सतरंगी झंडा व गोंडी धर्म के भुमका का अपमान करने वाले भाजपा नेता शैलेंद्र रघुवंशी पर दर्ज हुई एफआईआर
भाजपा जिला अध्यक्ष छिंदवाड़ा सहित भाजपाईयों का आरोपियों का साथ देकर आदिवासियों को गलत बताने का चेहरा बेनकाब
आरोपी को बचाने के लिए भाजपा किस हद तक जाती है, वो भी देखने को मिली
छिंदवाड़ा पुलिस ने 20 दिन बाद पीड़ित की फरियाद सुनी
चौरई/छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
29 जून 2023 को गोंडी पंडा को बांस के लठ्ठ से मारा गया और सतरंगी झंडा को जमीन में फैंक कर अपमान किया गया था। यह सब अमानवीय कृत्य करने वाले पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष भाजपा शैलेंद्र रघुवंशी और उन्हीं के परिवार के सदस्य गौतम रघुवंशी ने यह कृत्य किया था।
जिसको लेकर आदिवासियों ने 4 जुलाई 2023 को चौरई में प्रदर्शन किया था, उसके पश्चात भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। वहीं इसके बाद 12 जुलाई 2023 को अर्धनग्न प्रदर्शन और चौरई बायपास पर चक्का जाम किया था।
जिसके बाद जिला के वरिष्ठ अधिकारी ने एक जांच समिति बनाई जिसने संपूर्ण रुप से जांच करने का 5 दिन का समय दिया गया लेकिन 5 दिन होने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई, फिर जिला प्रशासन ने जांच के लिए और 2 दिन का समय मांगा।
वहीं 19 जुलाई 2023 को जांच रिपोर्ट तैयार हुई और पुलिस प्रशासन ने अजाक थाना छिंदवाड़ा पीड़ित विजय सिंह को बुलवाकर विधिवत तौर पर एफ.आई.आर दर्ज की।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का चरित्र भी सामने आया
चौरई विधानसभा के बीजेपी के पूर्व विधायक रमेश दुबे और उनके समस्त कार्यकर्ता के द्वारा इस व्यक्तिगत मामले को राजनीतिक रूप दिया गया। भाजपा ने आरोपी के पक्ष में बयान दिया कि ऐसी कोई घटना घटित हुई ही नहीं है और इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र बताएं।
इसके साथ ही भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू, पूर्व सांसद प्रत्याशी नाथन शाह और वरिष्ठ भाजपा जिला पदाधिकारियों ने अपनी ओछी मानसिकता दिखाकर कहा कि यह घटना हुई ही नहीं है और राजनीतिक छवि को धूमिल करने की बात कही।
पुलिस प्रशासन की जांच रिपोर्ट में जब मामला सबके समक्ष आया तो मोबाइल लोकेशन से लेकर घटना की समस्त जानकारी के पर्याप्त गवाह और सबूत उपलब्ध हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का चरित्र भी सामने आया। आरोपी को बचाने के लिए भाजपा किस हद तक जाती है, वो भी देखने को मिली।
गोंडवाना आंदोलन को बदनाम करने की भाजपाईयों ने की कोशिश
गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन के युवा नेता पवन सरेयाम व देवरावेन भलावी ने संयुक्त रूप से बताया कि जांच रिपोर्ट में पीड़ित पक्ष के साथ जो दुर्व्यवहार और घटना घटी उसके पर्याप्त सबूत मिले
जबकि भाजपा के जिला अध्यक्ष बंटी साहू और रमेश दुबे एवं वरिष्ठ जिला पदाधिकारी, भाजपा के पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष को बचाने के लिए झूठ का सहारा लिया और गोंडवाना आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश करी।
आरोपी के पक्ष में खड़ा होना भाजपा जिला अध्यक्ष बंटी साहू के नेतृत्व पर उठा रहा सवाल
बिना सच्चाई जाने पीड़ित आदिवासी के खिलाफ, अपने नेता को बचाने बीजेपी के जिला पदाधिकारी सड़क में उतर गये। गोंडी पंडा और सतरंगी झंडा का अपमान करने वाले बीजेपी के नेताओं को बचाने के लिए बीजेपी के जिला पदाधिकारी सड़क में उतरे, यही बीजेपी के चरित्र रहा है।
भाजपा जिला अध्यक्ष बंटी साहू की अगुवाई में जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें आरोपी को बचाने का प्रयास भाजपाईयों के द्वारा किया गया था। वहीं जबकि आंदोलन गोंडवाना के लोगों ने किया लेकिन बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने एकाएक राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा समाजिक संगठन को टारगेट कर उसे बदनाम करने की कोशिश किया।
चौरई विधानसभा की घटना ने बीजेपी छिंदवाड़ा जिला के पदाधिकारी को कार्यवाही होने के बाद शर्मसार होने पर मजबूर कर दिया है। जांच रिपोर्ट के खुलासा व एफआईआर दर्ज होने के बाद बीजेपी के पदाधिकारी व भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व पर भी सवाल उठा रहे है वहीं भाजपा को आरोपी के पक्ष में आदंोलन करना महंगा पड़ गया है।
आरोपी शैलेन्द्र रघुवंशी उर्फ बब्लू पटेल का जारी वीडियों भी निकला झूठा
हरदुआ में गोंडी धर्म के सतरंगी ध्वजा का अपमान व गोंडी धर्म के भुमका के साथ अपमानजनक हरकत व मारपीट करने वाले भाजपा के ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष शैलेन्द्र रघुवंशी उर्फ बब्लू पटेल के द्वारा बीते दिनों इस मामले को लेकर एक वीडियों जारी किया गया था जिसमें वह इस तरह की घटना से इंकार कर रहे थे।
इस घटना को धार्मिक व सांप्रदायिक रंग देने का आरोप भी लगा रहे थे, वही उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है यह बता रहे थे। जांच, कार्यवाही व एफआईआर के बाद यह स्पष्ट नजर आ रहा है भाजपा नेता शैलेन्द्र रघुवंशी उर्फ बब्लू पटेल कितने सच्चे है।