अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीखो तभी क्रांतिवीर बिरसा मुंडा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी-वसंत वागदे
महामानव बिरसा मुण्डा जी की प्रतिमा के समक्ष ज्योत जलाकर बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल बालाघाट के युवाओं ने अर्पित किया श्रृद्धा सुमन
बालाघाट। गोंडवाना समय।
क्रांतिसूर्य, महामानव, जल, जंगल, जमीन के रक्षक धरती आबा बिरसा मुण्डा जी के बलिदान दिवस के अवसर पर 2 जून 2024 को दिन भर विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने के पश्चात बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सायंकाल 7 बजे बिरसा मुण्डा चौक बालाघाट में श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
क्रांतिकारी महामानव भगवान बिरसा मुंडा के चरणों में श्रृद्धा सुमन अर्पित किया
उक्तआशय की जानकारी देते हुये स्टडी सर्कल के संयोजक डॉ घनश्याम परते ने बताया कि इस अवसर पर अर्पित सेवा संस्था के अध्यक्ष दादा वसंत वागदे, आदिवासी समाज के वरिष्ठ समाजसेवी गोविन्द प्रसाद उईके, आईपीएफ महिला मण्डल से सुश्री रमा तेकाम तथा सरिता मड़ावी एवं सक्रिय समाजसेवी गजेन्द्र भारद्वाज तथा बिरसा ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र इनवाती एवं विक्रम मर्सकोले तथा अशोक कोर्राम सहित बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल के युवक युवतियों ने कार्यक्रम में सहभागिता निभाते हुए क्रांतिकारी महामानव भगवान बिरसा मुंडा के चरणों में श्रृद्धा सुमन अर्पित किया।
क्रांतिकारी महामानव भगवान बिरसा मुंडा के चरणों में श्रृद्धा सुमन अर्पित किया
कार्यक्रम के आरंभ में स्टडी सर्कल की सह संयोजक सुश्री दीपेश्वरी धुर्वे ने क्रांतिवीर बिरसा मुण्डा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को उनके पदचिन्हों पर चलने के लिऐ प्रेरित किया। इसी कड़ी में अपने उद्बोधन में महिला मण्डल की अध्यक्ष सुश्री रमा तेकाम ने अदिवासी जनजातीय महापुरुषों के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।
विशिष्ट संगठन कौशल तथा जल, जंगल, जमीन के संरक्षण की दिशा में भगवान बिरसा मुण्डा जी के बौद्धिक कौशल पर प्रकाश डालते हुए बिरसा ब्रिगेड के जिला संयोजक श्री गोविन्द प्रसाद उईके ने युवाओं से कहा कि राष्ट्र के लिऐ अपने तन, मन, धन की आहूति देने वाले क्रान्तिवीर से हमें सीख लेने की आवश्यकता है।
वरिष्ठ समाजसेवी तथा अर्पित सेवा संस्था के संरक्षक दादा वसंत वागदे ने युवाओं से आह्वान किया कि अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीखो तभी क्रांतिवीर बिरसा मुंडा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम के पश्चात स्वल्पाहार तथा पेयजल आदि एवं स्थानीय तौर पर कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्टडी सर्कल के सह संयोजक श्री राम मेरावी, श्री केशव धुर्वे सहित उनकी पूरी टोली ने विशेष योगदान दिया ।
बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल आदिवासी जनजातीय युवक युवतियों का एक वैचारिक समूह है-डॉ घनश्याम परते
कार्यक्रम के अंत में स्टडी सर्कल के संयोजक तथा इस श्रृद्धांजलि सभा के सूत्रधार एवं सक्रिय और समर्पित समाजसेवी डॉ. घनश्याम परते ने समस्त नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुये युवाओं को राष्ट्रीय समग्र विकास में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ महान क्रांतिकारी सपूत महामानव बिरसा मुण्डा जी के चरणों में अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित किये।
डॉ. घनश्याम परते, संयोजक बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल ने अपने संदेश में कहा कि बिरसा मुण्डा ट्राईबल स्टडी सर्कल आदिवासी जनजातीय युवक युवतियों का एक वैचारिक समूह है। जो परस्पर सहयोग के माध्यम से उनके शैक्षणिक सामाजिक तथा सांस्कृतिक विकास का मार्ग प्रशस्त करता है।
महान क्रांतिकारी वीर बलिदानी भगवान बिरसा मुंडा जी के बलिदान दिवस के अवसर पर 9 जून 2024 को ट्राईबल स्टडी सर्कल के द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। मुझे खुशी है कि धीरे-धीरे ही सही स्टडी सर्कल के माध्यम से आदिवासी जनजाति युवा वर्ग अब जागृत हो रहा है तथा एक मंच पर आकर अपना पक्ष रख रहा।