बच्चों और शिक्षकों को जान का खतरा, डर के बीच विद्यालय हो रहा संचालित
भवन की खराब स्थिति के कारण अभिभावक बच्चों का स्कूल से कटवा रहे नाम
विभाग देता है खजाने में रुपया नहीं होने का हवाला
अजय नागेश्वर, विशेष संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
ऐसा ही एक मामला केवलारी जनपद के उपतहसील उगली से लगभग 5 किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय सारसडोल का है, जहां विद्यालय मे कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाएं संचालित होती है। विद्यालय के भवन की स्थिति जीर्ण-शीर्ण हैं, जो नाले और तालाबों से घिरा हुआ है और बाउंड्रीवॉल टूटी हुई है, जिसके कारण बच्चों और शिक्षकों को जान का खतरा बना रहता है, इस डर के बीच विद्यालय संचालित हो रहा है। इस स्थिती की जानकारी सिवनी कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करा दिया गया है। साथ ही 181 मे भी इसकी शिकायत अनेकों बार की गई लेकिन इसका अब तक कोई सटीक समाधान नही किया गया, जिसके चलते 181 में शिकायत पर शिकायत जारी रखी, जिसका नतीजा ये हुआ की प्रशासन ने मरम्मत के लिए विद्यालय को प्रस्तावित कर दिया है, परंतु यह हवाला दिया जा रहा है कि विभाग के पास अभी खजाने में रुपया नही है, जिसके चलते विद्यालय की मरम्मत नही की जा सकती है।
विद्यालय का मरम्मत नहीं हुआ, तो धरने पर बैठेंगे-अंकित जैतवार
परंतु भवन की इस खराब स्थिति के कारण बच्चो के परिजन स्कूल से अपने बच्चो का नाम कटा कर अन्य निजी स्कूलों में नाम लिखा रहे हैं और गांव से दूर भेजने पर मजबूर है, जिसके कारण हर साल ग्रामीणों का एक मोटा पैसा उनके बच्चो की फीस में चला जाता है।
जिसके कारण उनका दैनिक जीवन प्रभावित होकर बहुत सारी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसको लेकर अंकित जैतवार ने कहा है कि अगर 1 महीने के भीतर यदि शासन-प्रशासन विद्यालय के मरम्मत, नवीन भवन निर्माण के लिए कोई संतोषजनक कदम नहीं उठाती है, तो ग्रामीणों के साथ ताला मार धरने पर बैठेंगे।