सामंतियों व पूंजीपतियों को टिकट देना कांग्रेस भाजपा की नीति, गोंगपा ने उतारे जनता के सेवक : रावेन शाह उइके
सिवनी। गोंडवाना समय।
विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जिसमें पूर्व की भांति इस बार भी विधानसभा केवलारी, सिवनी में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा के उम्मीदवार पूंजीपतियों को घोषित किया है। जिनका संबंध गरीब, मजलूम और किसानों से नहीं है, इनमें से कोई भी उम्मीदवार ने जनता के बीच कोई काम नहीं किया है।
इनका संबंध केवल अपने निजी व्यापार को बढ़ाना है और जनता से छलावा करने के उद्देश्य से ये स्वयं चुनावी मैदान में उतरे है और भाजपा व कांग्रेस पार्टी द्वारा इन्हे मैदान में उतारा गया है। उक्त बाते जारी विज्ञप्ति में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला प्रवक्ता रावेन शाह उईके ने बताया कि भाजपा, कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जो प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे गये है उनमें अंतर मदताताओं को समझने की आवश्यकता है।
इनके कार्यकाल में विकास कार्य में सफलता नहीं मिली है
वही यदि पूर्व विधायक ठाकुर रजनीश सिंह और वर्तमान समय में भाजपा विधायक राकेश पाल एवं दिनेश राय मुनमुन के कार्यकाल को देखा जाए तो इनके द्वारा जनता के लिए कोई बुनियादी कार्य नहीं कराए हैं। सिवनी जिले को केवल इन्होंने राजनीति का प्रयोगशाला बनाकर रखा हुआ है, इनके जनप्रतिनिधित्व के कार्यकाल के दौरान के प्रयासों से सरकार पर रहते हुए भी कोई विकास कार्य में सफलता नहीं मिली है। इन्होंने कभी जिले में आईआईटी कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं व्यवसायिक शिक्षा क्षेत्र के लिए कभी कोई प्रयास नहीं किया है।
जनता के हित में विधानसभा पटल हो या सड़क पर कोई लड़ाई नहीं लड़ी गई है
जिले के किसानों के लिए इन्होंने सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने के लिए लेफ्ट इरिकेशन या नहर परियोजना के लिए कभी बात भी नही किया है। बेरोजगार युवाओं के लिए कभी कोई उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए कोई आवाज नहीं उठाई है।
केवलारी से पूर्व विधायक ठाकुर रजनीश सिंह का कार्यकाल हो या भाजपा से राकेश पाल, मुनमुन राय के विधायक कार्यकाल में इन्होंने केवल अपने सुखों को स्थापित करने के लिए जनता का मताधिकार को उपयोग किया है।
जनता के हित में विधानसभा पटल हो या सड़क पर कोई लड़ाई नहीं लड़ी गई है। वही सिवनी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बने आनंद पंजवानी का संबंध व्यापार जगत से है, ग्रामीण क्षेत्रों का इन्हे अनुभव नहीं है और ना ही ये किसान है। नौजवानों को गुमराह तो कर सकते हैं लेकिन जनसेवक नही हो सकते हैं।
रंजीत वासनिक बरघाट में विकास पुरुष रहे हैं
वही तीसरा विकल्प के रूप में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सिवनी विधानसभा से प्रत्याशी रंजीत वासनिक है जिनका कार्यकाल बरघाट की जनता ने नगर परिषद अध्यक्ष के तौर पर देखा है, जो नगर कभी व्यवस्िथत नहीं था आज जिले में सबसे बेहतर नगर परिषद के रूप में विकसित माना जाता है और उन्होंने हर वर्ग को स्थान दिया है, उनके कार्यकाल में बरघाट की जनता खुद बताती है कि रंजीत वासनिक बरघाट में विकास पुरुष रहे हैं जब वो सिवनी के विधायक बनेंगे तो सिवनी को उद्योग नगरी बनाने के लक्ष्य को पूरा करेंगे।
चूंकि रंजीत वासनिक अनुसूचित जाति से आते हैं बरघाट आरक्षित सीट होने से बरघाट में नहीं लड़ सकते थे परंतु रंजीत वासनिक गरीबों को साथ लेकर चलते हैं जिन्होंने किसान मजदुर और नौजवान को हमेशा सम्मान किया है। सिवनी विधानसभा क्षेत्र से गोंगपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है तो इसका मतलब है रंजीत वासनिक के पास जिले का विकास हेतु रोड मैप तैयार है और उसके लिए वो जन-जन के चहेते बनते जा रहे हैं परंतु अंतिम निर्णय सिवनी जिले की जनता करेगी और जनता जो जनादेश देगी वह स्वीकार होगा।