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समय प्रबंधन को जीवन में उतारें तथा शिक्षा का उपयोग अपने समाज और देश के लिए कार्य करें

समय प्रबंधन को जीवन में उतारें तथा शिक्षा का उपयोग अपने समाज और देश के लिए कार्य करें

आशीष विश्वकर्मा का राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर से लौटने पर महाविद्यालय में स्वागत-सम्मान

बरघाट। गोंडवाना समय। 

राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर में विश्वविद्यालय की ओर से जिला सिवनी के 5 स्वयंसेवकों  ने पूरी तत्परता और क्षमता के साथ प्रतिनिधित्व किया। समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन के निर्देशन में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय सेवा योजना का राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर लगाया जाता है।
            


जिसमें मध्य प्रदेश के सात विश्वविद्यालय से करीब 600 श्रेष्ठ स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रशिक्षण के माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना के हुनर सीखते हैं। इस बार राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर 'स्वास्थ्य, जन-स्वच्छता तथा व्यक्तिगत स्वास्थ्य' की थीम परदिनांक 3 मार्च 2024 से 9 मार्च 2024 तक ग्राम पंचायत- रलायती, पनवाड़ी तहसील-पचोर जिला -राजगढ़ मध्य प्रदेश में लगाया गया।
                 जिसमें रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के 85 विद्यार्थियों के दल में जिला सिवनी की ओर से 5 स्वयंसेवकों ने प्रतिनिधित्व किया। इन स्वयं सेवकों में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी से स्वयंसेवक संदीप कुमार उइके, स्वयंसेविका कु. प्रीती डहेरिया, शासकीय महाविद्यालय बरघाट से स्वयंसेवक आशीष कुमार विश्वकर्मा, स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय लखनादौन  से स्वयंसेवक राहुल अहिरवार एवं कुमारी अंजली यादव नेताजी सुभाष चंद्र बोस शासकीय कन्या महाविद्यालय सिवनी से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया।

रासेयो करतल ध्वनि से स्वागत किया गया 

राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर से वापस लौटने पर शासकीय महाविद्यालय बरघाट में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के नेतृत्व में उत्कृष्ट स्वयं सेवी आशीष कुमार विश्वकर्मा का स्वागत-सम्मान कार्यक्रम रखा गया। जिसमें महाविद्यालय के रासेयो के स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं की ओर से उनका रासेयो करतल ध्वनि से स्वागत किया गया।
            इसके बाद राज्य स्तर से प्राप्त मैडल, बैज एवं प्रमाण पत्र सोंपते हुए महाविद्यालय की ओर से पेन-डायरी देकर सम्मानित किया गया। इस स्वागत सम्मान में सबसे पहले राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व राष्ट्रीय एकता शिविर के श्रेष्ठ स्वयंसेवक चमन धाकड़, पूर्व राज नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर के श्रेष्ठ स्वयंसेवक नवाब खान एवं उत्कृष्ट स्वयंसेवक अजय बोपचे आदि ने अपने सारगर्भित अनुभव रखें और आशीष विश्वकर्मा को बधाई तथा शुभकामना दिए। 

जीवन में जो भी सीखें, मौलिक बने कॉपी बनने का न सोचें 

इसके पश्चात आशीष कुमार विश्वकर्मा ने अपने राज्य स्तरीय शिविर के अनुभव सुनाते हुए राज्य स्तरीय शिविर को अपने जीवन में बेहतरीन अवसर बताते हुए कहा के इस शिविर में उन्होंने जीवन में यह सीखा कि जीवन में जो भी सीखें, मौलिक बने कॉपी बनने का न सोचें, समय प्रबंधन को जीवन में उतारें तथा शिक्षा का उपयोग अपने समाज और देश के लिए कार्य करें यही प्रेरणा मेरे लिए अमूल्य धरोहर है और मैं समझ पाया कि सच्ची शिक्षा वही है जो स्वयं, परिवार, समाज और देश के काम आए। अत: सभी राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई से जुड़ें और अपना बेहतर व्यक्तित्व बनाएं।

आशीष विश्वकर्मा को बधाई और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दिया           

कार्यक्रम अधिकारी डॉ बी एल इनवाती ने आशीष कुमार विश्वकर्मा को शिविर में सफलतापूर्वक कार्य करने और हर गतिविधि में आगे रहने तथा महाविद्यालय, जिला, विश्वविद्यालय का नाम राज्य स्तर पर गौरवान्वित करने के लिए बधाइयां और शुभकामना दिया।
                राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर से जो सीख कर आए हैं निरंतर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के लिए कार्य करने हेतु सुझाव दिया। आशीष विश्वकर्मा को प्राचार्य प्रो सी बी झारिया, डॉ प्रदीप त्रिवेदी, डॉ हरिहर सोलंकी, श्री जितेन्द्र अहिरवार, श्री मानेश्वर बिसेन सहित सभी स्टाफ, वरिष्ठ स्वयं सेवक चमन धाकड़, अजय बोपचे, नवाब खान, एवं सागर मेश्राम, सुमंत बिसेन, बृजेश काकोड़िया, संदीप इनवाती, प्रियंत उइके, प्रियांशु बिसेन, सोनाली गज्जाम, अभिलाषा, रेशमा आदि सभी छात्र-छात्राओं ने आशीष विश्वकर्मा को बधाई और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दिया।

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