गेहूं खरीदी केंद्र उगली में लिया जा रहा अमानक डस्ट वाला अनाज, कवरेज के दौरान पत्रकार से अभद्र व्यवहार
व्यापारियों का माल किसानों के नाम पर गेहूं खरीदी केंद्र उगली में खपाने की मिली थी जानकारी
इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे से बोरे में 51 किलो 200 ग्राम फसल की तुलाई कर रहे थे
किसान हमारे अन्नदाता है, हमारा जीवन उनसे ही चलता है, उनके साथ किसी तरह का अन्याय न हो शासन प्रशासन अनेकों अथक प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में वर्तमान में रबी उपार्जन का कार्य पूरे मध्य प्रदेश में चल रहा है।
वहीं खरीदी केंद्रों में खरीदी करने वालों के द्वारा मनमानी किये जाने, किसानों का अनाज अधिक तौलने, किसानों को सुविधा नहीं दिये जाने, किसानों को अनावश्यक परेशान करने एवं व्यापारियों का अमानक स्तर का माल खपाने का प्रयास किये जाने की जानकारी सूत्रों से एवं मौखिक मिलने पर जब गेंहू खरीदी केंद्र में मीडियाकर्मी पहुुंचे तो खरीदी केंद्र में मौजूद कर्मचारियों के द्वारा पत्रकार के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया गया।
बोरे में डस्ट और कचरे मिली हुई गेहूं भरी हुई दिखाई दी
किसानों द्वारा मौखिक जानकारी देने एवं सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर 4 मई 2024 को जब गोंडवाना समय के संवाददाता साबिर खान सिवनी जिले के केवलारी विकासखंड में आने वाले गेहूं खरीदी केंद्र उगली पहुंचे तो वहां उन्होंने देखा की हम्माल इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे से बोर में 51 किलो 200 ग्राम फसल की तुलाई कर रहे है।
वही तोल कर पास में भरे रखे हुए बोरो में देखा गया तो बोरे में डस्ट और कचरे मिली हुई गेहूं भरी हुई दिखाई दी। इसके साथ ही पास ही रखे तुलाईं होने वाले गेहूं के ढेर को भी देखा गया तो उसमे भी डस्ट देखी गई।
जब इसकी जानकारी उपार्जन कार्यकतार्ओं से पूछी गई तो वहां मौजूद कार्यकर्ता ने जानकारी देने की वजह पत्रकार को अभद्र व्यवहार करते हुए कहा की तुम वेयर हाउस क्यों नहीं जाते हो, तुम वहां जाकर देखो, यहां की खबर क्यों ले रहे हो, तुमसे जो बने कर लो, हिम्मत हो तो रिजेक्ट करा दो, उसने अपना नाम भी नही बताया था।
किसानों को ग्रेडिंग, पंखा, छन्ना तक की व्यवस्था नहीं की गई है
गेहूं खरीदी केंद्र उगली में उपार्जन नीति के तहत खरीदी नही की जा रही है। शासन स्तर से लस्टर लॉस व बारीक बिना मिट्टी का गेहूं लिए जाने का प्रावधान है, तो इस तरह कचरा, डस्ट मिली गेहूं क्यों ली जा रही है।
इस खरीदी केंद्र में किसानों के बैठने की न तो कोई व्यवस्था की गई है और न ही किसानों को फसल सुधारकर लाने की हिदायत दी जा रही है। यहां तक की खरीदी केंद्र में नॉन एफएक्यू फसल को एफएक्यू किए जाने हेतु किसानों को ग्रेडिंग, पंखा, छन्ना तक की व्यवस्था नहीं की गई है। सूत्र बताते है कि किसानों की आड़ में व्यापारियों का अमानक स्तर का माल खरीदी केंद्र में खपाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रशासन से औचक निरीक्षण करने की मांग
खरीदी केंद्र में सर्वेयर भी मौजूद नहीं मिला, जनहित की खबर लेना पत्रकारों का अधिकार है। हम लोगो की आवाज को उठाने का काम करते हैं।
जनहित की भलाई के लिए ली जाने वाली खबर के कवरेज को इस तरह रोकने वाले और अभद्र व्यवहार करने वाले खरीदी केंद्र के उक्त कार्यकर्ता के विरुद्ध संवाददाता साबिर खान ने नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु शासन प्रशासन से आग्रह किया है। इसके साथ ही डस्ट व कचरे वाली गेहूं को भी रिजेक्ट करने हेतु निवेदन किया है।
धान खरीदी केंद्र में भी पूर्व में जप्ती व अभद्रता पर नहीं हुई कार्यवाही
केवलारी विकासखंड क्षेत्र में खरीदी केंद्रों में किसानों की आड़ में व्यापारियों का माल खपाने का प्रयास अनवरत जारी है। पूर्व में धान खरीदी केंद्र उगली में 1 फरवरी 2024 को जब जली हुई धान जो किसी व्यापारी की थी जिसे पिकअॅप में भरकर लाया गया था जबकि खरीदी की समय सीमा के अंतिम दिन खपाने का प्रयास किया जा रहा था।
इसकी जानकारी मिलने पर जब गोंडवान समय के संवाददाता पहुंचे थे तो वहां पर पत्रकार के साथ खरीदी केंद्र का संचालन करने वाले कर्मचारी के द्वारा अभद्रता की गई थी। वहीं इसकी शिकायत खाद्य अधिकारी सहित तहसीलदार को की गई थी। तब तहसीलदार खरीदी केंद्र में पहुंचे थे और जली हुई धान जो कि 84 कट्टी में लगभग 29 विंक्टल अमानक धान की तौलकर जप्ती भी बनाई गई थी।
इस संबंध में पुलिस थाना में गोंडवान समय के पत्रकार द्वारा लिखित शिकायत भी की गई थी। अमानक धान की जप्ती के बाद तहसीलदार द्वारा क्या कार्यवाही की गई इसे जनहित में जनता के सामने सार्वजनिक नहीं किया गया है। यही वजह है कि केवलारी विकासखंड में खरीदी केंद्रों में पत्रकारों के साथ अभद्रता करने का मामले बढ़ रहे है एवं खरीदी केंद्र में मनमानी की जा रही है।