गोंडवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती मंडावी की 10 फीट की प्रतिमा का मुरझड़ में किया अनावरण
मुरझड़ में जिला पंचायत सदस्य-स्मृति तेकाम के शुभ हाथों से वीरांगना रानी दुर्गावती मंडावी जी के प्रतिमा का अनावरण किया गया
लामता/बालाघाट। गोंडवाना समय।
गोंडवाना साम्राज्य गढ़ मंडला की महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती मंडावी का बलिदान दिवस बालाघाट जिले के लामता क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुरझड़ में मनाया गया। गोंड आदिवासी समाज की वीरांगना रानी दुर्गावती के इस आयोजित कार्यक्रम को सर्व प्रथम सगाजनो व्दारा सुबह गांव में रैली निकालकर हर चौक चौराहे पर रानी दुर्गावती अमर रहें, अमर रहें के जयकारों नारों से गूंज उठा।
रैली समाप्ति के बाद तत्पश्चात वीरांगना रानी दुर्गावती मंडावी जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया। वहीं 10 फीट विशालकाय प्रतिमा पर हल्दी चावल से तिलक लगाकर गोंगो कर प्रतिमा पर पीले पुष्पों से माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
युवाओं को वरिष्ठों व जनप्रतिनिधियों द्वारा रानी दुर्गावती का इतिहास से रूबरू कराया गया
राजेश सिरसाम सरपंच ग्राम पंचायत परतापुर ने गोंडवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती के इतिहास को मौजूदा सभी सगाजनो को बताया। बच्चो को शिक्षा और रोजगार के प्रति अधिक से अधिक फोकस करने को कहा। उन्होंने स्कूल के सभी छात्र छात्राओं को कहा कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा और जो नहीं पियेएगा वह गुर्राएगा। उन्होंने कहा कि इतिहास को जन जन तक पहुंचाने के लिये सामाजिक मुखियाओं से आग्रह किया, ताकि गोंड आदिवासी समाज अपने गौरव मयी इतिहास को जानकर समाज के उत्थान व विकास में भागीदारी बने।
गोंडवाना के स्वाभिमान से समझौता हरगिज नहीं करूंगी
वक्ताओं की कड़ी में अमीषा मरकाम गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन परसवाड़ा ने कहा कि गोंडवाना हमारा घर है, यह घर हमारे लिए जैसा भी रहें, इसको छोड़कर मैं कभी नहीं जाऊंगी। मरूंगी तो गोंडवाना बेटी बनकर और जीऊंगी तो गोंडवाना बेटी बनकर लेकिन कभी कभी अपने गोंडवाना के स्वाभिमान से समझौता हरगिज नहीं करूंगी। गोंडवाना पुरखों के आंदोलन को हम युवा लगातार लिख बोलकर और आवाज देकर आंगे बढ़ाते चले जाएंगे।
मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के रूप में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश सिरसाम सरपंच ग्राम पंचायत परतापुर ने की। मुख्य अतिथि राजेश सिरसाम सरपंच ग्राम पंचायत परतापुर, स्मृति तेकाम जिला पंचायत सदस्य, सम्पत सिंह सिंदराम, फूल सिंह सैयाम शिक्षक, मेहतलाल उइके रहे।
वहीं विशिष्ठ अतिथि सुनेश शाह उइके पत्रकार, नीतू उइके, रवि परतें जिला अध्यक्ष गोंड युवा प्रकोष्ठ सिवनी, अमीषा मरकाम गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन परसवाड़ा, सीताराम उइके जिला अध्यक्ष गोंड युवा प्रकोष्ठ बालाघाट, जितेन्द्र उइके, सुनील परतें, नब्बूललाल पटेल, चमरलाल मरकाम, मानिकराम मरकाम आदि रहे।
कार्यक्रम को सम्पन्न बनाने में इनका रहा विशेष योगदान
कार्यक्रम में प्रमुख रूप ग्राम मुरझड़ से श्रीचंद धुर्वे, बंसीलाल कुमरे, अशोक हनवंत, योगेश्वर पटले, फेकनलाल पटेल, सिवचरण बोरकर, संतोष सरार्टे, बंसीराम कुमरे, रमेश कुमरे, कुंजीलाल मरकाम, वहीं ग्राम राघोटोला से शंकर लाल वरकड़े, सुनेलाल पंद्रे, समीर पंद्रे, दलपत परतें, घमीर पंद्रे, मागराटोला से शिवाजी इड़पाचे, पार्वती उइके, दिलीप उइके, परतापुर से छत्रपाल उइके, आदि अनेक सामाजिक वरिष्ठ जनों और युवाओं का कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।