पंचायत की शिकायत किया तो जान से खत्म कर दुंगा, कहकर आदिवासी युवक के साथ किया मारपीट
प्रदीप मरकाम के साथ मारपीट करने वाले लक्ष्मण सनोडिया व धन सिंह सनोडिया पर दर्ज हुआ मामला
बादलपार पुलिस चौकी के सिल्लौर ग्राम पंचायत का है मामला
सिल्लौर/सिवनी। गोंडवाना समय।
्रप्रदीप मरकाम सिल्लोर निवासी जो कि खेती किसानी व समाज सेवा का कार्य करते है। ग्राम पंचायत सिल्लौर में ग्राम भालीवाड़ा भी आता है, जहां पर राकेश सनोडिया की मृत्यू 16 फरवरी 2024 को हो गई थी।
जिसकी अंत्योष्टि एवं सहायता राशि के लिये प्रदीप मरकाम दिनांक 22 फरवरी 2024 को दोपहर में करीब 12 बजे ग्राम पंचायत सिल्लौर के पंचायत भवन में सचिव योगेन्द्र पटले के पास प्रदीप मरकाम गये हुये थे।
अंत्योष्टि की सहायता राशि के कागज के संबंध में पूछने गया था आदिवासी युवक
ग्राम पंचायत भवन में उस समय ग्राम के उप सरपंच लक्ष्मण सनोडिया, पंचायत का भृत्य प्रेम सनोडिया एवं एक अन्य महिला बैठी थी। तब प्रदीप मरकाम ने जाकर सचिव योगेन्द्र पटले से कहा कि राकेश सनोडिया मृतक को सहायता राशि मिलना है। सहायता राशि के लिये कौन कौन से कागज लगेंगे तो योगेन्द्र पटले ने प्रदीप मरकाम को कागज के संबंध में जानकारी दिया। उसके बाद सचिव योगेन्द्र पटले और प्रदीप मरकाम दोनो ग्राम पंचायत भवन के बाहर आ गये।
लक्ष्मण सनोडिया ने कहा ऐसे शिकायतकर्ता को हम जूते की नोंक पर रखते है
इसके बाद जब प्रदीप मरकाम ने सचिव से पूछा कि गांव की नाली का कार्य कब तक पूरा हो जायेगा तो सचिव योगेन्द्र पटले ने कहा कि देखते है तब तक ग्राम पंचायत का उपसरपंच लक्ष्मण सनोडिया भी पंचायत भवन के बाहर प्रांगण में आ गया और प्रदीप मरकाम से कहा कि ऐसे शिकायतकर्ता को हम जूते की नोंक पर रखते है इसके साथ ही प्रदीप मरकाम को अपशब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने लगा।
इस दौरान प्रदीप मरकाम रोड पर आ गया था। इस दौरान लक्ष्मण सनोडिया पंचायत का उप सरपंच भी रोड तक आ गया और प्रदीप मरकाम के साथ मारपीट करने लगा। जिससे प्रदीप मरकाम को नाक के ऊपर व दाहिने हाथ की अंगूली में चोट आई। इस दौरान प्रदीप मरकाम मोबाईल से वीडियों बनाने लगा था उसके पश्चात प्रदीप मरकाम बादलपार जाने के लिये निकला।
जंगल रोककर आदिवासी युवक के साथ बेरहमी से मारपीट कर भाग गये
रास्ते में भगड़ी के जंगल के पास पीछे से लक्ष्मण सनोडिया और उसका भाई धन सिंह सनोडिया आये जिन्होंने लाठी से प्रदीप मरकाम के सिर पर मारा तथा बाये हाथ की कलाई पर लाठी से मारा जिससे प्रदीप मरकाम के हाथ में रखा मोबाईल वहीं पर गिर गया था जो उसे वापस नहीं मिला।
इस दौरान मारने पीटने के कारण प्रदीप मरकाम ने जोर-जोर से चिल्लाया तब लक्ष्मण और उसका भाई वहां से भागा दोनो जाते जाते बोल रहे थे कि आज तो बच गया दोबारा यदि पंचायत के मामले में दखल देगा तो जान से खत्म कर देंगे। इस घटना की रिपोर्ट बादलपार पुलिस चौकी के द्वारा लिखी गई है। जिसमें धारा 294, 323, 506, 34, और एससी, एसटी एक्ट के तहत 3 (1)(द), 3 (1) (ध), 3 (2) (व्ही ए) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।