शेखर उइके जिला संयोजक अधिकारी के पद पर चयनित हुए
समय का प्रबंधन, सच्ची लगन, कड़ी मेहनत और ईमानदारी से प्रयास करने पर कोई भी सफलता हासिल की जा सकती है
सिवनी। गोंडवाना समय।
हाल ही में म.प्र. पी.एस.सी. की परीक्षा वर्ष-2019 के परिणाम घोषित हुए हैं। जिसकी मुख्य चयन सूची में शेखर उइके अपने पहले ही प्रयास में जिला संयोजक अधिकारी के पद पर चयनित हुए हैं।
शेखर उईके ने अपने प्राथमिक स्तर की पढ़ाई जिला सिवनी के भैंरोगंज स्कूल में पूरी की तथा माध्यमिक स्कूल एवं हाईस्कूल की पढ़ाई भी शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सिवनी में ही पूरी की है।
सिवनी, बालाघाट में अध्ययन के बाद भोपाल में इंजीनियरिंग की डिग्री वर्ष 2019 में पूर्ण की
शेखर उईके ने अपने हाईस्कूल की परीक्षा 87 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की थी। इसके पश्चात शेखर के पिता का ट्रांसफर बालाघाट जिले में हो जाने के कारण वह आगे की पढ़ाई जिला बालाघाट के शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकण्डरी स्कूल से पूरी की है।
शेखर उईके बचपन से ही बहुत मेधावी छात्र होने के कारण वह हायर सेकण्डरी की बारहवीं की परीक्षा भी 89 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की। आपने बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई हेतु पहले ही प्रयास में जेईई की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करके इंजीनियरिंग कॉलेज एन.आई.टी. भोपाल, मप्र में वर्ष 2015 में दाखिला लिया। शेखर उईके एनआईटी कॉलेज, भोपाल से अच्छे अंको के साथ अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री वर्ष 2019 में पूर्ण की।
म.प्र. सिविल सेवा में चयनित होने पर उसके गांव एवं परिजनों में बहुत ही खुशी की लहर
शेखर उईके के पिता श्री प्रीतम उइके एक शासकीय सेवक हैं तथा वर्तमान में रजिस्टार कार्यालय, सहायक आयुक्त सहकारी संस्थाऐं बालाघाट, मप्र में सेवारत हैं। इनकी माता श्रीमती अनीता उइके एक साधारण ग्रहणी हैं। शेखर के पिता मूलत: मण्डला जिले के निवासी हैं।
म.प्र. सिविल सेवा में चयनित होने पर उसके गांव एवं परिजनों में बहुत ही खुशी की लहर है। शेखर उईके का कहना है कि समय का प्रबंधन, सच्ची लगन, कड़ी मेहनत और ईमानदारी से प्रयास करने पर कोई भी सफलता हासिल की जा सकती है ।