवलारी पुलिस थाना का रास्ता दिखा दिया गया।
जहां पर केवलारी पुलिस थाना में महिला की सुरक्षा हेतु बनाये गये ऊर्जा डेस्क में भेजा गया। जहां पर महिला अधिकारी ने बयान आदि लेकर उसे घर की ओर बिना कार्यवाही के रवाना कर दिया। इतना हीं नहीं इसके बाद जब कुछ दिनों तक कोई कार्यवाही नहीं हुई तो पुन: आदिवासी युवती ने केवलारी पुलिस थाना के ऊर्जा डेस्क महिला थाना में संपर्क किया।
जहां आदिवासी युवती को तुम्हारा कैस पलारी पुलिस चौकी की ओर रवाना कर दिया गया इसलिये तुम वहीं जाओं, इसके बाद जब पलारी पुलिस चौकी आदिवासी युवती पहुंची तो वहां पर पलारी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश शर्मा मामले में समझौता कराने का दबाव बनाने लगे। तरह-तरह की बाते आदिवासी युवती को समझाने लगे कि सतीष राय तुम समझौता कर लो कोई मतलब नहीं है।
इसके बाद भी आदिवासी यवुती नहीं मानी तो थक हारने के बाद आदिवासी युवती को लगभग 21 दिनों के बाद 10 अक्टूबर 2024 को केवलारी पुलिस थाना द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है।
21 दिनों तक पुलिस के चक्रव्यू में फंसा रहा अभिमन्यू
सिवनी जिले के पलारी पुलिस चौकी और केवलारी पुलिस थाना, महिला ऊर्जा डेस्क के बीच में गांधी छाप का जाल के चक्रव्यू में अभिमन्यू 18 सितंबर से लेकर 10 अक्टूबर तक ऐसा फंसा कि वह बड़ी मुश्किल से निकल पाया। हालांकि पलारी पुलिस चौकी प्रभारी की भूमिका आदिवासी युवती के मामले में अत्याधिक गंभीर व चिंतन करने वाली है। इस पर पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को संज्ञान लेने की सख्त आवश्यकता है। वहीं पीड़ित आदिवासी युवती ने इस मामले को जनजाति आयोग, महिला आयोग, पुलिस महानिदेशक तक पहुंचाने के लिये कार्यवाही की है।