बिरसा ब्रिगेड छिंदवाड़ा जिले की सातों विधानसभा में मजबूती के साथ उतारेंगे प्रत्याशी
राजनैतिक जन संघर्ष में बिरसा ब्रिगेड का सामाजिक आव्हान
अपने अस्तित्व को जिंदा रखने व अपने संविधान को बचाने व आने वाली पीढ़ी को जिंदा रखने के लिए ये लड़ाई जरुरी है
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
सामाजिक मिशन में कार्य करने वाला संगठन बिरसा ब्रिगेड वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कुछ चुनिंदा सीटों पर अपने समर्थन में प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है।
इसके तहत बिरसा ब्रिगेड की तैयारी जमीनी स्तर पर चल रही है वहीं इसके लिये इंजिनियर सतीश पेंदाम द्वारा जमीनी स्तर पर तैयार किये गये बिरसा ब्रिगेड के कैडर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
बिरसा ब्रिगेड एसटी ही नहीं एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक वर्ग के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। आने वाले कुछ दिनों में अपने समर्थन के उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा जायेगा इसके लिये समर्थित उम्मीदवारों के नाम घोषित किये जायेंगे।
कमल नाथ के गृह जिला छिंदवाड़ा में मजबूती के साथ उतरेंगे
गणेश इरपाची बिरसा ब्रिगेड राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि कमल नाथ के गृह जिला छिंदवाड़ा में बिरसा ब्रिगेड बहुत तेजी से चुनावी तैयारी में जुट गया है। छिंदवाड़ा में बिरसा बिग्रेड पूरी मजबूती के साथ चुनाव के लिये मतदान केंद्र स्तर पर कार्य रहे है।
बताया जाता है कि बिरसा ब्रिगेड बीते 2 वर्ष से छिंदवाड़ा जिले की विधानसभा क्षेत्रों में मुस्तैदी से चुनावी तैयारी कर रहे थे जिसे अब पूरा करने का समय आ गया है। छिंदवाड़ा जिले में बिरसा ब्रिगेड ने जमीनी स्तर पर मजबूती के साथ मतदान केंद्रों पर कार्यकर्ताओं को तैयार किया है।
छिंदवाड़ा की सभी सीटों में उतारेंगे उम्मीदवार-गणेश इरपाची
गणेश इरपाची बिरसा ब्रिगेड राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि वर्तमान परिस्थिती को देखते हुये सामाजिक व संवैधानिक परिस्थिती जिस प्रकार से निर्माण हो रही है। देश की षडयंत्रकारी विचारो की सरकारे संविधान विरोधी कार्य कर रही है।
देश के मूलनिवासी मुल मालिक आदिवासी, बौद्धिष्ट, ओबीसी, अल्पसंख्यांक समाज के ऊपर जिस तरीके की हैवानियत देश में चल रही है। कभी जाति, धर्म, क्षेत्र, पार्टी के नाम पर समाज को लड़ाया गया है तो वहीं शोषण और अत्याचार बढ़ रहा हैं।
ऐसी सारी परिस्थिती को देखते हुये छिंदवाडा जिला में रहने वाला आदिवासी, ओबीसी, एससी, अल्पसंख्यांक यह समाज ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाला समाज जंगलो के सहारे जीने वाला समाज है। छिंदवाड़ा में आज परिस्थिती इस प्रकार निर्माण हो गई है कि सिचाई कॉम्प्लेक्स के नाम पर वन संरक्षण के नाम पर, वन संवर्धन के नाम पर डेम, तालाब विकास के नाम पर देश के मुल मालिक मूलनिवासियों का विनाश और विस्थापन चल रहा है।
यही विस्थापन और विनाश के खिलाफ में एससी, एसटी, ओबीसी और मायनॉरिटी समाज ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि छिंदवाडा के सभी विधानसभा क्षेत्र आरक्षित और खुले प्रवर्ग सीटो पर बिरसा ब्रिगेड और सभी सामाजिक संघटन के साथ हम लोग छिंदवाड़ा जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में दावेदारी कर रहे हैं।
एसटी, एससी, ओबीसी और मायनॉरिटी समाज मिलकर छिंदवाड़ा में भरेंगे हुंकार
जानकारी की माने तो यदि बिरसा ब्रिगेड ने छिंदवाड़ा में अपने समर्थन में प्रत्याशी को उतारा तो पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमल नाथ के गढ़ व गृह जिला छिंदवाड़ा में बिरसा ब्रिगेड कांगे्रस के लिये सबसे ज्यादा परेशानी साबित हो सकती है।
गणेश इरपाची बिरसा ब्रिगेड राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि बिरसा ब्रिगेड के समर्थन से छिंदवाड़ा जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी को उतारा जायेगा। जिसमें जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र 122 एसटी आरक्षित, अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र 123 एसटी आरक्षित, चौरई विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 124 सामान्य, सौसर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 125 सामान्य, छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 126 सामान्य, परासिया विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 127 एससी आरक्षित, पांडुरना 128 एसटी आरक्षित इन सभी सीटो पर बिरसा ब्रिगेड पुरी ताकत के साथ एसटी, एससी, ओबीसी और मायनॉरिटी समाज की संघटनात्मक सहयोग से चुनाव लड़ रहे है। बिरसा ब्रिगेड ने आव्हान किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव एक चुनाव न होकर सामाजिक चुनौती है, इस चुनौती को स्वीकार करते हुये और अपने अस्तित्व को जिंदा रखने के लिए अपने संविधान को बचाने के लिए आने वाली पीढ़ी को जिंदा रखने के लिए ये लड़ाई जरुरी है।