संयोग कोचर राजनीति के कुंभकरण
सिवनी। गोंडवाना समय।
जनसेवा का भूत शिव की नगरी में संयोग कोचर को कुछ ज्यादा ही उमड़ता हुआ नजर आ रहा है। जमीनी लगाव और जमीनी हकीकत से कोसो दूर संयोग कोचर पोस्टर, फलेक्स के सहारे अपनी राजनीति चमकाने के लिये सड़कों के किनारे नजर आ रहे है।
सिवनी में संयोग कोचर ने ओछी राजनीति का सहारा लेकर जनता के बीच अपनी पहुंच बनाने का प्रयास किया है। लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी से टिकिट लेकर चुनाव लड़ने के लिये अब जनसेवा के रूप में गहरी नींद से जागकर उठ गये है अर्थात संयोग कोचर राजनीति के कुंभकरण के रूप में दिखाई दे रहे है।
पोस्टर, फलेक्स का सहारा लेकर सड़कों के किनारे झूल रहे संयोग कोचर
संयोग कोचर नामक व्यक्ति को पहले कभी सिवनी और बरघाट में जनसेवक के रूप में जमीनी आंदोलन या जमीनी कार्य करते हुये नहीं देखा गया है। अब लोकसभा चुनाव में टिकिट पाने की लालसा ने उनसे सिवनी बरघाट विधानसभा क्षेत्र की ओर खींच लाया है।
संयोग कोचर जैसे नेता जो काम कम और दिखावा ज्यादा करते है वे भाजपा की टिकिट पाने की उम्मीद पाले हुये है। पोस्टर, फलेक्स का सहारा लेकर सड़कों के किनारे झूल रहे संयोग कोचर का चुनाव का पहले आखिर क्यों नजर आ रहा है जनसेवा का स्वार्थ यह सवाल जनता के बीच भी उमड़ रहा है।