टैक्टर में बैठकर निरीक्षण करने जाने वाले उड़ा रहे सूचना के अधिकार की धज्जियां
क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र बींझावाड़ा सिवनी के पास पदमुद्रा बनवाने का पैसा नहीं
सिवनी। गोंडवाना समय।
क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र (प्रशासनिक भवन) बींझावाड़ा सिवनी में सूचना के अधिकार की धज्जियां आखिर क्यों उड़ाई जा रही है। प्रशिक्षण के नाम पर बंदरबांट वर्षों से यहां पर की जा रही है। प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ प्राचार्य, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी शासकीय धनराशि की कैसे बचत करने में पारंगत हो चुके है।
यदि सरकार की योजनाओं में आने वाली शासकीय धनराशि को कैसे बचाना है इसका प्रशिक्षण पंचायत से जुड़े हुये जनप्रतिनिधियों और कर्मचारियों को देते होंगे तो वे भी इनकी ही तरह शासकीय धनराशि को बचाने में पारंगत हो सकते है।
क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र (प्रशासनिक भवन) बींझावाड़ा सिवनी में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी नहीं देने का रिकार्ड बनाया गया है। ईमानदार विभाग होने के कारण हमेशा सूचना के अधिकार के आवेदन को खारिज या ज्यादा राशि देने का पत्र देकर गुमराह किया जाता है।
सरकार भी कंगाल हो गई है जो 50 रूपये की पदमुद्रा तक नहीं बना पा रही है
इसके साथ ही क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र (प्रशासनिक भवन) बींझावाड़ा सिवनी कार्यालय में इतनी गरीबी व भूखमरी छाई हुई है कि सूचना के अधिकार के तहत आने वाले आवेदनों की पावती में सील तक नहीं बनवा पाये है।
कई बार जो पत्र इनके द्वारा भेजे जाते है उसमें न तो विभाग का नाम होता है और न ही पदमुद्रा लगाई जाती है। क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र (प्रशासनिक भवन) बींझावाड़ा सिवनी कार्यालय में सूचना के अधिकार शाखा में पदस्थ कर्मचारी कहते है कि हमारे संस्था में सूचना के अधिकार के तहत पावती देने या अन्य दस्तावेजों के लिये पदमुद्रा नहीं बनवा पाये है। इससे विभाग यह सिद्ध करना चाहता है कि सरकार भी कंगाल हो गई है जो 50 रूपये की पदमुद्रा तक नहीं बना पा रही है।
टैक्टर में निरीक्षण करने जाते है
हां लेकिन टैक्टर में बैठकर नैनपुर, बैतुल सहित अन्य जिलों में निरीक्षण करने आधुनिक युग में क्षेत्रिय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र (प्रशासनिक भवन) बींझावाड़ा सिवनी कार्यालय में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी जा रहे है। भ्रष्टाचार करने में माहिर हो चुके है यहां के महारथियों पर नकेल कसने वाला कोई नहीं है।