20 हजार मजदूरों के बेरोजगार एवं 200 राईस मिल संचालकों को हानी होने की संभावना
अन्य जिलों में धान भेजने पर रोक लगाने के लिए सांसद ने की मुख्यमंत्री से मांग
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले के आशीष अग्रवाल की मांग करने पर सांसद डॉ ढाल सिंह बिसेन के द्वारा सिवनी, बालाघाट जिले से अन्य जिलों मे धान भेजने पर रोक लगाने की मांग मुख्यमंत्री से किया है। सिवनी/बालाघाट सांसद ढालसिंह बिसेन द्वारा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मिलकर ज्ञापन देकर मांग की गई है।
आशीष अग्रवाल प्रदेश अध्यक्ष चावल उद्योग महासंघ ने जानकारी देते हुए बताया कि सिवनी एवं बालाघाट जिले सहित प्रदेश मे धान उपार्जन का कार्य चल रहा है जिसके अंतर्गत प्रमुख सचिव खाद्य के निदेर्शानुसार अन्य जिलों के मिलर्स को धान मिलिंग करने हेतु दिए जाने के आदेश जारी किए गए है।
अन्य जिलों में धान भेजे जाने से धान 2-3 महीनों में खत्म हो जाएगी
जिसके विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री, खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव, प्रबंध संचालक नान एवं मार्कफेड को दिए गए पत्र में सांसद द्वारा लिखा गया है कि बालाघाट सिवनी जिले की 200 राइस मिलो में लगभग 20 हजार मजदूर कार्यरत है एवं अन्य जिलों में धान भेजे जाने से धान 2-3 महीनों में खत्म हो जाएगी जिसके कारण मिलर्स एवं वेयर हाउस संचालको को अधिक हानि होगी एवं मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।
वहीं जबकि शासन की मिलिंग हेतु अंतिम तारीख 30 सितंबर 2024 तक है फिर भी अतिरिक्त परिवहन व्यय करके अन्य जिलों में धान भेजकर शासन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अत: इसको तत्काल रोकने की मांग सांसद डॉ ढाल सिंह बिसेन के द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को ज्ञापन के माध्यम से की गयी है।