किडनी कांड में बरघाट के आफसेट प्रिंटर्स संचालक की क्या है भूमिका ?
अब्दुल कलाम का बना मददगार
बरघाट। गोंडवाना समय।
आदिवासी महिला की कल्कत्ता में किडनी निकालनवाने वाले शबीना बेगम, अब्दुल कलाम, साहिद मंडल, अता उल्लाह खान, मोहसीन खान व अन्य साथियों में शामिल सिवनी नगर के साथ साथ बरघाट के भी आफसेट प्रिंटर्स का कारोबार चलाने वाले और पुलिस महकमा से करीबी याराना रखने वाले का भी हाथ है।
बरघाट पुलिस थाना क्षेत्र में आफसेट प्रिंटर्स का संचालन करने वाला संचालक जो पुलिस थाना के कार्य कराने में अपने आपको प्रचारित करता है। बरघाट पुलिस थाना के कुछ कर्मचारियों से आफसेट प्रिंटर्स संचालक के संबंध भी अच्छे है। इसी का फायदा उठाकर पुलिस थाना में कार्य कराने की भी गारण्टी लेता है।
आदिवासी महिला की किडनी निकलवाने वाले कल्कत्ता के अब्दुल कलाम का कार्य कराने के लिये बरघाट के आफसेट प्रिंटर्स के संचालक ने मुख्य भूमिका निभाया है। पश्चित बंगाल कल्कत्ता से आकर बरघाट में पुलिस थाना से संबंधित कार्य कराने में आफसेट प्रिंटर्स के संचालक ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
दस्तावेज तैयार कराने में भी अपना योगदान दिया है
सूत्र बताते है कि आफसेट प्रिंटर्स के संचालक ने पीड़ित आदिवासी परिवार के कुछ दस्तावेज तैयार कराने में भी अपना योगदान दिया है। किडनी निकलवाने के लिये कौन कौन से दस्तावेज लगते है या पुलिस से संबंधित और तहसील से संबंधित कार्यों में कौन सी कार्यवाही होती है, इसके विशेषज्ञ बरघाट के आफसेट प्रिंटर्स के संचालक भी बन गये है।
जनचर्चा है कि वह खुद अपने मुंह से सबको बता रहे है कि मैंने ही आदिवासी महिला की किडनी वाले प्रकरण में दस्तावेज तैयार कराया था। इसमें क्या दस्तावेज और कैसी कार्यवाही होती है उसका मुझे अच्छा नॉलेज हो गया है।
सरकारी कार्यालय के कार्य कराने का ठेका बरघाट के आफसेट संचालक ने ही लिया था
कल्कत्ता से बरघाट आये अब्दुल कलाम को मेहमानबाजी से लेकर सरकारी कार्यालय के कार्य कराने का ठेका बरघाट के आफसेट संचालक ने ही लिया था। तहसील कार्यालय व बरघाट पुलिस थाना में कार्य कराने के लिये आफसेट प्रिंटर्स के संचालक ने पूरी जिम्मेदारी लिया था और जवाबदारी के साथ पूरा भी किया है। हालांकि किडनी कांड के मामले में अधिनियम, कानून व नियमों की जानकारी जल्द ही पाठको तक पहुंचाने का प्रयास गोंडवाना समय द्वारा किया जायेगा।