युवाओ को जिम्मेदारी लेनी होगी- टेकेश्वर सिंह
आदिवासी गौरव दिवस समारोह करही में हुआ सम्पन्न
करही/उमरिया। गोंडवाना समय।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र करही में धूमधाम से मनाया गया मूल निवासी महापर्व। जल, जंगल जमीन के संरक्षण में सदियों से सदैव तल्लीन प्रकृति के सच्चे सेवक आदिवासी भाई -बहन मिलकर आदिवासी त्यौहार को सद्भावना पूर्वक मनाएं। जिसमे झांकी के साथ जुलूस निकाला गया।
जुलूस के दौरान एक तीर, एक निशान आदिवासी एक सामान के नारे लगाए गए। कार्यक्रम में उमरिया एवं डिंडोरी जिला से लगभग 600 से अधिक आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम शुरूआत बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर, भगवान बिरसा मुंडा, मामा टंट्या, वीरांगना रानी दुर्गावती के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री मनरूप सिंह (पूर्व सरपंच), उपाध्यक्ष श्री सुखलाल सिंह परस्ते, समारोह के मुख्य अतिथि जनप्रतिनिधि जिला जनपद सदस्य श्री मनोहर सिंह मरावी (निगहरी ), विशिष्ट अतिथि हीरा सुका प्रधान समाज महासंघ जबलपुर से जिला अध्यक्ष श्री प्रकाश सिंह कुशराम, जनपद सदस्य रहठा से श्री मति राधा आनंद झारिया, हीरासुका प्रधान समाज राष्ट्रीय मुठवाल जिला डिंडोरी से श्री तीरथ सिंह सैयाम, छतरपुर से श्री बुंदेला, श्री हरिभान सिंह परस्ते (उप निरीक्षक ), कुण्डम (जबलपुर ) ब्लाकाध्यक्ष श्री शोभा सिंह सरपंच ग्रा.प धमनी, श्रीमती फगनी बाई राय भगत आदिवासी, प्रधान समाज के उमरिया जिला अध्यक्ष श्री टेकेश्वर सिंह परस्ते, उपाध्यक्ष श्री सहदेव सिंह, मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
रायभगत आदिवासी समाज में उमरिया जिला अध्यक्ष श्री टेकेश्वर सिंह ने अपने वक्तव्य में युवाओं को आगे आने को कहा। उन्होंने कहा की समाज के उत्थान हेतु आधुनिकता एवं आदिवासी संस्कृति के बीच साम्राजता स्थापित करने के लिए युवाओ को जिम्मेदारी लेनी होगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीमनरूप सिंह समापन अपने उद्बोधन के साथ किया। वालिंटियर कार्यकर्त्ता में श्री कुँवर सिंह परस्ते, श्री गेंदलाल सिंह, युवराज सिंह, श्री संजय सिंह मरावी, श्री बाला सिंह, काशी झारिया, प्रहलाद उरेती, तिलकधारी टेम्भ्रे एवं घनश्याम सिंह शामिल हुए।