7 वर्षों में किसानों को सिंचाई के लिये पानी मिलना तो दूर, नहर का ही नहीं हो पाया निर्माण
तारीख पे तारीख मिल रही है हमें
20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ, नहर ठेकेदार को अधिकारियों ने लगाई फटकार
पेंच परियोजना शाखा डी 4 के अपूर्ण निर्माण कार्य का निरीक्षण करने कलारबांकी क्षेत्र पहुंचे अधिकारी
सिवनी/कलारबांकी। गोंडवाना समय।
विधानसभा क्षेत्र सिवनी अंतर्गत पेंच परियोजना नहर शाखा डी 4 के अधूरे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने 13 जनवरी 2024 को जल संसाधन विभाग वेनगंगा कछार सिवनी की टीम कलारबांकी पहुंची जिसमे क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों के अंतर्गत अपूर्ण नहरों का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों के किसान भी उपस्थित रहे। पानी के बिना खेती करने में होनीं वाली समस्याओं से उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया गया। दो दिन पूर्व ही क्षेत्र के किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल जलसंसाधन विभाग सिवनी में जाकर मिला था और आग्रह किया की आप हमारे क्षेत्र आए पानी के अभाव में किसानों की क्या स्थिति है आप स्वयं आकर देखे और महसूस करे।
जहां नहर की थोड़ी बहुत खुदाई हुई है वो भी टूट फूट गई है
किसानों के आग्रह को स्वीकारते हुए 13 जनवरी 2024 को जलसंसाधन विभाग सिवनी से पी.टेकाम एसडीओ एवं आर के डहेरिया एसडीओ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मौका स्थल का निरीक्षण करने कलारबांकी, बजरवाड़ा, देवरी, भाजीपानी, लुंगसा, जोगीवाड़ा आदि विभिन्न ग्रामों में अधूरे नहर निर्माण कार्य का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित किसान रामनाथ राय ने किसानों की और से अपनी बात रखी और कहा कि विगत 7 वर्ष से नहर निर्माण का कार्य चालू है। वहीं लगभग 7 सात वर्ष बीत जाने के बाद भी हमारे खेतों में पानी आना तो दूर नहर ही नही बन पाई है। इसके साथ ही जहां नहर की थोड़ी बहुत खुदाई हुई है वो भी टूट फूट गई है।
भूमि अधिग्रहण के पैसे तक नही मिले
सबसे बड़ी समस्या तो यह है जो छोटे किसान है जिनके पास एक या दो एकड़ जमीन है उनके खेत के बीचों बीच से नहर की खुदाई कर दी गई है, उनके खेत नहीं के बराबर बचे है।
ऐसी स्थिति में अब आप ही बताए इन सात साल में उन किसानों का कितना नुकसान हुआ होगा, उनको शासन की और से भूमि अधिग्रहण के पैसे तक नही मिले हैं।
इसका जिम्मेदार कोन होगा ? कोन करेगा इनकी भरपाई ? उन्होंने साफ साफ खुले शब्दों में उपस्थित अधिकारियों से पूछा की आप ही बताए आपने अभी तक 4 से 5 गांवों के खेतो का निरीक्षण किया है।
हमे आश्वासन नहीं आपका भरोसा चाहिए
कितना काम हुआ है मेरी नजरो में तो 20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है अब आप ही बताए हमारे खेतों तक पानी कब और कैसे आएगा। नहर का कार्य कब तक पूर्ण हो जाएगा और हमे पानी कब तक मिल जाएगा।
आप इस बात को पहले हम सभी किसानों को अवगत कराए और बहुत सोच समझकर जवाब दे। हमे आश्वासन नहीं आपका भरोसा चाहिए, आश्वासन देना नेताओ का काम है इसलिए आप हमे भरोसा विश्वास दे, नेताओं की तरह आश्वासन नही।
नवंबर 2024 तक आपके खेतों में पानी पहुंच जाये ऐसा प्रयास करेंगे
इस पर उपस्थित एसडीओ श्री टेकाम ने कहा की आपकी बातो से में सहमत हूं, आपको 2024 के नवंबर दिसंबर तक पानी आप लोगो के खेतो तक पानी पहुंच जाए ऐसा हम भरपूर प्रयास करेंगे। तब उपस्थित किसानों ने एक स्वर में कहा की आप नवंबर 2024 कह रहे है।
आप हमे नवंबर 2025 तक पानी देना मगर झूठा आश्वासन हमें बिल्कुल मत देना क्योंकि पिछले 7 वर्ष से आप और आपके अधिकारी कर्मचारी झूठा आश्वासन ही दे रहे है क्योंकि अभी काम बहुत अधूरा है।
आॅफिस में बैठे-बैठे काम नही होगा
उपस्थित नहर ठेकेदार के कर्मचारियों को भी एसडीओ ने फटकार लगाई और कहा की शीघ्र अतिशीघ्र काम चालू करे। बहुत सारी जमीन सिंचाई के अभाव में खाली है उन जमीनों में आप काम कर सकते है और जिन खेतो में फसल लगी है वहां बाद में फसल कटाई के बाद काम करना।
उपस्थित सभी किसानों ने अधिकारियों से निवेदन किया की आप लगातार क्षेत्र का सघन दौरा करते रहे तभी नहर का काम तीव्र गति से होगा आॅफिस में बैठे-बैठे काम नही होगा।
जून 2023 तक कार्य पूर्ण होने की बात कही गई थी
अभी खामखरेली के आस पास भी बहुत काम अधूरा है। थांवरी (राहीवाड़ा) के पास जहां रोड क्रास होना है, नहर का वह कार्य भी अभी तक पूर्ण नही हुआ है। अभी आगे ही काम नही हुआ है फिर हमारे यहां पानी आएगा कैसा ?
