नवीन तिवारी, जमना जावरे, सादिक मंसूरी, सुजीव मिश्रा पुलिस कर्मियों पर मृतक आदर्श डेहरिया को प्रताड़ित करने की हुई शिकायत
पुलिस अभिरक्षा में मृतक के भाई शिवा डेहरिया ने लगाये पुलिस पर गंभीर आरोप
सिवनी। गोंडवाना समय।
ेकेवलारी पुलिस थाना में आदर्श डेहरिया के लॉकप में रहने के दौरान तबयित बिगड़ने के पश्चात केवलारी पुलिस के वाहन में सिवनी अस्पताल में इलाज कराने के लिये लाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
आदर्श डेहरिया की मृत्यू के बाद परिजनों ने केवलारी पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है हालांकि पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस प्रशासन ने पूरी घटना के बाद न्यायायिक जांच के आदेश दिये थे जिसके तहत न्यायायिक जांच के साथ साथ उसका पी एम भी स्पेशल टीम बनाकर किया गया है।
पुलिस प्रशासन द्वारा गंभीरता से लेते हुये मृत्यू के मामले की छानबीन कर रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसकी जांच व कार्यवाही में माननीय न्यायालय के न्यायाधीश भी शामिल है इसलिये आदर्श डेहरिया की मृत्यू के मामले में वास्तविकता व जांच को लेकर कोई संदेह नहीं किया जा सकता है।
सामाजिक व पीड़ित परिवारजनों को भी पुलिस प्रशासन द्वारा घटना की निष्पक्ष जांच का आश्वासन के साथ करने का कार्य भी किया जा रहा है। इसी बीच मृतक के भाई के द्वारा भी केवलारी पुलिस थाना में पदस्थ कुछ कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाये गये है।
पुलिस की लापरवाही व प्रताड़ना से मृत्यू होने के लगाये आरोप
मृतक के भाई शिवा डेहरिया पिता दिलीप कुमार डेहरिया ने 16 मार्च को पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि केवलारी पुलिस थाना में पदस्थ पुलिस कर्मचारियों में नवीन ितवारी, जमना जावरे, सादिक मंसूरी, सुजीव मिश्रा सहित अन्य केवलारी पुलिस थाना के कर्मचारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
पुलिस की प्रताड़ना से पुलिस अभिरक्षा में आदर्श डेहरिया उर्फ शिबू की मृत्यू की जांच करवाकर दोषी पुलिस कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर कानूनी कार्यवाही किये जाने एवं अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य की पुलिस अभीरक्षा में पुलिस की लापरवाही व प्रताड़ना से मृत्यू होने के कारण आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराये जाने की मांग भी किया है।
चार पांच माह से परेशान कर रही थी पुलिस
मृतक के भाई ने बताया कि आदर्श डेहरिया को केवलारी पुलिस थाना में पदस्थ समस्त अनावेदकगण पुलिस कर्मचारियों के द्वारा बीते लगभग चार पांच माह से प्रताड़ित कर रहे थे। केवलारी की नाबालिग बालिका के मामले मे मेरे भाई आदर्श डेहरिया को केवलारी पुलिस थाना के कर्मचारियों के द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा था। इसके साथ में मेरे परिवारजनों को भी पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा था।
बीमार होने की बात बता रही पुलिस
मृतक के भाई ने बताया कि पुलिस अभिरक्षा में केवलारी में थाना में ही बीमार होने की बात पुलिस बता रही है जबकि मेरा भाई को पूर्व से कोई बीमारी नहीं थी हमें संदेह है कि पुलिस कर्मचारियों के द्वारा मेरा भाई आदर्श डेहरिया के साथ मारपीट या प्रताड़ित किये जाने जैसा कुछ कार्यवाही की गई होगी, इसलिये मेरा भाई थाना को केवलारी पुलिस ने अस्पताल में इलाज के लिये लेकर गये थे।
एंबूलेंस होने के बाद भी पुलिस वाहन में क्यों लेकर गये थे
इसके बाद केवलारी में एंबूलेंस होने के बाद भी पुलिस कर्मचारियों ने जानबूझकर पुलिस की गाड़ी में आदर्श डेहरिया को लेकर आये थे। परिजन साथ में थे लेकिन पुलिस की गाड़ी में आक्सीजन सिलेंडर दो थे लेकिन वे खराब थे। इसके बाद सिवनी अस्पताल ले जाते समय पुलिस वाहन में आदर्श डेहरिया की मृत्यू हो गई जो कि पुलिस की लापरवाही है।
किशोर बामनकर टीआई के कार्यकाल में नवीन तिवारी पर लगे 40 हजार रूपये लेने के आरोप
मृतक के भाई ने बताया कि वह आदर्श डेहरिया के मामले में केवलारी पुलिस थाना के कर्मचारी नवीन तिवारी ने हमें प्रताड़ित करते हुये हमसे 40 हजार रुपए रिश्वत मांगा था जिसे हमारे द्वारा विधानसभा चुनाव के मतदान के दूसरे दिन हमने 30 हजार रुपए और बाद में 10 हजार रूपये करके नवीन तिवारी पुलिस कर्मचारी को हमने दिये है।
वहीं हम आपको बता दे कि वर्तमान में नवीन तिवारी केवलारी पुलिस थाना में पदस्थ नहीं है और न ही किशोर वामनकर टी आई है। मृतक के भाई ने पूर्व में रूपये लेने के आरोप लगाये है उस दौरान किशोर वामनकर केवलारी के टीआई थे और नवीन तिवारी वहां पर पदस्थ थे।
आदर्श डेहरिया को लॉकप में बंद कर दिये थे
केवलारी पुलिस थाना के द्वारा 14 मार्च 2024 को सुबह लगभग 10 बजे सुजीव मिश्रा के साथ एक पुलिस कर्मचारी था जो कि घर में आकर में धमकी देते हुये गंदी गंदी गालियां बककर जबरदस्ती थाने चलने के लिये बोल रहा था।
इसके बाद मेरा भाई आदर्श डेहरिया और फूफा जी महेश डेहरिया के साथ केवलारी थाना मोटर साईकिल लेकर गये पहुंचे। इसके बाद मोटर साईकिल पुलिस ने जप्त कर लिया था वहीं मेरे भाई आदर्श डेहरिया को पुलिस ने कपड़े चैक करने के बाद सारा सामान रुपए व अन्य सामग्री फूफा जी को दे दिये थे और आदर्श डेहरिया को लॉकप में बंद कर दिये थें।
पूर्व में कभी बीमार नहीं था मेरा भाई
इसके बाद हमें लगभग 1.25 बजे दोपहर में पुलिस थाना से फोन आया कि आपका भाई ज्यादा सीरियस है उका इलाज कराना है इसके बाद केवलारी अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसे पुलिस की गाड़ी में लेकर गये थे रास्ते में उसकी मृत्यू हो गई।
हमें यह संदेह है कि पुलिस लॉकप में अनावेदकगण पुलिस कर्मचारियों के द्वारा मेरा भाई आदर्श डेहरिया के साथ मारपीट किया जाकर प्रताड़ित किया गया है। इसी कारण मेरा भाई आदर्श डेहरिया जो कि पूर्व में कभी बीमार नहीं था उसकी मृत्यू हो गई। इसकी जांच करते हुये संबंधित पुलिस कर्मचारियों पर कानूनी कार्यवाही व निलंबित किया जाने की मांग किया है।