लायंस क्लब का मोतियाबिंद नि:शुल्क आॅपरेशन के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा
लायंस क्लब के करोड़ों के घोटाले का समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने किया खुलासा
परासिया/छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
लायंस क्लब परासिया लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया जिला छिंदवाड़ा द्वारा की जा रही धोखाधड़ी को 6 जनवरी 2024 को जिले के सक्रिय समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने प्रेस वार्ता जारी कर खुलासा किया। लायंस क्लब लायंस सेवा समिति एनजीओ संस्था जो की विगत 5 वर्षों से परासिया में बेयर हाउस रोड में अपना अस्पताल बनाकर के आंखो संबंधी इलाज की सेवाएं दे रही है।
भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक अंधत्व मुक्त भारत के अंतर्गत आंखों के अस्पतालों को निर्धनों गरीबों का शिविरों के माध्यम से नि:शुल्क मोतियाबिंद का आॅपरेशन करना बताया गया। आम जनता जनार्दन को नि:शुल्क फ्री जैसे शब्द आ जाने पर सेवा भाव प्रतीक होता है।
किंतु शासन इन अस्पताल संचालकों को प्रति मरीज मोतियाबिंद आॅपरेशन का 2000/- रुपए का नगद शुल्क इन्हें देती है। तो यहां सेवा के नाम पर मेवा खाना जैसा प्रतीत होता है।
लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया जिला छिंदवाड़ा का एम.ओ.यू. रद्द किया गया
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने इस महत्वपूर्ण विषय को पदार्फाश करने के लिए सर्वप्रथम सीएचएमओ जिला छिंदवाड़ा, क्षेत्रीय संचालक महोदय स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर संभाग, लोक सूचना अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश भोपाल को बिगत पांच माह से निरंतर आरटीआई लगा करके समस्त सत्यापित प्रमाणित दस्तावेजो की छायाप्रति को संग्रह किया है।
दस्तावेजों में पाया गया लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया जिला छिंदवाड़ा द्वारा जिला छिंदवाड़ा में मोतियाबिंद के नि:शुल्क आॅपरेशन के नाम पर जो शिविर लगाए गए हैं उसमें वर्ष 2018-19 में 1250 आॅपरेशन, वर्ष 2019-20 में 4565 आॅपरेशन, वर्ष 2020-21 में 3146 आॅपरेशन, वर्ष 2021-22 में 4106 आॅपरेशन, वर्ष 2022-23 में 4891 आॅपरेशन नि:शुल्क कर शासन से वर्ष 2018 में 25,00,000/-रुपए वर्ष 2019 में 91,30,000/- रुपए, वर्ष 2020 में 62,92,000/- रुपए, वर्ष 2021 में 82,12,000/ रुपए वर्ष 2022 में 97,82,000/- रुपए नगद पाया। वर्ष 2022/23 में 3269 आपरेशन का 65,38,000/- राशि पाने के लिए बिल लगाया था। यह बिल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छिंदवाड़ा को दिया गया।
दस्तावेजो में मरीज का नाम, पता, मोबाइल नंबर 90% गलत पाया गया
अधिकारियों को संदेह होने पर लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया से वर्ष 2022/23 में किए गए समस्त आॅपरेशनो के दस्तावेज प्रस्तुत करने के आदेश जारी हुए। लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया जिला छिंदवाड़ा द्वारा 3269 आॅपरेशनों के जो दस्तावेज प्रस्तुत किए गए इसके लिए एक जांच दल समिति बनाई गई जिसमें छिंदवाड़ा जबलपुर एवं भोपाल के आॅफिसरो ने काम किया।
जांच दल ने जांच के दौरान समस्त दस्तावेजो में 90% फॉल्स पाए गए मरीज का नाम, मरीज का पता, मरीज का मोबाइल नंबर यह सब दस्तावेजों में 90% गलत पाया गया। जिसके चलते राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश द्वारा लायंस आॅई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया जिला छिंदवाड़ा का एम.ओ.यू. रद्द किया गया।
कोरोना महामारी के दौरान हजारों की संख्या में किये आॅपरेशन
संस्था का 18-4-2023 एम.ओ.यू. रद्द होने के पश्चात जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मोतियाबिंद आॅपरेशन जांच शिविर लगाने संबंधी किसी भी प्रकार की कोई भी अनुमति शासन से प्राप्त नहीं है। समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने आरोप लगाया कि लायंस आई हॉस्पिटल में जो दवाइयां लिखती है वह केवल परासिया के एक ही मेडिकल में मिलती है हिंदुस्तान में कहीं नहीं मिलती।
वहीं इनके अस्पताल में नि:शुल्क आॅपरेशन के नाम पर मरीजों से लेंस के नाम पर हजारों रूपये में पैसा वसूला जाता है। नौसीखिये डॉक्टर लाकर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हैं और कोई भी डॉक्टर इनके अस्पताल में 6 माह से अधिक नहीं रुकता। इसके साथ ही वर्ष 2020 एवं 21 में पूरे भारत देश में कोरोनावायरस फैला हुआ था पूरा भारत देश में लॉकडाउन लगा हुआ था।
उसके बावजूद इन्होंने हजारों की संख्या में कैसे आॅपरेशन कर शासन से करोड़ों रुपए लिए। जिस जगह लायस आई चिकित्सालय का निर्माण किया गया है। वहां एकलव्य लाइब्रेरी की स्थापना की गई थी, चिकित्सालय निर्माण के पहले इन समाज सेवियों ने एकलव्य लाइब्रेरी को सुरक्षित रखना की बात कही थी लेकिन वह हॉस्पिटल के लिए अतिक्रमण कर ली गई है।
कलेक्ट्रेट के सामने अनशन पर बैठेंगे नहीं तो जनहित में अग्नि दाह करेंगे
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया में प्रेस वार्ता के जरिए यह समस्त तथ्य प्रमाण सहित समस्त दस्तावेजों के संग रखे हैं। इसके उपरांत मंगलवार को जनसुनवाई में जिला कलेक्टर को समस्त दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने अगाह किया कि 15 दिन के अंदर में कार्रवाई नहीं की गई तो वह कलेक्ट्रेट के सामने अनशन पर बैठेंगे। जनहित में अग्नि दाह करेंगे।