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अमर शहीद राकेश ठाकुर को नम आंखों से राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

अमर शहीद राकेश ठाकुर को नम आंखों से राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई 

मुख्यमंत्री ने कहा मध्यप्रदेश की धरती पर अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है


सिवनी। गोंडवाना समय। 

सिवनी जिले के डूंडासिवनी पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत अलग-अलग अपराधों में संलिप्त आरोपियों को 18 जनवरी 2024 दिन गुरूवार को रात्रि के समय पकड़ने गई डूंडासिवनी पुलिस पर एक आरोपी ने फायरिंग कर दी। जिसमें प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
        


जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें नागपुर रेफर कर दिया था। वहीं नागपूर में भी उपचार के दौरान प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर की शहीद हो गये।                 

वहीं 19 जनवरी 2021 को उनके गृह ग्राम डोभ ब्लॉक केवलारी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर को शहीद का दर्जा, परिजनों को 1 करोड़ की श्रद्धानिधि, परिवार के 1 सदस्य को शासकीय नौकरी देने का निर्णय लिया है।  

बड़ी चोरी और डकैती पहले भी कर चुके है आरोपी 


पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने जारी बयान में बताया कि गोली मारने वाला आरोपी भिंड का रहने वाल हैं। जो मौके से फरार हो गया है। वहीं 3 अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।

सूत्रों की माने तो जनवरी माह में राजपूत कालोनी में हुई बड़ी चोरी की जांच में जुटी डुंडासिवनी थाना की पुलिस टीम को साइबर से वह मोबाइल नंबर जो उस रात चोरी की घटना के वक्त एक्टिवेट मिले जिसका लगातार पुलिस पीछा कर रही थी।
                

वही नंबर 18 जनवरी की रात गोंदिया से लोकेशन में आये और फिर सिवनी में ट्रेस हुए। जानकारी मिलने पर पुलिस ने जब पीछा किया तो आरोपी इनोवा गाड़ी से भाग रहे थे और पुलिस बोलेरो गाड़ी से पीछा कर रही थी। जब आरोपियों की गाड़ी आगे निकल गई तो लखनवाड़ा पुलिस से बेरिकेट लगवाए गए और पुलिस देख आरोपियों ने पुल के पास से अपनी गाड़ी घुमाकर वापस सिवनी की तरफ आ गए थे।
            आते हुए आरोपियों ने अपने एक साथी को रास्ते मे उतार दिया और आगे बढ़े तो डुंडासिवनी पुलिस ने घेराबन्दी कर इनोवा गाड़ी को रोक आरोपियों को पकड़ लिया। बताया जाता है कि बड़ी चोरी और डकैती पहले भी कर चुके है और कोई बड़ी डकैती को अंजाम देने की फिराक में आरोपी थे। 

आरोपियों के पास थी पिस्टल पर थाना प्रभारी के पास नहीं थी सर्विस रिवाल्वर 

सूत्रों के बताए अनुसार आरोपी को पकड़ने गई टीम में डुंडासिवनी थाना प्रभारी भैरम, प्रधान आरक्षक शेखर बघेल, प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर, होमगार्ड सैनिक वकील और 2 साइबर पुलिस के जवान थे,प्रधान आरक्षक, होमगार्ड और साइबर पुलिस को तो पिस्टल नहीं दी जाती, सब इंस्पेक्टर थाना प्रभारी भैरम के पास सर्विस रिवाल्वर है परंतु वारदात के वक्त उनके पास सर्विस रिवाल्वर नहीं थी।
            


आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस बिना हथियार के गई और आरोपी पूरी तैयारी के साथ आये थे, जो इस घटना की मुख्य वजह हो सकते है। बताया जाता है कि पुलिस सिविल यूनिफार्म में थी ये सिक्योरिटी रीजन हो सकता है पर बिना हथियार अपराधी को दबोचने लापरवाही मानी जा सकती है। घटना के बाद सवाल यह भी उठ रहा है कि पुलिस जवानों को सुरक्षा हेतु आधुनिक युग के मुताबिक सुरक्षा हेतु हथियार की सुविधायें मिलना चाहिये। 

परिवारजनों को 01 करोड़ रुपए की श्रद्धा निधी एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुये अपने प्राणों को प्राणों का बलिदान करने वाले प्रधान आरक्षक श्री राकेश ठाकुर के बलिदान पर शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होने पुलिस कर्मी को शहीद का दर्जा देने और राज्य सरकार द्वारा परिवारजनों को श्रद्धा निधी के रूप में 01 करोड़ रुपए की राशि प्रदान करने के साथ-साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
                     उन्होंने बताया की घटना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है एक अन्य फरार आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा की मध्यप्रदेश की धरती पर अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। किसी भी अपराधी को बख्सा नही जायेगा। 

