आदिवासी युवक को क्रूरतापूर्वक मारपीट करने वाले जल्लादों के सम्मान में भारत माता की जय और वंदे मातरम के लगे नारे
बरघाट में आदिवासी युवक की बेरहमी से पिटाई करने वालों को पुलिस ने घर ले जाकर जप्ती बनाई
भूमाफियाओं के द्वारा एग्रीमेंट का साक्ष्य मिटाने का किया जा रहा षडयंत्र
बरघाट। गोंडवाना समय।
हिन्दुत्व की आड़ में हिन्दुओं का ही खून चूसने वाले भूमाफिया विजय सूर्यवंशी के परिवारजनों ने आदिवासी की जमीन हड़पने के लिये षड़यंत्र रचकर आदिवासी परिवार को बंधक बनाकर, उन्हें घर से उठाकर गुण्डागर्दी करते हुये, घर में घुसकर सामान की तलाशी लेते हुये महिलाओं, छोटे-छोटे बच्चों के साथ जिस तरह से अत्याचार, अन्याय किया है।
इसके साथ साथ आदिवासी युवक संतोष काकोड़िया को भूमाफिया विजय सूर्यवंशी के परिवारजनों के द्वारा बेरहमी से खुद के घर में पुलिस थाना खोलकर, न्यायाधीश बनकर निर्णय करने वाले ने थर्ड डिग्री से भी अधिक भयानक अत्याचार करते हुये मारपीट किया था।
आदिवासी युवक संतोष काकोड़िया के शरीर, पैर के नाखूनों और गुप्तांग की चमड़ी, मांस को पेंचीस से खींचने वाले जल्लादों, लिटाकर पैर बांधकर लाठी, डण्डे, पाईप से मारने वाले, वेल्ट से पीटकर शरीर में निशान बनाने वालों के सम्मान में वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाया जा रहा था। यह नारे जब आरोपियों को घटनास्थल बरघाट उनके घर लेकर गई थी उस दौरान लगाये गये है।
पुलिस प्रशासन के सामने खुलेआम लगाये नारे
इसका मतलब यह है कि आदिवासी समाज या आदिवासी परिवार के साथ अत्याचार, अन्याय, शोषण करने वाला, आदिवासी की जमीन को हड़पने वालों के सम्मान में वंदे मातरम और भारत माता की जय नारे लगाये जाते है। बरघाट ब्लॉक में आदिवासी समुदाय की बाहुल्यता है, बरघाट विधानसभा क्षेत्र आदिवासी वर्ग के लिये आरक्षित सीट है। आदिवासी परिवार के साथ अमानीवयता करने वाले के सम्मान में खुलेआम पुलिस प्रशासन के सामने नारे लगाये जा रहे थे।
आखिर किस राष्ट्रभक्त संस्थान से जुड़े है नारे लगाने वाले
भूमाफिया विजय सूर्यवंशी के परिवारजन जो वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे, उन्होंने वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारे लगाने की टेÑनिंग कहां से और किस संस्था लिये है या किस संस्था से जुड़े है यह भी जानना अनिवार्य है।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक, सांसद, मंत्री, संगठन के पदाधिकारियों के साथ गलबहिया करने वाले विजय सूर्यवंशी के परिवारजनों ने शायद यही से भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाना सीखा होगा। आदिवासी के साथ अपमानजनक, अमानीवयता करने वाले भूमाफिया विजय सूर्यवंशी के परिवारजनों के द्वारा जिस तरह से पुलिस की कस्टडी में उनके सम्मान में वंदे मातरम और भारत माता के नारे लगाये गये है उससे आदिवासी समाज के साथ साथ अमानवीयता से आहत होने वाले नागरिकों ने निदां करते हुये आक्रोश भी व्यक्त किया है।