15 लाख की पुलिया को 5 लाख में कंपलीट कर रहे ठेकेदार और तकनीकि अधिकारी
तकनीकि अधिकारी और ठेकेदार मिलकर सरकार का रूपया कर रहे बर्बाद
गलत स्थल चयन एंव घटिया पुलिया निर्माण की जांच करवाने कलेक्टर से हुई शिकायत
लखनादौन/छपारा। गोंडवाना समय।
जनपद पंचायत छपारा और लखनादौन की सीमा क्षेत्र का फायदा उठाकर तकनीकि अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार भ्रष्टाचार करने का खुला खेला कर रहा है।
ग्रामीणों ने घटिया निर्माण व गलत स्थल चयन को लेकर कलेक्टर को शिकायत किया है।
15 लाख की पुलिया को 5 लाख में बनाकर 10 लाख भ्रष्टाचार करने की कोशिश
ग्राम पंचायत बवैया जनपद पंचायत छपारा और ग्राम पंचायत मेहरा पिपरिया जनपद पंचायत लखनादौन की सीमा क्षेत्र पर जनपद पंचायत लखनादौन अंतर्गत ग्राम पंचायत लखनादौन पिपरिया के ग्राम बिछुआ में केवलासुर नाला पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना अंतर्गत 15 लाख की लागत से पुलिया का निर्माण किया जाता है उक्त पुलिया का निर्माण ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है।
ठेकेदार ने पुलिया निर्माण स्थल का ही बदल दिया
पुलिया निर्माण में ठेकेदार द्वारा मनमर्जी से स्थल चयन किया गया है। जहां नाला का पानी बहाव अधिक रहता है, वहां पुलिया ना बनाकर 40 फिट दूर गढ्ढा खोदकर पुलिया बनायी जा रही है।
जहां पुलिया की आवश्यकता थी वहां नाला गहरा है। शायद ठेकेदार को वहां बचत कम होती जिस कारण ठेकेदार ने पुलिया निर्माण स्थल का ही बदल दिया है।
इस मामले में ववैया ग्रामवासियों के द्वारा कई बार कहा गया तो ठेकेदार कहता है कि यह तुम्हारी पंचायत का निर्माण नहीं इसलिए तुम कुछ नहीं कर सकते।
पुलिया में पत्थर, वोल्डर और डस्ट भर रहे है
पुलिया का आवागमन के दौरान उपयोग ववैया ग्रामवासियों सहित अन्य लोगों को आवागमन के दौरान किया जाना है। ऐसे मे शासन की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। यह कि पुलिया निर्माण में पत्थर वोल्डर और डस्ट का प्रयोग कर निर्माण किया जा रहा है क्योंकि उक्त ग्राम पंचायत मेहरा पिपरिया के गांव बिछुआ जो जनपंद पंचायत लखनादौन का अंतिम वार्डर क्षेत्र है। वहां ना तो उपयंत्री द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया है और न ही एसडीओ ने स्थल देखा है। ठेकेदार अपनी हट्धर्मिता से निर्माण को अंजाम दे रहा है।
ग्राम पंचायत मेहरा पिपरिया के सरपंच/ सचिव की भी है मिलीभगत
यह क उक्त पुलिया महज 5 से 6 लाख रुपए मे कंपलीट हो रही है लेकिन उसकी स्वीकृत राशि 15 लाख रुपए है। इस तरह तकनीकी अधिकारी व ठेकेदार व ग्राम पंचायत मेहरा पिपरिया के सरपंच/ सचिव की मिलीभगत से मनरेगा योजना की राशि में खुला भ्रष्ट्राचार किया जा रहा है। ग्रामीणों ने उक्त पुलिया निर्माण की जांच जिला स्तर की टीम से करवाकर दोषी ऐजेंसी व तकनीकी अधिकारी पर कार्यवाही करने की की मांग किया है।