राकेश ठाकुर ने अपने दायित्व का निर्वाह करते हुये अपने प्राण न्योछावार कर दिये 

डूंडा सिवनी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर ने अपने दायित्व का निर्वाह करते हुये अपने प्राण न्योछावार कर दिये। जांवाज प्रधान आरक्षक की शहादत पर जिला भाजपा के अध्यक्ष आलोक दुबे, मंडला सिवनी सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, बालाघाट सिवनी सांसद डाँ. ढाल सिंह बिसेन, सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन, बरघाट विधायक कमल मर्सकोले, भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व जिलाध्यक्ष वेद सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक राकेश पाल सिंह, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, पूर्व सांसद श्रीमती नीता पटेरिया, सहित समस्त जिला पदाधिकारियों ने गहन शोक संवेदनाएँ व्यक्त करते हुये जांबाज आरक्षक के बलिदान को नमन करते हुये शोकाकुल परिवार के प्रति शोक संवेदनाएँ व्यक्त की है और कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईश्वर से कामना करती है कि शोक संतप्त परिवार को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
            भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक दुबे सहित भाजपा के समस्त जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि इस दुखद घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को कड़ी कड़ी सजा दिलाई जायेगी और जांबाज पुलिस आरक्षक स्व. ठाकुर के प्राण लेने वाले दोषियों को भाजपा की प्रदेश सरकार कठोर से कठोर सजा दिलाने के लिये प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुकी है । श्री आलोक दुबे ने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में अपराधियों के लिये कोई जगह नहीं है। 

कांग्रेस ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की 

डूण्डासिवनी पुलिस चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर ने ड्यूटी के दौरान बदमाशो का पीछा करते हुये उन्हें पकड़ा, एक बदमाश द्वारा राकेश ठाकुर पर फायरिंग की गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें नागपुर रिफर किया गया, जहॉ इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
         जिला कांग्रेस कमेटी सिवनी शहीद स्व. राकेश ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पीत कर, पीड़ित परिजनों के प्रति शोक संवेदनाएॅव्यक्त करती है और ईश्वर से प्रार्थना है कि परिजनों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।

दु:खद घटना का जिम्मेदार कौन है साहब ?


जब भी कोई उपलब्धी हासिल होती है तो जारी होने वाले समाचारों में शुरूआत पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी के कुशल मार्गदर्शन में इस तरह की बाते लिखी होती है। वहीं अंत में मेहनत करने वालों का योगदान सराहनीय रहा होता है।
                

सिवनी जिला पुलिस बल में कर्तव्य निभा रहे पुलिस जवान अपराधी की गोली का शिकार होकर वीरगति को प्राप्त हो गया है। आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिये कर्तव्य निभाने के दौरान एक परिवार से मुखिया का, तो किसी का भाई तो किसी का बेटे के जीवन का अंत हो गया है। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा साहब, शहीद का दर्जा राज्य सरकार ने प्रदान किया, 1 करोड़ की श्रद्धा निधि प्रदान किया गया है और परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी यह बहुत निर्णय है।
             प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर के शहीद होने के बाद कई सवाल भी पुलिस प्रशासन के समक्ष खड़े हो रहे है। दु:खद घटना के बाद सिवनी पुलिस परिवार में एक कमी ओर देखने को मिली कि जब सिवनी अस्पताल से घायल प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर को नागपूर रेफर किया गया था।
                उसके बाद जब उनके परिवार के सदस्य को घर पहुुंचाने के बाद उनके परिवार के अन्य की खैर खबर सुबह तक पुलिस प्रशासन के द्वारा घर पहुंचकर नहीं ली गई थी। सिवनी से अपने गृह ग्राम डोभ जाने के लिये निकलने के दौरान भी सिर्फ परिवार के सदस्य ही मौजूद थे। वरिष्ठ पुलिस अधीकारियों व कनिष्ठ पुलिस कर्मचारियों सभी को ऐसे समय में दुखद परिवार का ध्यान रखना चाहिये। 

परिवार में दु:ख व्याप्त, अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने बंधाया ढांढस 

शहीद राकेश ठाकुर के पिता श्री वीरेन्द्र सिंह ठाकुर, माता श्रीमती रामदेवी बाई ठाकुर, पत्नि व बच्चे सहित परिवार में 5 भाईयों में सबसे बड़े राजा बाबू ठाकुर, राजेश ठाकुर, यशवंत ठाकुर, तरूण ठाकुर सहित उनका पूरे परिवार को शोक संवेदना व्यक्त करने व परिवार का दु:ख की घड़ी में हौंसला बढ़ाने व ढांढस बंधाने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, सिवनी विधायक व केवलारी के पूर्व विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि, विभागीय कर्मचारी व क्षेत्रीय ग्रामीणजन मौजूद रहे। 


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