सीआरपीएफ जवान कबीरदास उईके आतंकी हमले में हुए शहीद
राष्ट्रीय सम्मान के साथ ग्रह ग्राम में होगा अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री ने शहीद जवान कबीरदास उईके की पुण्य आत्मा के लिए किया प्रार्थना
आदिवासी विकासखंड बिछुआ के ग्राम पुलपुलडोह के निवासी थे
छिंदवाड़ा/बिछुआ। गोंडवाना समय।
छिंदवाड़ा की माटी का एक और लाल सीआरपीएफ जवान कबीरदास उईके देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। छिंदवाड़ा जिले के सपूत कबीरदास उईके ने गोली लगने के बाद भी हमलावर आतंकवादियों पर पलटवार कर गोलियां दागी और एक आतंकवादी को मार गिराया।
छिंदवाड़ा जिले के सपूत कबीरदास उईके पर पूरे जिले के साथ ही देश को गर्व है। जम्मू कश्मीर के कठुआ क्षेत्र में शहीद अपने साथी हवलदार के साथ पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस दौरान आतंकी हमला हुआ जिसमें आतंकवादियों ने छुपकर जवानों पर गोलियां दागना शुरू कर दिया। दोनों जवानों ने गोली लगने के बाद भी आतंकवादियों पर जवाबी गोलीबारी की जिसमें एक आतंकवादी ढेर हो गया वहीं दूसरा भागने में सफल हो गया। शहीद कबीरदास के सीने में गोली लगने के कारण इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वही उनके साथी सीआरपीएफ के हवलदार का उपचार चल रहा है। 35 साल के कबीरदास आदिवासी विकासखंड बिछुआ के पेंच नेशनल पार्क से लगे ग्राम पुलपुलढोह के रहने वाले थे। उनका पूरा परिवार पुलपुलढोह में ेनिवास करता है।
वर्ष 2011 से सीआरपीएफ में कर रहे देश सेवा
सीआरपीएफ के कांस्टेबल कबीरदास उइके वर्ष 2011 से सीआरपीएफ में कांस्टेबल को पोस्ट पर रहते हुए देश सेवा कर रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को आतंकियों ने सीआरपीएफ पर हमला किया था जिसमें एक ग्रामीण भी घायल हो गया था क्रॉस फायरिंग में एक आतंकी मारा गया है एवं दूसरे की तलाश जारी है। शहीद कबीर दास उइके 2011 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे । तब से ही बस सीआरपीएफ में तैनात है कबीर दास के सीआरपीएफ में कांस्टेबल थे और उनकी तैनाती पिछले 13 सालों में कई अलग-अलग क्षेत्र में हुई।
जम्मू कश्मीर में तैनाती के दौरान ही आतंकी हमला हुआ जिसमें शाहिद दुर्गादास गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। इस दौरान बुधवार की सुबह उनकी मृत्यु हो गई।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, पिता की हो चुकी है मृत्यु, छिंदवाड़ा में रहती है पत्नी
शहीद कबीरदास उईके के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। उनकी माता एक छोटा भाई आमिर उईके अपनी पत्नी के साथ गांव में ही खेती बाड़ी कर जीवन यापन करते हैं। शहीद कबीरदास उईके की दो बहने कविता और सविता भी है। जिनका विवाह पहले ही हो चुका है। कबीर दास का विवाह लगभग चार साल पहले कोरोना काल के दौरान 2021 में हुआ था। अब तक दंपत्ति निसंतान ही थे। कबीर दास का ससुराल एस ए एफ कॉलोनी छिंदवाड़ा में है। उनके ससुर एस ए एफ बटालियन में पदस्थ है जिनकी तैनाती वर्तमान में हाई कोर्ट जबलपुर में है। उनकी पत्नी छिंदवाड़ा के गुलाबरा स्थित सोनी मोहल्ले में किराए से रहती है।
गांव में बनाया मकान, नई जगह होने वाली थी पोस्टिंग
भारतीय वायु सेना के जवान विक्की पहाड़े कुछ दिन पहले ही आतंकी हमले में हुए थे शहीद
जम्मू कश्मीर के कठुआ में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का जवान कबीरदास उईके शहीद हो गया। जिले में पिछले एक महीने में शहादत की यह दूसरी घटना घटित हुई है। जिसमें छिंदवाड़ा के दो जवान शहीद हुए। इसके पहले जम्मू कश्मीर में ही भारतीय वायु सेना के जवान विक्की पहाड़े आंतकी हमले में शहीद हुए थे और अब जम्मू कश्मीर के कठुआ में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी विकासखंड बिछुआ के ग्राम पुलपुलढोह के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान कबीर दास उईके शहीद हो गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीआरपीएफ जवान कबीर उईके के शहीद होने पर खेद व्यक्त किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा जिले के सीआरपीएफ जवान श्री कबीर उइके के जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद होने पर खेद व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से शहीद जवान की पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा जिÞले के ग्राम पुलपुलडोह थाना बिछुआ के कबीर उईके जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ में तैनात थे। मंगलवार की रात कठुआ में आतंकी मुठभेड़ में गोली लगने से वे घायल हो गए, उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया परंतु उन्हें बचाया नहीं जा सका।
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