जैव विविधता और उसका संरक्षण पर परसवाड़ा कॉलेज में वेबीनार पर हुआ मंथन
200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया तथा अच्छी संख्या में छात्रों एवं शोधार्थियों की प्रतिभागिता रही
सुनेश शाह उइके, संवाददाता
परसवाड़ा। गोंडवाना समय।
रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय परसवाड़ा में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार का विषय जैव विविधता एवं उसका संरक्षण रहा। जैव विविधता तथा इसका संरक्षण जैसे विषयों पर चर्चा और सारगर्भित मंथन से जो निष्कर्ष निकलकर सामने आए वह निश्चित ही वर्तमान समय की मांग थी।
अत्यंत ही प्रासंगिक एवं सोद्देश्य से विषय पर सारगर्भित बातों को शोधार्थियों के ज्ञान के लिए उदघाटित किया गया। वेबीनार क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक जबलपुर डॉ संतोष जाटव मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के संरक्षण एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल एल घोरमारे के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
प्रकृति के अनसुलझे रहस्यों से पर्दा हटाते हुए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया
वेबिनार का शुभारंभ युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के छाया चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर मध्यप्रदेश गान के गायन के साथ किया गया। वेबीनार की पृष्ठभूमि एवं परिचय पर प्राचार्य डॉ एल एल घोरमारे के द्वारा प्रकाश डाला गया।
वेबीनार में सारस्वत वक्ता एवं विषय प्रतिपादन के रूप में प्रमुख वक्ता डॉ. प्रेमानंद मेश्राम वरिष्ठ वैज्ञानिक (किट विज्ञान) नागपुर महाराष्ट्र तथा मुख्य वक्ता डॉ. शैलेश कुमार जाधव विभागाध्यक्ष वनस्पति शास्त्र, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा पीपीटी के माध्यम से रोचक एवं ज्ञानवर्धक महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई, साथ ही प्रकृति के अनसुलझे रहस्यों से पर्दा हटाते हुए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।
चयनित शोध पत्रों को आईएसबीएन पुस्तक में प्रकाशित भी किया जाएगा
वेबीनार आॅनलाइन गूगल मीट मंच के माध्यम से आयोजित किया गया। जिसमें 200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया तथा अच्छी संख्या में छात्रों एवं शोधार्थियों की प्रतिभागिता रही। वेबीनार में विषय से संबंधित विविध विषयों पर प्रतिभागियों द्वारा शोध पत्रों का वाचन भी किया गया।
वेबिनार के संयोजक डॉ अरुण कुमार वैद्य ने बताया कि चयनित शोध पत्रों को आईएसबीएन पुस्तक में प्रकाशित भी किया जाएगा। वेबीनार में आभार प्रदर्शन राजेंद्र गणवीर, सहायक प्राध्यापक समाजशास्त्र के द्वारा किया गया। वेबीनार का संचालन डॉक्टर अरुण कुमार वैद्य के द्वारा किया गया। वेबिनार के सफल आयोजन में महाविद्यालय के वेबिनार आयोजन मंडल, आयोजन सचिव मंडल एवं तकनीकी मण्डल,सहित छात्र-छात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।