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राकेश दुबे 5 वीं अनुसूचि क्षेत्र कुरई में 35 वर्षों से राजनैतिक संरक्षण में आदिवासी योजनाओं में बढ़ा रहे भ्रष्टाचार

राकेश दुबे 5 वीं अनुसूचि क्षेत्र कुरई में 35 वर्षों से राजनैतिक संरक्षण में आदिवासी योजनाओं में बढ़ा रहे भ्रष्टाचार 

चुनाव आयोग तक नहीं पहुंच रही राकेश दुबे के एक ही स्थान पर 35 वर्ष से शासकीय सेवा की जानकारी  

राजनैतिक सांठगांठ से पा रहे मलाईदार पद और प्रभार, आदिवासी योजनाओं को कर रहे मटियामेट 

राजनैतिक पार्टी विशेष को लाभ पहुंचाने के लग रहे आरोप, आखिर राकेश दुबे को  किसका है संरक्षण 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

जनजाति कार्य विभाग सिवनी में आदिवासी वर्ग के कल्याण, उत्थान, विकास के लिये आने वाली योजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ाने का राकेश दुबे जैसे कर्मचारी के पास 35 वर्षों का तजुर्बा है।
            


नियम विरूद्ध पद पाने और प्रभार पाकर कुर्सी हथियाने वाले राकेश दुबे जैसे कर्मचारी को मध्यप्रदेश सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों व संगठन के पदाधिकारियों के संरक्षण में आदिवासी बाहुल्य विकासखंड, पांचवी अनुसूचि के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र कुरई में खुली लूट की दुकान चला रहे है।
                आदिवासी वर्ग के साथ साथ अन्य विभागीय योजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ाने में राकेश दुबे का कोई हाथ नहीं पकड़ सकता है उनके इस हुनर से प्रभावित होकर मध्यप्रदेश सरकार की प्रशासनिक मिशनरी के अफसरों ने तृतीय श्रेणी कर्मचारी राकेश दुबे जो मण्डल संयोजक है उन्हें जनपद पंचायत कुरई का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बना दिया है। 

3 पदों का प्रभार, सरकार और प्रशासन राकेश दुबे पर क्यों है मेहरबान ?

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुरई में राकेश दुबे मण्डल संयोजक विकास खण्ड कुरई में पदस्थ हैं। वह लगभग 35 वर्षों से एक ही स्थान पर शासकीय कर्तव्य में सेवारत है।
        राकेश दुबे का मूल पद जनजाति कार्य विभाग सिवनी में मण्डल संयोजक का है जो कि तृतीय श्रेणी में आता है परन्तू राजनैतिक संरक्षण और उच्च अधिकारियों की मिली भगत से राकेश दुबे को 3-3 पदो से नवाजा गया है। राकेश दुबे को प्रभारी विकासखण्ड अधिकारी एवं प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया गया है जो की शासन के नियमों के विरुद्ध है। 

35 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं राकेश दुबे, चुनाव आयोग ले संज्ञान 


इस प्रकार एक ही व्यक्ति को तीन-तीन प्रभार देकर शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। आदिवासी विकासखंड कुरई 5 वीं अनुसूचि में यानि की आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। जिसमें 90 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासियों की है।
        ऐसे में आदिवासियों के विकास का जिम्मा भी ट्राइबल अधिकारी को ही दिया जाता है परंतु यहां जिम्मेदारी सांठगांठ कर आपसी बंदरबाट करने राकेश दुबे जैसे तृतीय श्रेणी के कर्मचारी को दे दी गई जो कि पिछले लगभग 35 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं। 

तृतीय श्रेणी कर्मचारी मण्डल संयोजक राकेश दुबे को प्रभारी सीईओ बनाया 

चुनाव आयोग सहित अन्य उच्चाधिकारियों को की गई शिकायत में उल्लेख है कि राकेश दुबे, मंडल संयोजक के पद पर विकास खण्ड कार्यालय कुरई जिला सिवनी में कार्यरत थे। मध्यप्रदेश शासन जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल के आदेश क्रमांक/1560/1585479/2023/25/1/2023 भोपाल दिनांक 6/10/2023 से मंडल संयोजक से क्षेत्र संयोजक के उच्च पद का प्रभार सौपा गया है।
                 राकेश दुबे, विकास खण्ड अधिकारी को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुरई की जिम्मेदारी जिला पंचायत सिवनी द्वारा आदेश क्रमांक/4713/ स्था. विकास/2024 सिवनी दिनांक 16/01/2024 से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुरई का अतिरिक्त प्रभार सौपा गया है। 

35 वर्षों से पदस्थ राकेश दुबे के रहते निष्पक्ष चुनाव होने की संभावना पर उठ रहे सवाल 

राकेश दुबे वर्तमान में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। मूल पद मण्डल संयोजक तृतीय श्रेणी कर्मचारी राकेश दुबे कुरई विकासखंड में ही लगभग 35 वर्षो से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं। पूर्व में भी इन्हे कुरई ब्लॉक से हटाया गया था किंतु पुन: उच्च अधिकारियों की मिली भगत से वापस आ गए। राकेश दुबे द्वारा राजनैतिक पार्टी विशेष को लाभ पहुंचाने की मंशा से काम किया जाता है। इनके रहने से निर्वाचन के कार्य निष्पक्ष होने की संभावना पर सवाल खड़े हो रहे है। 


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