मणिपुर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो व आरोपियों को मृत्युदंड की सजा दी जाए
बालाघाट। गोंडवाना समय।
जय स्तम्भ चौक बैहर बालाघाट में बिरसा ब्रिगेड बालाघाट के नेतृत्व में 23 जुलाई 2023 को विरोध प्रदर्शन करते हुये ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें सहयोगी संगठनो के साथ मिलकर म.प्र. व अन्य राज्यों में दिन प्रतिदिन आदिवासियों पर हो रहे अन्याय, अत्याचार, शोषण, बलात्कार, नक्सली बोलकर मारना जैसे जघन्य अपराधों में अपराधियों को भाजपा सरकार शरण दे रही है।
अभी हाल ही में झाबुआ जिले में आदिवासी बालिका छात्रावास में एसडीएम सुनील झा की अश्लील हरकतों के कारण उनके ऊपर पॉस्को एक्ट और एट्रोसिटी भी लगी किन्तु आज उसकी जमानत हो गई ये कैसे सम्भव है। सीधी कांड का पेशाब मामला भी हिटलर शाही मनुवादी को जन्म देता है।
युवतियों ने मोर्चा संभाला
मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार करके उनको निर्वस्त्र घुमाया गया। मणिपुर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो व आरोपियों को मृत्युदंड की सजा दी जाए। आदिवासियों के साथ होने वाले शोषणों के खिलाफ आज इस आंदोलन में युवतियों ने मोर्चा संभाला।
जिसमें बिरसा ब्रिगेड बालाघाट से रोशनी तिलगाम, अनीता मेरावी, बिरसा ब्रिगेड युवा मोर्चा से जिलाध्यक्ष सत्येंद्र इनवाती, आॅल इंडिया इंडिजिनस स्टूडेंट फेडरेशन जिलाध्यक्ष राहुल मेरावी, बिरसा ब्रिगेड ब्लॉक उपाध्यक्ष अशोक उइके, आनंद मेरावी, निखिलेश इनवाती, विक्रम सिंह मर्सकोले, शुभम उइके, प्रभुदयाल उइके, सुनील उइके (सरपंच सोनपुरी), सुख सिंह नेताम, सुरमिला वरकड़े, रीतू परते, बिंदेश्वरी वरकड़े, नीलम उइके इस आंदोलन में सम्मिलित हुए।