आप हमारे अधिकारी है और विगत वर्ष 2022 में भी क्षेत्र के किसानों ने लगभग इसी काम को लेकर आपके कार्यालय के समक्ष एक माह तक धरना आंदोदन दिए थे उस समय भी हमे दिनांक 26/05/2022 को बेनगंगा कछार जल संसाधन विभाग सिवनी से लिखित आश्वासन मिला था जिसमे जून 2023 तक कार्य पूर्ण होने की बात कही गई थी।
विभाग के कर्मचारी झूठा आश्वासन दे रहे है
इसके बाद पुन: किसानों के द्वारा दिनांक 18/07/2023 को आपके कार्यालय में जाकर आवेदन निवेदन किया गया फिर आपके कार्यालय से तत्काल लिखित आश्वासन दिया गया की आने वाली रवि सीजन की फसल तक कार्य पूर्ण कर आपके खेतों तक पानी पहुंचा दिया जाएगा लेकिन अभी तक नही। लगातार किसानों के साथ संबंधित विभाग के कर्मचारी झूठा आश्वासन दे रहे।
फिल्म जगत के अभिनेता सनी देओल का एक प्रसिद्ध डायलॉक है 'तारीख पे तारीख तारीख पे तारीख' ठीक वैसे ही हमे तारीख पे तारीख मिल रही है। हम अपने हक अधिकार को आप लोगों से भीख जैसे मांग रहे है इसलिए लोगों का किसानी से मोह भंग हो रहा है इतनी मेहनत करने बाद भी किसानों कि स्थिति जस की तस बनी हुई है।
किसानों की हालत भिखारियों जैसी हो गई है
महाकवि घाघ की एक प्रसिद्ध कहावत है उत्तम खेती ,मध्यम बान। निषिद्ध चाकरी, भीख निदान। अर्थात-खेती सबसे अच्छा कार्य है, व्यापार मध्यम, नोकरी निषिद्ध है, और भीख मांगना सबसे बुरा कार्य है। लेकिन आज किसानों की हालत भिखारियों जैसी हो गई है अपने हक अधिकारों के लिए सड़कों पर आंदोलन के लिए उतरना पड़ रहा है किसान निराश हो रहे है।
जबकि एक समय था जब हमारे देश मे खेती को सबसे उत्तम माना जाता था। इसलिए हम सभी किसान न्यूज पेपर के माध्यम से शासन प्रशासन से एवं संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों से निवेदन है समय से किसानों के खेतों में नहर एवं पानी की शीघ्र अितशीघ्र उपलब्धता कराए।
इस दौरान मुख्य रूप से इनकी रही उपस्थिति
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान डॉ.मानक सिंह खुसराम जनपद सदस्य, अजय साहू, रामकिशन साहू, पदम साहू, प्रह्लाद सिंह धुर्वे, भरत इनवाती, नंदकिशोर साहू, महेंद्र सिंह उर्फ मोनू राय, हरिराम टेकाम, विवेक राय, अज्जू साहू, श्याम साहू, मंगल डहेरिया, विनोद साहू, भगवानदास साहू, राजू साहू, राजेंद्र टेकाम, मोंटू साहू, घनश्याम साहू आदि किसान व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।