दलसागर तालाब के सौंदर्यीकरण व ब्रिज निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने आदिवासी समाज सौंपेगा ज्ञापन
दलसागर तालाब के सौंदर्यीकरण एवं ब्रिज का निर्माण कार्य आदिवासी समाज की मांग पर ही किया जा रहा था
आदिवासी समाज की बैठक में सामुहिक व सर्वसम्मिति से लिया गया निर्णय
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी मुख्यालय में ऐतिहासिक दलसागर तालाब के सौंदर्यीकरण व जनसुविधा हेतु निर्माण कार्य को यथावत जारी रखे जाने, आदिवासी समाज की भावना, आस्था विश्वास के अनुरूप दलसागर तालाब में स्थित टापू में पूजन पाठ व देव स्थल में आवागमन का साधन उपलब्ध कराये जाने हेतु पुल ब्रिज निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के संबंध में और आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम को सामुहिक रूप से मनाये जाने के संबंध में सिवनी जिले के आदिवासी समाज के सामाजिक संगठनों की विशेष बैठक 28 जुलाई 2024 को सिवनी जिला मुख्यालय में स्थित आदिवासी सामाजिक मंगल भवन में आयोजित की गई।
आदिवासी समाज की आयोजित की गई बैठक में हुये निर्णय के संबंध में जानकारी देते हुये तिरू चंदनलाल मर्सकोले अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा प्रदेश अध्यक्ष एवं तिरू चित्तोड़ सिंह कुशराम गोंड समाज महासभा जिला अध्यक्ष सिवनी ने संयुक्त रूप से बताया कि बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा किया जाकर सर्व सम्मिति से निर्णय लिये गये है जिसमें आदिवासी समाज के वरिष्ठ सामाजिक पदाधिकरियों सहित आदिवासी सगा समाज के सदस्यगण मौजूद रहे।
माननीय न्यायालय एनजीटी के निर्णय पर पुर्नविचार करने आदिवासी समाज 30 जुलाई को सौंपेगा ज्ञापन
आदिवासीा समाज के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये आगे बताया कि आदिवासी समाज की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया जाकर आदिवासी समाज के द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि माननीय एनजीटी न्यायालय के समक्ष आग्रहपूर्वक अनुरोध करते हुये दलसागर तालाब में सौंदर्यीकरण कार्य के लिये किये जा रहे निर्माण कार्य के संबंध में पूर्व दिये गये निर्णय व आदेश पर पर्नुविचार करते हुये आदिवासी समाज की भावना, आस्था, विश्वास के अनुरूप और वर्षों पुरानी मांग के आधार किये जा रहे दलसागर तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य व ब्रिज के निर्माण कार्य को यथावत जारी रखते हुये शीघ्रतीशीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये जाने के संबंध में माननीय न्यायायल एनजीटी व संबंधित विभाग प्रमुखों के नाम ज्ञापन 30 जुलाई 2024 को सौंपे जाने का निर्णय भी आदिवासी समाज के सामाजिक पदाधिकारियों के द्वारा लिया गया है।
दलसागर के टापू में देव स्थल पर आदिवासी समाज वर्षो से नाव से पहुंचकर करता रहा है पूजन पाठ
आदिवासीा समाज के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये आगे बताया कि आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी शहर में दलसागर तालाब का निर्माण गोंडवाना शासनकाल के वीर योद्धा राजा दलपत शाह जी द्वारा कराया गया था।
दलसागर तालाब के बीच में स्थित टापू में आस्था स्वरूप स्थापित देव स्थल पर प्रतिवर्ष वर्षों से पूर्वजों द्वारा आदिवासी समुदाय के द्वारा विभिन्न धार्मिक अवसरों पर धर्माचार्यों व सगा समाज के द्वारा पूजन पाठ, गोंगो किया जाता है जो कि वर्तमान में भी जारी है।
आदिवासी समुदाय के द्वारा दलसागर के टापू पर स्थित देव स्थल पर पूजन पाठ, गोंगो के लिये धर्माचार्य व आदिवासी सगा समाज के मुखियागण नाव के द्वारा टापू में पहुंचकर जाते थे।
आदिवासी समाज ने पूजन पाठ की सुविधा के लिये दलसागर तालाब में किया था ब्रिज निर्माण की मांग
आदिवासीा समाज के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये आगे बताया कि दलसागर तालाब के बीच में स्थित टापू में आवागमन का कोई साधन नहीं होने के कारण आदिवासी समुदाय के सदस्यगण पूजन पाठ के लिये नहीं पहुंच पाते थे।
इस संबंध में आदिवासी समुदाय के द्वारा सरकार, शासन, प्रशासन, स्थानीय विधायक, सांसद, नगर पालिका परिषद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से यह मांग वर्षो से की जाती रही है कि आदिवासी समुदाय के सगा समाज के सदस्यों को दलसागर तालाब में स्थित टापू तक देव स्थल में पूजन पाठ, गोंगो कार्य के लिये आसानी से पहुंचने के लिये पुल या ब्रिज का निर्माण कार्य कराया जाये। आदिवासी समुदाय की मांग पर ही दलसागर तालाब में ब्रिज का निर्माण नगर पालिका सिवनी द्वारा कराया जा रहा था।
एनजीटी के निर्णय से आदिवासी समाज की भावना व आस्था हुई आहत
आदिवासीा समाज के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये आगे बताया कि आदिवासी समाज के सामाजिक पदाधिकारियों का कहना है कि दलसागर तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य अति आवश्यक है इस संंबंध में वर्षों से आदिवासी समाज के द्वारा मांग की जाती रही है।
वहीं दलसागर तालाब में ब्रिज निर्माण कार्य व अन्य सौंदर्यीकरण के कार्यों पर रोक लगाने के साथ साथ तोड़े जाने के आदेश से आदिवासी समाज की आस्था, भावना, विश्वास पर ठेस पहुंच रही है। आदिवासी समाज वर्षों से दलसागर के टापू पर स्थित देव स्थल में आसानी से पहुंचने के लिये ब्रिज निर्माण की मांग कर रहा था जो कि सिवनी नगर पालिका परिषद द्वारा पूरी भी की जा रही थी परंतु माननीय एनजीटी न्यायालय में याचिका लगाये जाने के बाद दिये निर्णय से आदिवासी समाज की वर्षों की मांग पर विपरीत प्रभाव पड़ा है और आदिवासी समाज की भावना व आस्था भी आहत हुई है।
बैठक में विशेष रूप से ये रहे मौजूद
आदिवासी समाज की सामाजिक बैठक में विशेष रूप से बुदन सिंह नरेती, चंदन सिंह मर्सकोले, केवल प्रसाद परते, चित्तोड़ सिंह कुशराम, संतकुमार मर्सकोले, विजय उईके, सुरेश उईके, लक्ष्मण मर्सकोले, शेर सिंह परते, एस एस कुमरे, श्वेतांक इनवाती, महेन्द्र कांटेवार, महेश कुमरे, रिंकु कुशराम, प्रहलाद सिंह धुर्वे, राज मर्सकोले, गोपाल परते, जीता मर्सकोले, विक्की मसराम सहित आदिवासी सगा समाज के पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद रहे।