किंदरई थाना प्रभारी ने बर्बरतापूर्वक किसानों से की थी मारपीट, मामला आईजी जबलपुर तक पहुुंचा
मारपीट के बारे में किसी को बताने पर थाना प्रभारी ने गोली मारने की दी थी धमकी
जांच होते तक किंदरई थाना प्रभारी श्रीचंद मरावी को हटाए जाने की मांग
घंसौर/किंदरई। गोंडवाना समय।
आदिवासी विकासखंड घंसौर के किंदरई पुलिस थाना प्रभारी द्वारा जुआं की कहानी बनाकर किसानों से मारपीट किये जाने का मामला अब आईजी जबलपुर तक पहुंच गया है।
हम आपको बता दे कि बीते दिनों किंदरई पुलिस थाना क्षेत्र के किसानों ने किंदरई पुलिस थाना प्रभारी सहित पुलिस कर्मियों पर अनावश्यक मारपीट का आरोप लगाया था।
किसानों ने बताया कि वह जब खेत से सिंचाई करके रात्रि में घर वापस आ रहे थे तब किंदरई थाना प्रभारी ने उनसे मारपीट की थी। जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई थी। वहीं पीड़ित किसान उपचार के लिए जबलपुर चले गए थे। इसके बाद पीड़ित किसानों ने किंदरई पुलिस थाना प्रभारी द्वारा की गई मारपीट के संबंध में जबलपुर आईजी से शिकायत किया है।
जबरन गाड़ी में बिठाकर पुलिस थाना किदरई लाया गया एवं अत्यधिक मारपीट की गई
पीड़ित किसानों ने जबलपुर में आई जी को की गई शिकायत में उल्लेख किया है कि सचिन पटेल निवासी ग्राम ब्योहारी, संदीप पटेल निवासी ग्राम ब्योहारी, अर्जुन पटेल निवासी ग्राम झुरकी पुलिस थाना किंदरई जो कि 28 जनवरी की रात्रि में लगभग 9 बजे खेत से काम करके खाना खाने जा रहे थे तभी ग्राम झुरकी स्कूल के पास पुलिस थाना किंदरई प्रभारी सब इंस्पेक्टर श्रीचंद मरावी के द्वारा रास्ते में रोक कर गाली गलौज एवं मारपीट करते हुए जबरन गाड़ी में बिठाकर पुलिस थाना किदरई लाया गया एवं अत्यधिक मारपीट की गई।
रात 1 बजे रिश्तेदारों के सामने मारा गया
आगे पीड़ित किसानों ने शिकायत में उल्लेख किया है कि रात्रि लगभग 1 बजे जब रिश्तेदार थाने आए तो बहुत ज्यादा मारा जा रहा था यह देखकर हमारे रिश्तेदारों ने कहा कि आप डॉक्टर से जांच करवाइए तब मुश्किल से किंदरई पुलिस थाना प्रभारी श्रीचंद मरावी द्वारा घंसौर अस्पताल ले जाकर जांच कराई गई एवं हमारे कहने के बाद भी एक्सरे नहीं कराया गया। वहीं जांच करवा कर वापस लाते समय रास्ते में गाड़ी रोक कर मारपीट के बारे में किसी को बताने पर गोली मारने की धमकी दी गई।
अज्ञात जगह में रात भर रखकर मारपीट की गई
पीड़ित किसानों को घंसौर अस्पताल से बिना एक्सरे कराकर मुलाहिजा कराने के बाद वापस लाया गया था। इसके बाद उन्हें अज्ञात जगह में रात भर रखकर मारपीट की गई। सुबह जब क्षेत्र के अन्य लोग पुलिस थाना आए तब पुलिस थाना की गाड़ी में ही थाना लाया गया और हस्ताक्षर करवा कर छोड़ दिया गया था।
एसपी और एसडीओपी से की शिकायत किंदरई थाना प्रभारी बना रहे दबाव
वहीं पीड़ित किसानों को किंदरई पुलिस थाना प्रभारी व पुलिस कर्मी द्वारा अत्यधिक मारपीट के कारण चलते नहीं बनने से पीड़ित फिर से जांच करवाने घंसौर अस्पताल गये थे तो रविवार होने के कारण उनका इलाज और एक्सरे नहीं हुआ।
जिला चिकित्सालय जबलपुर में आकर पुलिस द्वारा मारपीट की पूरी घटना बताएं तब अस्पताल वालों ने भर्ती कर इलाज किया है। शिकायत में यह भी उल्लेख है की इस घटना की एस.डी.ओ.पी. घंसौर एवं पुलिस अधीक्षक सिवनी द्वारा जांच करने की बात कही गई है तो हमारे और हमारे परिवार वालों को थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर श्रीचंद मरावी द्वारा कई प्रकार से दबाव बनाया जा रहा है। निष्पक्ष जांच करवा कर उचित न्याय दिलाए जाने और इस मामले की जांच होते तक थाना प्रभारी को हटाए जाने की मांग की गई है।