आदिवासी की जमीन हड़पने की शिकायत पर अजाक थाना में हुआ बुलावा
अजय सूर्यवंशी, भोला सूर्यवंशी, संजय सूर्यवंशी, सांतम सूर्यवंशी, विक्की सूर्यवंशी, मन्नू सूर्यवंशी की हुई है शिकायत
सिवनी/बरघाट। गोंडवाना समय।
आदिवासी बाहुल्य राज्य मध्यप्रदेश में सर्वाधिक आदिवासी समाज के लोग प्रताड़ित, शोषित के साथ साथ भयानक, रूह कंपा देने वाले अन्याय, अत्याचार के शिकार हो रहे है। आदिवासी की जमीनों को लूटने का गौरखधंधा सिवनी जिले में भूमाफियाओं के लिये सबसे सुरक्षित जिला के रूप में माना जाता है।
गैर आदिवासी वर्ग के भूमाफियाओं के द्वारा आदिवासी की जमीनों को हड़पने के लिये आदिवासी समाज के ही कुछ लोगों को लोभ लालच देकर तैयार करके आदिवासी की जमीनों को लूटखसोट करके हथियाने का षडयंत्र को भूमाफिया के द्वारा सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा रहा है।
बरघाट की पुष्पा तेकाम व उसके दामाद संतोष काकोड़िया के साथ अत्याचार, अन्याय करने के प्रकरण में भाजपा के विधायक, केेंद्रीय मंत्री सहित भाजपा सरकार के पॉवर का उपयोग करते हुये बरघाट पुलिस थाना की पुलिस को अपना गुलाम समझकर आदिवासी को ही फंसाकर जेल भिजवाने की कार्यवाही कराने का दम भर रहे है।
वैसे भी सिवनी जिले में पुलिस की कार्यवाही के कारण लखनादौन, सिवनी के मामले में बेकसूर आदिवासी जेल की सलाखों के पीछे अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे है अब बरघाट पुलिस भी भाजपा नेता के दबाव में आदिवासी को जेल भिजवाने की तैयारी कर रही है।
हालांकि भाजपा के तुर्रमखां नेता विजय सूर्यवंशी स्वयं अजय सूर्यवंशी, भोला सूर्यवंशी, संजय सूर्यवंशी, सांतम सूर्यवंशी, विक्की सूर्यवंशी, मन्नू सूर्यवंशी की हुई शिकायत के मामले में अपने परिवार के सदस्यों के साथ 14 फरवरी 2023 को अजाक थाना सिवनी के चक्कर काटते हुये नजर आये।
हालांकि अजाक थाना में रौब जमाने वाले व ज्ञान देने वाले कुछेक अनावेदकों को अजाक थाना की पुलिस ने झकर भी उतारा है।
मोबाईल लोकेशन खंगाले पुलिस तो भूमाफियाओं की खुल सकती है पोल
आदिवासी को फंसाने और चोरी की वारदात को उजागर करने के लिये व भूमाफियाओं को आदिवासियों की जमीनों को लूटने के लिये खूली छूट देने का प्रयास बरघाट थाना की पुलिस जितने सबूत भाजपा के नेता व दबंग परिवार के दबाव में आकर करने का प्रयास कर रही है।
उसके साथ साथ यदि बरघाट पुलिस थाना और अजाक थाना की पुलिस आवेदकों व अनावेदकगणों के मोबाईल की लोकेशन को ट्रेस करें तो पूरा खुलासा हो जायेगा कि आदिवासी की जमीन को हथियाने के लिखा पढ़ी कराने के षड़यंत्र में कौन कौन शामिल है।
पेंचिस से शरीर की चमड़ी और गुप्तांग का मांस खींचकर चोरी का आरोप कबूल करवाया
