शिक्षकों को ज्यादा छुट्टी मिलती है, समाज के सामने यह भ्रम फैलाया गया है-डॉक्टर छत्रवीर सिंह राठौर
मध्य प्रदेश शिक्षक संघ का कार्यकर्ता अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ पूर्ण करता है
मध्य प्रदेश शिक्षक संघ सिवनी के जिला अध्यक्ष अनिल शर्मा के विदाई समारोह पर दिया वक्तव्य
सिवनी। गोंडवाना समय।
शिक्षकों को ज्यादा छुट्टी मिलती है, समाज के सामने यह भ्रम फैलाया गया है जबकि शिक्षकों से ज्यादा छुट्टियां अन्य विभागीय कर्मचारी को प्राप्त होती है।
उपरोक्त रहस्य उद्घाटन मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉक्टर छत्रवीर सिंह राठौर द्वारा संघ के जिला अध्यक्ष श्री अनिल शर्मा के विदाई समारोह के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए किया गया। उन्होंने कहा कि हमने अपने ज्ञापन में शासन के समक्ष पूरे आंकड़ों के साथ इस बात को रखा है।
शिक्षकों की समस्याओं पर समाधान कराने का दिया आश्वासन
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शिक्षक संघ का कार्यकर्ता अपने कार्य क्षेत्र में अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ पूर्ण करता है।
इसलिए वह निर्भीक होकर अधिकारियों के समक्ष शिक्षकों की समस्याओं को लेकर कार्य करने में सक्षम होता है। वह किसी से डरता नहीं अपनी बात को पूरी जिम्मेदारी के साथ रखता है। शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने आचार संहिता समाप्त होने के बाद सभी लंबित समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान समिति के अध्यक्ष द्वारा किया गया
विदाई समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती वंदना के साथ किया गया। आए हुए सभी अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया गया। श्री अनिल शर्मा के साथ-साथ सेवानिवृत हुए शिक्षक श्री विजय घरोटे एवं श्री सुभाष ब्रम्हने का भी स्वागत पुष्पहारों के साथ शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट देकर किया गया। शिक्षक कल्याण समिति की ओर से भी सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान समिति के अध्यक्ष श्री दुर्गा शंकर श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
उल्लेखनीय योगदान की सराहना की गई
संभाग के विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिनिधियों एवं जिले की नगर, विकासखंड एवं तहसील इकाइयों के पदाधिकारी कार्यकतार्ओं द्वारा सेवानिवृत हुए शिक्षकों के जीवन वृत की चर्चा करते हुए उनके द्वारा शासकीय सेवा में दिए गए उल्लेखनीय योगदान की सराहना की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक,शिक्षिकाएँ शिक्षक संघ के पदाधिकारी, जिले के विभिन्न कर्मचारी एवं शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि तथा सेवानिवृत हुए शिक्षकों के परिवारजन शामिल हुए।