नारायण पट्टा का शपथ पत्र और वचन पत्र निकला झूठा
कांग्रेस विधायक ने बिछिया विधानसभा के मतदाताओं से किया था झूठा वादा
मतदाताओं से दूरी बनाने वाले नारायण पट्टा अब फिर विधायक बनने की कर रहे दावेदारी
बिछिया/मण्डला। गोंडवाना समय।
वर्ष 2018 में बिछिया विधानसभा से चुनाव लड़कर कांग्रेस पार्टी से विधायक बनने वाले नारायण पट्टा और उनके समर्थक वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में फिर मतदाताओं के बीच में अपने आप को सच्चा जन सेवक बताकर प्रचार-प्रसार करते हुये फिर विधायक बनने सपना देख रहे है।
वहीं जनता व मतदाताओं से दूरी बनाकर रखने वाले विधायक नारायण पट्टा वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से अपनी टिकिट पक्की मानकर प्रचार-प्रसार में जुट गये है। वहीं नारायण पट्टा विधायक की बिछिया विधानसभा क्षेत्र में जनता व मतदाताओं से पूरे पांच साल दूरी बनाये रखना और जनहित के कार्यों को नजरअंदाज करने के मामले में पहचाने जाते है।
कांग्रेस की लुटिया डुबाने के लिये नारायण पट्टा ने बिछिया विधानसभा में पूरे 5 साल गैर जिम्मेदार निभाया है। कमल नाथ व कांग्रेस पार्टी के लिये नारायण पट्टा सिरदर्द बन सकते है।
100 रूपये के स्टाम्प पर मतदाताओं को लुभाने नारायण पट्टा ने झूठा वायदा किया था
हम आपको बता दे कि बिछिया विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को वर्ष 2018 में नारायण पट्टा ने 100 रूपये के शपथ पत्र पर आदिवासी, गोंडी भाषा, धर्म, संस्कृति, महिला, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल सहित अनेको बाते लिखी थी, जिनमें अंगुली में गिनने लायक ही कुछ बाते वे अपने विधायकी के कार्यकाल के दौरान करा पाये जबकि कांग्रेस की सरकार लगभग 18 महिने रही थी।
इस दौरान वे अपने समाज आदिवासी समाज, गोंडी भाषा, धर्म के लिये कुछ नहीं कर पाये थे। इसके साथ ही 100 रूपये के स्टाम्प पर शपथ पत्र लिखकर मतदाताओं को लुभाने के लिये नारायण पट्टा ने झूठा वायदा किया था।
चुनाव जीतने के बाद विधायक बनने के बाद तो बिछिया विधानसभा क्षेत्र के अनेक ऐसे गांव है जिनकी तरफ नारायण पट्टा विधायक ने पलट कर भी नहीं देखा है। जनता व मतदाताओं में बिछिया विधायक नारायण पट्टा के खिलाफ आक्रोश भी व्याप्त है जो कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिये भारी पड़ सकता है।
नारायण पट्टा ने बिछिया विधानसभा क्षेत्र की जनता व मतदाताओं को धोखा देने में कोई कसर नहीं छोड़ा है
वर्ष 2018 के चुनाव में नारायण पट्टा ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने वचन पत्र में बिछिया विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिये जनता व मतदाताओं से लगभग 40 वचन दिये थे जिनमें से भी अंगुली में गिनाने लायक ही विधायक नारायण पट्टा करा पाये।
कांग्रेस पार्टी से विधायक बनकर नारायण पट्टा ने बिछिया विधानसभा क्षेत्र की जनता व मतदाताओं को धोखा देने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। वर्ष 2018 में 40 वचन दिये जाने का प्रमाण जागरूक मतदाता कांग्रेस पार्टी के सामने वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को दिखायेंगे।
बिछिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक नारायण पट्टा को यदि कांग्रेस पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकिट देगी तो नारायण पट्टा के लिये 100 रूपये का शपथ पत्र व 40 वचन भारी पड़ने वाले है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस की नैय्या नारायण पट्टा के सहारे डूबने की आशंका सबसे ज्यादा जताई जा रही है।