बरघाट के आदिवासी संतोष काकोड़िया की परिवारजन द्वारा दिये गये आवेदन में पुष्पा तेकाम ने बताया कि भूमाफिया अजय सूर्यवंशी, भोला सूर्यवंशी, संजय सूर्यवंशी, सांतम सूर्यवंशी, विक्की सूर्यवंशी, मन्नू सूर्यवंशी के द्वारा मिलकर बेरहमी से हम आदिवासी की पैतृक जमीन को हड़पने के लिये बेरहमी से जल्लादों की तरह पैंचीस से शरीर की चमड़ी को खींचकर यहां तक की गुप्तांग की चमड़ी और मांस को पैंचीस से खींचकर, मारपीट करते हुये चोरी का आरोप कबूल करवाया है।
भोला सूर्यवंशी एवं अजय सूर्यवंशी ने फरियादिया से पैतृक सम्पत्ति के समस्त मूल दस्तावेज ले लिए। फरियादिया ने बताया कि आरोपीगण दबंग भू-माफिया है, उन्होने कई लोगो की जमीन हड़प कर ली है, उनके ऊपर कई प्रकरण भी दर्ज है, परन्तु उनके खौप के कारण कोई भी उनके खिलाफ कोई नही बोलता है, वह लोग राजनीतिक प्रभाव रखते है इसलिए वहां की स्थानीय पुलिस भी उन्ही का साथ देती है।
उक्त आरोपीगण का पुलिस से इतनी सांठ-गांठ है कि जब आरोपीगण किसी घटना को अंजाम देते है तो वहां पर वहां की पुलिस सूचना देने के बाद भी मौके पर नही आती है, घटना पूर्ण होने के बाद खानापूर्ति के लिए पुलिस आती है।
राजेन्द्र सूर्यवंशी ने 14-15 लाख रूपये की चोरी का बरघाट थाने में दिया आवेदन
पीड़ित आदिवासी परिवार का कहना है कि अनावेदकगणों के द्वारा बरघाट के रहने वाले संतोष काकोड़िया को किराने का सामान एवं रुपए 1,12,000/- नगद दुकान से चोरी किये जाने का आरोप लगाया जाकर चोरी की वारदात को कबूल करवाया है। चोरी करने का सीन बनाते हुए उसका अपने ढंग से वीडियो बनाया तथा वापस कपड़े उतरवाकर अपने पास रख लिए।
इसके एवज में हमारी लगभग 14 एकड़ जमीन को हड़पने के लिये लिखा पढ़ी भी कराया है। मारपीट करने के साथ साथ इतना अधिक आतंक था कि पीड़ित परिवार का कोई भी सदस्य अपनी मर्जी से आ जा नहीं जा सकता था। आदिवासी पीड़िता व उसके परिवारजनों का कहना है कि 1,12,000 रूपये सहित अन्य किराना सामान की चोरी का आरोप पहले लगाया था।
वहीं राजेन्द्र सूर्यवंशी प्रोप्राईटर के द्वारा बरघाट पुलिस थाना में दिये गये आवेदन में लगभग 14-15 लाख रूपये की चोरी किये जाने का आरोप लगाया गया है। अब इसमें सच्चाई कितनी है इसकी जांच तो बरघाट की पुलिस को करना है।
हम इस मामले में निष्पक्ष न्याय चाहते है-विजय सूर्यवंशी
उक्त मामले में गोंडवाना समय से चर्चा के दौरान श्री विजय सूर्यवंशी ने बताया कि हम इस मामले में निष्पक्ष न्याय चाहते है। पुलिस बिना किसी के दबाव के कार्य करते हुये चोरी की वारदात का खुलासा करें। प्रकरण की सही तरीके से जांच की जाकर दूध का दूध और पानी का पानी किया जाना चाहिये।
हमारे परिवार के सदस्यों के द्वारा आदिवासी परिवार के साथ कोई अन्याय नहीं किया गया है। वरन संतोष काकोड़िया को हमारे द्वारा बचाया गया था लेकिन झूठी शिकायत जमीन हड़पने को लेकर किये जाने से हमारे परिवार के सदस्य के द्वारा बरघाट पुलिस को चोरी की वारदात का खुलासा व कार्यवाही के लिये आवेदन दिया गया है।
संतोष काकोड़िया के द्वारा कि जाने वाली चोरी की वारदात के समस्त साक्ष्य हमारे द्वारा पुलिस को दिये गये है आने वाले समय में अब मीडिया के समक्ष भी रखेंगे।