यूनियन बैंक मैनेजर, रंजीत राय और रवि झारिया कब जायेंगे जेल ?
लूटपाट के खिलाफ आदिवासी समाज करेगा आंदोलन
कहानी यूनियन बैंक किसानों और आदिवासियों को लूटने का बना अड्डा
कहानी/घंसौर। गोंडवाना समय।
यूनियन बैंक कहानी की शाखा में दलालों के बिना किसानों और आदिवासियों के कोई काम नहीं होते है। कहानी यूनियन बैंक प्रबंधक, दलाल रंजीत राय, रवि झारिया की सांठगांठ के चलते किसानों व आदिवासियों का आर्थिक शोषण, लूटपाट किया जाकर लाखों रूपये के बारे-न्यारे किया जा रहा है।
यूनियन बैंक प्रबंधक कहानी शाखा में दलालों के माध्यम से आने वाले बैंक संबंधित कार्यों को सबसे पहले किया जाता है।
किसानों व आदिवासियों की आर्थिक राशि में खुलेआम डाका डालने का काम दलाल रंजीत राय और रवि झारिया द्वारा यूनियन बैंक प्रबंधक की साथ मिलकर किया जा रहा है।
आदिवासी विधवा महिला के साथ आर्थिक रूप से धोखाधड़ी यूनियन बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से दलाल रंजीत राय और रवि झारिया के द्वारा किया गया है। इसकी शिकायत घंसौर पुलिस थाना के साथ जनसुनवाई में सिवनी कलेक्टर कार्यालय में भी पीड़ित आदिवासी विधवा महिला के द्वारा किया गया है।
घंसौर पुलिस आदिवासी पीड़ित विधवा महिला की शिकायत पर निष्पक्षता के साथ कार्यवाही करें तो दलाल रंजीत राय और रवि झारिया जल्द ही जेल को सलाखों के पीछे पहुंच सकते है।
आदिवासी विधवा महिला के साथ बैंक मैनेजर, एवं दलाल रंजीत राय, रवि झरिया ने किया धोखाधड़ी
हम आपको बता दे कि सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर उप तहसील यूनियन बैंक कहानी शाखा में आदिवासी विधवा महिला नरबदी बाई सिरसाम अशिक्षित महिला कृषक है जिसने बैंक में दलाली का कार्य करने वाले दलाल रंजीत राय और रवि झारिया के माध्यम से वर्ष 2021 में किसान केडिट कार्ड बैंक यूनियन बैंक आफ इंडिया कहानी की शाखा से के०सी०सी बनवाई थी।
इसके साथ ही आदिवासी महिला किसान की फसल बीमा की राशि, पी०एम०सम्मान निधि की राशि एवं मुख्यमंत्री सम्मान निधि की राशि रोजगार गारंटी की राशि लाड़ली बहना की राशि और भी अन्य राशि भी खाते में जमा होती थी।
बैंक के दलाल रंजीत राय और रवि झारिया के द्वारा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी करते हुये उसका आर्थिक शोषण किया गया है। आदिवासी महिला किसान के कई कागजातों में हस्ताक्षर करवाने के बाद दलाल रंजीत राय और रवि झारिया ने आर्थिक रूप से शोषण व धोखाधड़ी किया है।
कहानी में करेंगे आंदोलन और चक्काजाम
वहीं जब इस संबंध में जब गोंड महासभा के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष एवं सभापति सहकारिता एवं उद्योग जनपद पंचायत घंसौर के सुखदेव पंद्रे से बात किया गया तो उन्होंने बताया गया कि मुझे आपके पेपर के माध्यम से पूर्व में जानकारी मिली है।
हमारे आदिवासी भाइयो-बहनों को यूनियन बैंक कहानी की शाखा में दलालो के माध्यम खुलेआम लुटाया जा रहा है, उनके नाम के रूपयों में डाका डाला जा रहा है। आदिवासी किसानों को कर्ज में डूबाया जा रहा है। वह निंदनीय है मैं इस संबंध में घंसौर पुलिस थाना प्रभारी से बात कर इसकी जांच के संबंध में बात करूंगा अगर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो हम समस्त आदिवासी समाज के लोग एक बड़ा आंदोलन एवं चक्का जाम ग्राम कहानी में किया जाएगा।