7.50 लाख निर्णायक भूमिका वाले आदिवासी वोटर्स को बालाघाट संसदीय क्षेत्र में नहीं मिला सम्मान
अनावश्यक खचीर्ले आडम्बर पर नियंत्रण के लिए सामाजिक निर्णयों पर चर्चा की गई
आमगांव बैहर सर्किल कमेटी की सामाजिक बैठक संपन्न
सुनेश शाह उइके, संवाददाता
बैहर। गोंडवाना समय।
बालाघाट जिले अंतर्गत ग्राम आमगांव ब्लाक बैहर में सैकड़ों गांवों के सर्किल कमेटी के वरिष्ठों जनों की सामाजिक बैठक इंजिनियर भुवन सिंह कोर्राम प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद की मुख्य अतिथि में संपन्न हुई।
जिसमें समाज के विभिन्न मुद्दे रीति रिवाज परंपरा नेंग सेंग और समाज के विभिन्न संस्कारों मे बाहर की संस्कृति की नकल और अनावश्यक खचीर्ले आडम्बर पर नियंत्रण के लिए सामाजिक निर्णयों पर चर्चा की गई।
पंवार समाज को 12 बार प्रत्याशी सम्मान दिया गया
इसके साथ ही आदिवासी समाज के वजूद ,आस्तित्व, मान सम्मान स्वाभिमान प्रतिष्ठा जैसे विषयों तथा राजनैतिक वर्चस्व की समीक्षा की गई। समीक्षा में आदिवासियों को वर्तमान लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय राजनैतिक पाटीर्यों द्वारा बालाघाट सिवनी लोकसभा चुनावों में आदिवासी प्रत्याशी को सम्मान ना देना हम आदिवासियों के लिए चिंतनीय विषय है, क्योंकि हम जातिगत रूप से आदिवासी वोट बैंक सबसे अधिक 7.50 लाख निर्णायक भूमिका वाले वोटर्स होने के बावजूद आखिर कब तक हम हमसे भी कम वोट बैंक वाले पंवार समाज को 12 बार प्रत्याशी सम्मान दिया गया।
अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने का संकल्प लिया
लोधी समाज, मरार समाज, जैन समाज, ब्राम्हण समाज को यह सम्मान मिल चुका है परंतु अब भी आदिवासियों के लिऐ किसी को कोई संवेदनशीलता नहीं है। आज हर समाज के विकास और संरक्षण के लिए राजनैतिक वर्चस्व होना जरूरी हो गया है।
आज आदिवासी समाज अपने वजूद मान सम्मान स्वाभिमान और प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ने का संकल्प 22 गांवों की सर्कल कमेटी आमगांव बैहर ने आम सहमति से आगामी लोकसभा चुनावों में समाज का स्वतंत्र उम्मीदवार कमजोर, वंचित समाज एवं क्षेत्रीय दलों के साथ एलायंस करके चुनौती पेश करने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने का संकल्प लिया।