हमें अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए एक स्वस्थ पर्यावरण की आवश्यकता है
एक परिवार 5 सदस्य 5 पौधे के हिसाब से पौधा रोपण की योजना के साथ पौधा रोपण किया गया
मण्डला। गोंडवाना समय।
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण जनजागरूकता अभियान के तहत वर्तमान हालात और बढ़ते तापमान को देखते हुए वर्ष 2024 विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'भूमि बहाली, मरुथलीकरण और सूखा लचीलापन' को ध्यान में रखते हुए मरुस्थलीकरण से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के अनुसार, ग्रह की 40 प्रतिशत भूमि नष्ट हो चुकी है।
यह सीधे तौर पर दुनिया की आधी आबादी को प्रभावित करता है और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (44 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) के लगभग आधे हिस्से को खतरे में डालता है। 2000 के बाद से सूखे की संख्या और अवधि में 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जल पर्यावरण पर भारी दबाव डाल रहे हैं
तत्काल कार्रवाई के बिना, सूखा 2050 तक दुनिया की तीन-चौथाई से अधिक आबादी को प्रभावित कर सकता है और वर्तमान परिदृश्य को जब हम सभी देखते हैं तो पर्यावरण दिवस हम सभी के लिए कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि बदलते समय के साथ साथ जिस तरह नजर के सामने हमारी नदियाँ, झीलें, झरने और भूजल इतने दबाव में हैं जितना पहले कभी नहीं था।
खेती, जल कंपनियों से होने वाला प्रदूषण, सड़कों और अन्य शहरी स्थानों से बहता पानी, रसायन और उत्पाद जो हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं, जल पर्यावरण पर भारी दबाव डाल रहे हैं और जैसे जैसे हम सब आधुनिकता की और बढ़ते जा रहे हैं बावजूद हम सभी को भोजन की जरूरत है, हमें आवास की जरूरत है, हमें बुनियादी ढांचे की जरूरत है।
हमारे मीठे पानी संकट में हैं, हमें ताजे पानी का भविष्य चाहिए
लेकिन सबसे बढ़कर हमें अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए एक स्वस्थ पर्यावरण की आवश्यकता है जिसमें ताजा पानी ही जीवनधारा हो।'' हमारे मीठे पानी संकट में हैं। हमें ताजे पानी का भविष्य चाहिए।और जिस तरह आज खेतों नदियों का सूखा और चिड़ियों का चहकना समय के साथ कितना कम हुआ है वो हम सभी को ज्ञात है वर्तमान में क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जीवित करने की अब से अधिक तत्काल आवश्यकता कभी नहीं रही।
इस तरह आज पर्यावरण को लेकर सभी में आने वाले भयावह समय का डर या चेतना ही था जो लोगों को आज इस विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस महान उद्देश्य और परिकल्पना के साथ एक बार सभी लोगों ने अपनी कोशिश में अपने हिस्से का पौधा रोपण करके अपनी जिÞम्मेवारी का निर्वहन करने जा रहे हैं और ये तय किया है कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के बेहद ही खास अवसर पर एक परिवार 5 सदस्य 5 पौधे जितने परिवार के सदस्य उतने पौधे के हिसाब से पौधा रोपण की योजना के साथ पौधा रोपण किया गया।
समय समय पर पानी और उसकी संपूर्ण सुरक्षा करने का लिया संकल्प
संकल्प लिया गया कि हर व्यक्ति अपने नाम के पौधा को पूरी ईमानदारी के साथ समय समय पर पानी और उसकी संपूर्ण सुरक्षा करेगा। इस बेहद खास अवसर पर वार्ड क्रमांक 5 रवीन्द्रनाथ टैगोर वार्ड (बर्रा टोला ) बिछिया मंडला मप्र के सभी निवासी बढ़चढ़कर हिस्सा लिये और पौधा रोपण किए। कार्यक्रम में कमल किशोर आर्मो, रंजीत धुर्वे, शिव पन्द्रे, शिवा मरकाम, बिसन पन्द्रे, अनूप धुर्वे, जेहर कोकड़िया, हेमराज टेकाम, नीरज टेकाम, कमलेश मरावी, मुपेन्द्र वरकड़े, बेनिराम मरावी, दुर्गेश्वरी मरकाम, स्मिता आर्मो, प्रेमवती पन्द्रे, सुषमा मरावी, कौशल्या टेकाम, एवम्ग्रामीण जन उपस्थित रहे।